जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट ने आयोजित किया छठा सामूहिक विवाह - समारोह जिसमें 06 जोड़ा परिणय सूत्र में बंधे

आज कल की शादियां बहुत महंगी रस्म हो गई है, और गरीब माता - पिता के लिए अपनी बेटी की शादी करना वाकई मुश्किल काम है. कई गरीब माता - पिता वर परिवार की मांगों को पूरा करने में असमर्थ हैं! समाज में सहयोग के भाव से जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद एवं जिले के अन्य सामाजिक संगठन सामूहिक - विवाह आयोजित कर के उनकी मदद करते हैं.

जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट ने आयोजित किया छठा सामूहिक विवाह - समारोह जिसमें  06 जोड़ा परिणय सूत्र में बंधे

जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद की शाखा गायत्री शक्ति पीठ जम्होर में मंगलवार को छठा सामूहिक विवाह - समारोह में 06 जोड़ा परिणय सूत्र में बंधे

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: ( बिहार ) उप - जोन समन्वयक सह मीडिया - प्रभारी, गायत्री शक्तिपीठ औरंगाबाद के नीरज कुमार सिंह ने भेंट वार्ता के दौरान कहा कि आज कल की शादियां बहुत महंगी रस्म हो गई है, और गरीब माता - पिता के लिए अपनी बेटी की शादी करना वाकई मुश्किल काम है. कई गरीब माता - पिता वर परिवार की मांगों को पूरा करने में असमर्थ हैं! समाज में सहयोग के भाव से जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद एवं जिले के अन्य सामाजिक संगठन सामूहिक - विवाह आयोजित कर के उनकी मदद करते हैं.

सामूहिक नि:शुल्क आर्दश विवाह सम्मेलन में गायत्री शक्तिपीठ जम्होर, औरंगाबाद में मंगलवार दिनांक - 31 मई 2022 को छठा सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया. आयोजन दोपहर 02 बजे से प्रारंभ होकर संध्या 07 बजे तक चला. इस समारोह में कुल - 06 जोडे़ वर - वधु परिणय सूत्र में बंधें. इस सामूहिक विवाह में वर - वधु को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना पड़ा है. वही आयोजन में शामिल होने वाले बारातियों पर भी संख्या को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं था. सामूहिक विवाह सम्मेलन जम्होर गायत्री मंदिर परिसर में हुआ. वहीं बारातियों एवं अतिथियों के लिए नाश्ता तथा भोजन की भी व्यवस्था की गई. समाज में हो रहे इस पुनीत कार्य में हौसला प्रदान करने हेतु मुख्य अतिथि के रूप में ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सोम प्रकाश सिंह, लोजपा प्रदेश - सचिव, विजय कुमार अकेला, स्वराज पार्टी महासचिव, कुमार राजेश, मुखिया प्रतिनिधि जम्होर, प्रदीप कुमार सिंह, पूर्व मुखिया जम्होर, सुरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, पंचायत समिति जम्होर, अनिल अग्रवाल, स्टेशन प्रबंधक अनुग्रह नारायण रोड, आरविंद कुमार, शांतिकुंज हरिद्वार से पहुंचे आचार्य संतोष संगम, गायत्री शक्तिपीठ जम्होर संस्थापक सदस्य, बृजकिशोर गुप्ता, जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट औरंगाबाद के ट्रस्टी सह जिला - समन्वयक, सच्चिदानंद तिवारी एवं जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद ट्रस्टी, अनुज सिंह ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर सामूहिक विवाह कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद के सहायक प्रबंध ट्रस्टी, नवनीत कुमार ने बताया कि इस वर्ष 06 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे! ऐसे आयोजन का उद्देश्य खर्चीली शादियों को रोकना है.

संगठन के सदस्यों ने वर - वधु को उपहार भेंट किए. वहीं जिला गायत्री परिवार के माध्यम से वर - वधू को प्रमाण - पत्र व साहित्य भी भेंट किया गया. आचार्य संतोष संगम, सच्चिदानंद तिवारी, विजय सिंह, गौतम सिंह एवं ललित कुमार शर्मा ने वैदिक रीति से दूल्हा - दुल्हन को अग्नि की साक्षी में एक दूसरे को भावी उत्तरदायित्वों का बोध कराते हुए साथ निभाने के लिए सातों वचनों का संकल्प भी दिलाया और एक दूसरे को वर माला पहनवाया गया. जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट औरंगाबाद, शाखा - जम्होर का यह छठा सामूहिक विवाह समारोह है. उपस्थित लोगों ने बताया की गायत्री परिवार सामूहिक विवाह समारोह लगातार 06 वर्षों से करवा रहा है.

आयोजन का मुख्य उद्देश्य महंगाई के इस दौर में खर्चीली शादियों को रोकना है. धन्यवाद ज्ञापन में गायत्री परिवार के उप - जोन समन्वयक सह मीडिया प्रभारी, नीरज कुमार सिंह ने कहा कि सामूहिक विवाह एक ऐसी पहल है, जिसमें लोग दिखावे में विश्वास नहीं करते हैं, और परिहार्य खर्चों को कम करने का प्रयास करते हैं. ऐसे आयोजनों से धन की बचत, के साथ बहुत सारी परेशानियों से भी छुटकारा मिल जाता है, और सारा श्रम पूरा समाज मिलकर कर लेता हे.

मोटे - मोटे तौर पर सामाजिक प्रभावो में हम इस पहल से शादियो की दिन - ब - दिन बढती फिजूल खर्ची को आइना दिखा रहे हैं! वहीँ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके की सहायता भी कर रहे हैं! हालाँकि सामाजिक स्तर पर सब समान हैं. फिर भी यह एक जमीनी सच्चाई हैं कि सामूहिक विवाह की अवधारणा के विकास में एक आधारभूत तत्व यह भी था कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारो से शादी रूपी खर्चे के पहाड़ का बोझ कम किया जाए. हालाँकि अब समाज में गायत्री परिवार और अन्य सामाजिक संगठन के द्वारा यह भी पहल हो रही हैं कि आर्थिक रूप से सम्पन्न उच्च व मध्यम तबके को भी इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवानी चाहिए! सामूहिक विवाह आयोजनो से समाज में व्याप्त कुरीतियो, गलत परम्पराओ को खत्म करने में मदद मिलती है.

अतः समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आकर इस प्रकार के सामूहिक विवाह आयोजन करवाना चाहिए, जिससे गरीब परिवार भी अपनी पुत्रियो का विवाह सहजता से कर सके. इस अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ औरंगाबाद शाखा - जम्होर के समन्वयक सामूहिक विवाह जितेन्द्र राम, रामध्यान साहू, प्रेमचन्द गुप्ता, पंकज गुप्ता, अशोक प्रसाद, अनिता देवी, अधिवक्ता, मनोज सिंह सहित जम्होर गायत्री परिवार के सभी सदस्य एवं नगर के गणमान्य - जन, विवाह आयोजन में भाग लेने वाले वर - वधुओ के परिजन भी उपस्थित रहे.