मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य और विकास को बताया एक-दूसरे का पूरक
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने नेशनल बोर्ड आफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के 21वें दीक्षांत समारोह में स्वास्थ्य और विकास दोनों पर जोर दिया।
मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य और विकास को बताया एक-दूसरे का पूरक
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने नेशनल बोर्ड आफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के 21वें दीक्षांत समारोह में स्वास्थ्य और विकास दोनों पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ये दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि विकसित भारत के लिए हमें स्वस्थ भारत की जरूरत है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का लक्ष्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में समग्र रूप से काम करना है।
सोमवार को वह डाक्टर आम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित नेशनल बोर्ड आफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) के 21वें दीक्षांत समारोह में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हर स्तर पर स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करना और देश के हर कोने में रह रहे नागरिकों के लिए सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता बढ़ाना ही केंद्र सरकार का उद्देश्य है और इस पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि नए भारत के निर्माण में आज के डॉक्टरों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी सच्चा समर्पण और अपने काम के प्रति प्रतिबद्धता से नए भारत का निर्माण संभव हो सकता है। इस दौरान उन्होंने सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में शुरू की गई कई योजनाओं के बारे में भी बताया।
दीक्षांत समारोह के मौके पर 17,467 विशेषज्ञों और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड, डॉक्टरेट ऑफ नेशनल बोर्ड और फेलो ऑफ नेशनल बोर्ड की डिग्रियां प्रदान की गईं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा ताकि डब्ल्यूएचओ को 'उद्देश्य के अनुकूल' बनाया जा सके और इसकी वित्तीय स्थिरता की दिशा में काम किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इंडोनेशिया के योग्याकार्ता में आयोजित G20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने COVID-19 महामारी की स्थिति साझा की। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य शासन में प्रणालीगत बदलाव की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि भारत स्वास्थ्य डेटा की अंतःक्रियाशीलता के लिए इसके व्यापक अनुप्रयोग सहित वैक्सीन क्रेडेंशियल्स की पारस्परिक मान्यता के लिए सहमत है। बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जी20 सदस्यों को एक संस्थागत ढांचे के लिए सुझाव दिया ताकि देशों के बीच एक तटस्थ और समग्र डेटा-साझाकरण मॉडल के साथ-साथ जीनोम अनुक्रमण डेटा को तेजी से साझा किया जा सके।
Source: Dailyhunt