लोजपा ( रामविलास ) की पार्टी में जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर को पद से मुक्त करने के बाद संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह ने भी रखा अपना पक्ष
अजय कुमार पाण्डेय :
औरंगाबाद: ( बिहार ) औरंगाबाद में लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के जिलाध्यक्ष पद पर लगातार 09 वर्षों से कार्यरत अनूप कुमार ठाकुर के संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, राजू तिवारी ने जैसे ही मंगलवार दिनांक - 05 सितंबर 2023 को पत्र निर्गत करते हुए कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के संगठन विस्तार की समीक्षा तथा आपके 7 - 8 वर्षो के लंबे समय का अनुभव के उपरांत आपको नई जिम्मेवारी के तहत प्रदेश सचिव के पद पर नियुक्त किया जाता है! वैसे ही एक तरफ दूसरे दिन यानी बुधवार को जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर द्वारा अपने टीम के साथ मुख्यालय स्थित कार्यालय में बैठक की गई, तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के ही विरोधी गुट में शामिल लोगों द्वारा भी मुख्यालय स्थित सांसद आवास के ठीक सामने बनी एक होटल मे बैठक का आयोजन किया गया! तब इसी बैठक में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी एवं प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह से संवाददाता ने सवाल पूछा कि आप लोगों द्वारा जो आज बैठक का आयोजन किया गया! वह किस मुद्दे पर किया गया! इसके संबंध में जरा विस्तार से बताना चाहेंगे! तब पूछे गए सवालों का प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि देखिए औरंगाबाद जिला में संगठन का फेर बदल हुआ है! पिछले कुछ दिनों से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा सभी जिलों में जहां संगठन में त्रुटि रह गई थी! सांगठनिक ढांचा को मजबूत करने के लिए प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक का कमिटी मजबूत करने के लिए हमारे यहां एक समीक्षा बैठक लगातार राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रहा था! जो पटना में पिछले दो-तीन बार से आयोजित होते रहा है! पिछले बार समीक्षा बैठक में हीं ये तय हुआ कि औरंगाबाद जिला में संगठन में त्रुटि रह गई थी, तो उनको पूरा करना था! लेकिन अध्यक्ष महोदय जी के द्वारा कुछ त्रुटी रह गई होगी! जिसके कारण प्रदेश नेतृत्व ने ये डिसीजन लिया कि अब औरंगाबाद जिला में नये नेतृत्व की जिलाध्यक्ष का चयन होगा, और जो पुराने जिलाध्यक्ष जी थे! उनका प्रमोशन देते हुए पार्टी में प्रदेश सचिव का दायित्व दिया गया है!
तब संवाददाता ने प्रदेश महासचिव से सवाल पूछा कि उन्होंने तो कुछ देर पूर्व ही कहा है कि हमको पार्टी की ओर से प्रदेश सचिव पद के लिए जिम्मेवारी दिया गया है! हम प्रदेश सचिव का जिम्मेवारी लेने के लिए तैयार है, और हमको पार्टी ने पिछले बिहार विधान - परिषद के चुनाव में भी काफी सम्मान देते हुए एक गरीब का बेटा होने के बावजूद चुनाव लड़वाया! इसलिए पार्टी का मैं सम्मान करता हूं! लेकिन पार्टी में कुछ कनफुकवा लोग हैं! जिसमें औरंगाबाद जिला के प्रभारी, राकेश कुमार सिंह उर्फ गबरू सिंह है, और उनके साथ अन्य कई लोग भी शामिल है! जो पार्टी में बहकाए हुए हैं! इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर के मुख से ही ये निकला है! राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने ही इन्होंने बोला है, कि इतना मजबूत प्रभारी आज तक औरंगाबाद जिला में नहीं आए थे! इतना मजबूत प्रभारी कोई अभी तक नहीं आया था! ये खुद अनूप ठाकुर के द्वारा बोला गया रिकॉर्डिंग वक्तव्य है! आज अगर वो अध्यक्ष से हट गए, तो बस ये क्या हो गया? यही तो दल में पहचान होती है? कि आप किस समय क्या पाते हैं? और क्या खोते हैं? आज अध्यक्ष पद किसी के पास है! कल मैं भी अध्यक्ष था जिला के! मुझे भी अध्यक्ष से हटाया गया था! इनको तो प्रदेश सचिव बनाया गया! मुझे कुछ नहीं बनाया गया था! मुझे साल भर के बाद फिर प्रदेश में कार्यकारिणी का मेंबर बनाया गया था! इसके बाद फिर दो-तीन साल ऐसे ही रहे, और तब जा करके चुनाव में पार्टी चुनाव भी लड़ाई, तो पार्टी सब सोचती है! अब कुछ लोभ के कारण जो पार्टी में आते हैं, और आकर अपना वर्चस्व स्थापित करके पार्टी को हैंग करना चाहते हैं!
इसके बाद लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह ने उपस्थित सभी लोगों के समक्ष ब्यान देते हुए कहा कि संगठन मंत्री, रणधीर कुमार सिंह ने पार्टी के ऑफिस का चाबी मांगा! मीटिंग के लिए! खुद ये जाना चाह रहे थे! हम लोग सब वहीं मीटिंग करना चाह रहे थे! उन्होंने चाबी देने से इनकार कर दिया! तब संवाददाता ने प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह के सवाल पूछा कि जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर तो खुद संगठन मंत्री, रणधीर कुमार सिंह पर आरोप लगा रहे हैं, कि गलत ब्यान बाजी करके पार्टी के लोगों को गुमराह रहे हैं, कि हम ही को प्रभारी जिलाध्यक्ष बनाया गया है! जो बिल्कुल गलत है!
तब प्रदेश महासचिव ने जवाब देते हुए कहा कि ये सब संगठन मंत्री पर आरोप लगाएंगे! हमारे सोनू सिंह पर आरोप लगाएंगे! औरंगाबाद जिला के प्रभारी, राकेश कुमार सिंह उर्फ़ गबरु सिंह पर आरोप लगाएंगे? तो आरोप ही जिसको लगाना है? तो ये सब आरोप इन लोग पर लगाने से क्या फायदा है? उनका चिट्ठी तो प्रदेश अध्यक्ष द्वारा निर्गत हुआ है? तो प्रदेश अध्यक्ष के फैसला पर ना उनको सवाल उठाना चाहिए? ये सब क्या है? ये सब दिमागों का दिवालियापन है? पार्टी का जो सच्चा कार्यकर्ता होगा! वो चिराग पासवान का जो सच्चा कार्यकर्ता होगा! वो कभी इस तरह का काम नहीं करेगा! चिराग पासवान हम लोगों के नेता है! राजू तिवारी हम लोगों के नेता है! आप 09 साल जिलाध्यक्ष रहे! मन नहीं भर रहा है! क्या आप इसमें करते थे? आखिर क्या आप इस तरह के काम करते थे? आपको और ऊंची जिम्मेवारी दी गई? बड़ी जिम्मेवारी दी गई? फिर भी आप संतुष्ट नहीं हैं? आपको तो खुश होना चाहिए था! इसलिए ये कुछ लोग जो दल में जब भी आते हैं! वो दल को डिस्टर्ब करते हैं! कार्यकर्ताओं को जो है! तोड़ने का काम करते हैं! इसका मुझे असर दिख रहा है! ये संज्ञान में है! ये प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में ये भी जाएगा, और जो भी उचित कार्रवाई उन लोग समझेंगे, करेंगे! हम लोग को तो दल का जो आदेश है! उसका पालन करने वाले लोग हैं! आज भी जो आदेश मिला! उसके तहत यहां कार्यक्रम में उपस्थित हैं! इसके बाद प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह ने व्यान देते हुए कहा कि पार्टी में डिवाईडेशन की स्थिति है! उसका प्रभाव ये है! तब संवाददाता ने प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह से सवाल पूछा कि जिलाध्यक्ष का तो कहना है कि सर्वप्रथम पार्टी यहां के जिला प्रभारी, राकेश कुमार सिंह उर्फ गबरु सिंह को हटाए! तब मनोज कुमार सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि काहे गबरू सिंह ने क्या कमी किया है? गबरू सिंह हम लोग के सम्मानित प्रभारी हैं! गबरू सिंह थोड़े ये तो डिसीजन प्रदेश अध्यक्ष का है! गबरू सिंह थोड़े अध्यक्ष बनाए हैं,या हटाए हैं किसी को? ये प्रदेश अध्यक्ष का डिसीजन है! पार्टी का डिसीजन है! प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष के संज्ञान में कोई काम हुआ है! इसलिए ये सब आरोप जो है देखिए वैसे लोगों की मानसिकता है! जो घुमक्कड़ लोग हैं! पार्टी में अगर पद पर रहेंगे! फायदे में रहेंगे, तो पार्टी में रहेंगे! अगर थोड़ा सा उनको इधर-उधर किया गया, तो वो अपना चाल और चरित्र दिखा दिए! पार्टी का मतलब, कार्यकर्ता का मतलब होता है! पार्टी के नेता का जो आदेश है! उसका पालन करना! जिलाध्यक्ष का हो, प्रदेश सचिव का है, या प्रदेश महासचिव का हो! वो तो एक जिम्मेवारी है! सबको निभाना है!
तब संवाददाता ने प्रदेश महासचिव से सवाल पूछा कि नये जिलाध्यक्ष के बारे में भी कहना है कि पार्टी में जितने भी लोग हैं चाहे प्रखंड स्तर के लोग हों! पंचायत स्तर के लोग हों, जिला स्तर के लोग हों! सभी लोगों की वोटिंग होगी, और पार्टी में वही लोग वोटिंग करेंगे! जो पार्टी में है, नये लोग नही, और उनके चुनाव के बाद ही ये डिसीजन लिया जाएगा! तब प्रदेश महासचिव ने जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष नेतृत्व के! चुनाव के प्रक्रिया से होगा! कैसे होगा? पूरे बिहार के संगठन का चुनाव यहां होता है ना मेरे यहां, तो उस समय होगी ये बात! आप कोई व्यक्तिगत आदमी अगर कोई इस तरह से अपने आप को करता है, तो अपने आप को पार्टी से ऊंचा समझता है! हमारे नेता प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपने आप को ऊंचा समझ के इस तरह के ब्यान दे रहा है, तो ये दल हित में नहीं है! वैसे लोगों पर पार्टी कार्रवाई करेगी, और अगर जिनको पद से संतुष्टि नहीं है, तो उनके लिए स्पष्ट संकेत है, कि वे स्वतंत्र हैं! तब संवाददाता ने प्रदेश महासचिव से सवाल पूछा कि अंत में जिलाध्यक्ष ने कहा है कि पार्टी के संजय पासवान से भी हमको बातें हुई है, और कई लोगों से भी बातें हुई है! उसमें भी उन्होंने कहा है कि हम औरंगाबाद आएंगे! औरंगाबाद आने के बाद ही संगठन का चुनाव होगा!
इसके बाद ही जिलाध्यक्ष का निर्णय लिया जाएगा! वोटिंग के आधार पर! लेकिन जिला संगठन मंत्री, रणधीर सिंह अभी सभी को गुमराह कर रहे हैं? तब प्रदेश महासचिव ने पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी यहां जिलाध्यक्ष का थोड़े चुनाव हो रहा है? ये संगठन में हम लोग एक दूसरे से मिलने के लिए किये, कि आज फेर बदला हुआ है! सब एक जगह होकर आपस में बात करें, विचार करें! नया जो अध्यक्ष बनेगा! वह सब के सहमति से होगा! उनको भी स्वागत किया जाएगा! आज तो हम लोग कार्यक्रम यहां रखे थे, कि हमारे जो जिलाध्यक्ष है! उनको प्रदेश में दायित्व दिया गया, तो उनको स्वागत करें! पार्टी कार्यकर्ता द्वारा उनका स्वागत किया जाता! लेकिन वो गलत लोगों के संगति में पड़कर पहले भी पार्टी को तोड़ चुके है! वैसे लोगों की संगति में जाकर पुनः फिर गलत डिसीजन ले लिए!