M3M की धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया
M3M का एक और बड़ा घोटाला | M3M की धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया
आज वेस्ट दिल्ली के एक होटल के दी फिएस्टा पार्टी हाल मे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.प्रेस कांफ्रेंस में पीड़ित कंपनी पार्टनर्स ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि किस तरह से M3M घोटाला और धोखाधड़ी में सबसे आगे निकल रही है , M3M कंपनी का निवेशकर्ता के साथ किया गया एक और धोखा. जानिए किस तरह यह कंपनी निवेशकर्ताओं को पागल बना कर उनसे मनमाने ढंग से धोखाधड़ी कर रही है.
M3M कंपनी अपने फायदे के लिए पहले से बिकी हुयी दुकानों को और मुनाफा कमाने के चक्कर में इन्वेस्टर से किया हुआ सौदा रद्द करती है, कुछ इसी तरह का घोटाला अभी हाल ही मै मेसर्स रोकलीम इस्टेट एल एल पी, एवम् ड्रमोंड एस्टेट एल एल पी के साथ भी किया गया. M3M कंपनी ने 55 दुकानों का सौदा कैपिटल वॉक मॉल M3M द्वारका एक्सप्रेस वे (गुरुग्राम) में बन रहा है,उसमे इन दोनो कंपनी के पार्टनर्स के साथ जनवरी २०२३ मे सौदा किया और इन ५५ दुकानों की बुकिंग का अमाउंट ले लिया इसके बाद ५५ में से ४७ दुकानों के एलॉटमेंट लेटर इश्यू कर दिए परंतु इनके लाख बोलने के बावजूद भी बिल्डर बायर एग्रीमेंट नहीं कराया गया, इनके कई बार बोलने के बाद भी आज, कल, परसों में टालते रहे, M3M कंपनी के डायरेक्टर्स एंड सेल्स टीम की हिम्मत तो देखो इन ५५ मैं से ८ शॉप्स वो सेल की जिनका अभी रेरा भी नहीं आया था ,बिना रेरा के ८ शॉप्स सेल करके एडवांस पेमेंट भी ले ली गई और कहा गया कि ३० दिन मै रेरा आ जाएगा परंतु आज ५ महीने तक रेरा नही आया.
बाकी किसी भी शॉप्स के बिल्डर बायर एग्रीमेंट नही किए ओर कंपनी ने बिना किसी उचित कारण के २२ मई को सभी दुकानों का कैंसिलेक्शन लेटर इश्यू कर दिया जिसमे बड़ा शानदार कारण लिखा कि हमने आपसे बिल्डर बायर एग्रीमेंट बनाने के लिए बहुत बार कांटेक्ट किया परंतु आपने नही बनवाया इसके विपरित १५ और १६ मई को दोनो पीड़ित कंपनी के पार्टनर ने बैंक के द्वारा ११ शॉप्स की कुछ १०% पेमेंट पूरी की और मेल करके पेमेंट की इतलाह दी और सभी दुकानों का बिल्डर बायर एग्रीमेंट बनाने की विनती की परंतु कंपनी ने २२ मई को सभी शॉप्स कैंसल कर दी और कैंसिलेशन लेटर के हिसाब से दिए हुए सारे पैसे जब्त कर लिए. ये लेटर मिलने के बाद दोनो कंपनी के पार्टनर्स ने वकील का लीगल नोटिस भेजा की कैंसिलेशन लेटर को रिवॉक करा जाए, और बिल्डर बायर एग्रीमेंट को बनाया जाए पर ये नोटिस मिलते ही M3M ने ये कैंसल कि हुई शॉप्स मार्केट में आज के बढ़े हुए रेट पे बेचना शुरू कर दिया, फिर मजबूरन पीड़ित पार्टनर ने इकोनॉमिक्स ऑफेंस विंग मंदिर मार्ग दिल्ली मे दिनांक ७ जून २०२३ को अपने साथ धोखाधड़ी की शिकायत की जिसका डायरी नंबर डी ~१३६० है जो की अभी तक ऐसे ही पड़ी हुई है ,उस पर अभी तक कोई एक्शन नही हुआ है और दोनो कंपनी के परेशान पार्टनर्स ने डिस्ट्रिक्ट कोर्ट गुरुग्राम मैं Stay लेने के लिए अर्जी लगाई कि हमारी शॉप्स पे Stay दिया जाए ताकि बिल्डर किसी और को गलत तरीके से ना बेच सके. जिसके लिए अगली तारीख ५ जुलाई २०२३ लगी हुई है.
और देखों M3M का नया कमाल इन्होंने पहली कोर्ट डेट के बाद समझोता करने के लिए श्री गौरव जैन ने दोनो कंपनी के पार्टनर्स को अपने सेल आउटलेट सैक्टर ७७ पे ३ ~४ बार बुलाया और सारी बाते सेटल करके एमओ यू बना के आपस मे एक दूसरे को लिया दिया गया परंतु कोर्ट डेट से ४ दिन पहले एम ओ यू पे हस्ताक्षर करने का दिन आया तब श्री गौरव जैन jibफिर पलटी मार गए.
कंपनी के सभी पर्सन परफेक्ट काम करते है लोगो को बेवकूफ बनाने का और साफ कहते है हमारी अप्रोच बहुत ऊपर तक है कोई हमारा कोई कुछ नही कर सकता. कंपनी का सेल करने का इतना अच्छा तरीका है ये लोग मेगा सेल ऑफर लगा के ३~४ दिन का मेला लगाते है उसमे ये लोग सेल करते हुए बहुत महंगी महंगी गाड़ी दिखाते है लेकिन देते हुए बहुत सस्ते रेट की गाड़ी देते है , इस तरह की बहुत से लोभ देकर पब्लिक को बेवकूफ बनाते है.सवाल ये है की बेचारा इन्वेस्टर कहा जाए.
राय: इस केस मै बिल्डर को आपसी सहमति से बिल्डर बायर एग्रीमेंट तुरंत कर देना चाहिए बिना किसी कच्चे लालच के और इन्वेस्टर के साथ गलत नही करना चाहिए.
पीड़ित १) रोक्लिम एल एल पी
पीड़ित २) ड्राउम्ड एस्टेट एल एल पी