सुपरसोनिक मार्केटिंग के डायरेक्टर राजेश जैन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
विश्वकर्मा जयंत्री पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्र में काम करने वाले प्रदेश के शूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों को किया सम्मानित
विविध हस्तशिल्प के लिए सुपरसोनिक के डायरेक्टर प्रीती जैन को मिला प्रथम पुरस्कार
हस्तशिल्प उत्पाद को विशिष्टता और श्रेष्ठता को साबित करने को बताया चुनौती
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के शूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा हस्तशिल्प से जुड़े कारोबारियों को लखनऊ स्थित लोकभवन में विश्वकर्मा दिवस पर सम्मानित किया. सम्मान समारोह प्रदेश भर के उद्यमी शामिल हुए. कार्यक्रम में राकेश सचान, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरखा एवं वत्रोद्योग मंत्री ने उद्यमियों को हौंसला बढ़ाया.
इस दौरान प्रदेश भर के 40 उद्यमियों को सम्मानित किया गया, जिसमें मे. सुपरसोनिक मार्केटिंग प्रा. लि. गौतमबुद्धनगर को वर्ष 2021-22 के लिए सूक्ष्म उद्योग श्रेणी में प्रथम पुरस्कार (विविध हस्तशिल्प) के लिए चयन किया गया था.
इस दौरान कंपनी के डायरेक्टर राजेश जैन व प्रीती जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पचास हजार रुपये, ट्रॉफी व अंगवस्त्र ग्रहण किया. यह कंपनी 19.2 लाख का पूंजी विनियोजन करके विविध निर्माण करती है. वित्तीय वर्ष 2022-21 में 910.71 लाख का टर्नओवर किया गया और 271.18 लाख का निर्यात किया गया. इसी के साथ राकेश बंसल मे. सेन्सेज लाइफ स्टाइल, मुरादाबाद को प्रथम पुरस्कार मिला.
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तशिल्प उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप अपनी शिल्प के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कर पाएंगे मैं आप लोगों को शुभकामनाएं देता हूं. हस्तशिल्पी अपने परम्परागत पेशे को तमाम अभाव व चुनौतियों के बावजूद संरक्षित करके रखा है. इनके हुनर को प्रधानमंत्री ने एक मंच दिया.
प्रदेश में नए सरकार के गठन के बाद 90 लाख से अधित हस्तशिल्पाकार हैं. 2017 में प्रदेश में सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री के निर्देशन में दो महत्वपूर्ण योजना प्रदेश में चलाया गया, एक जनपद एक उत्पाद योजना व विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरु किया गया. हम लोगों ने हस्तशिल्पियों के लिए वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से प्रोत्साहित किया.
आजमगढ़ के उद्पाद, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, कन्नौज का इत्र, अलीगढ़ के ताले, भदोही का कालीन, सहारनपुर का क्राफ्ट कार्य, वाराणसी, बुलंदेलखण्ड के हस्तशिल्पियों प्रदेश को आगे बढ़ाया है. कोरोना काल में लोग दूसरे राज्य को छोड़कर प्रदेश में आये जिन्हें एमएसएमई के माध्यम से रोजगार मिला. हमारे सामने चुनौती है अपने उत्पाद को विशिष्टता और श्रेष्ठता को साबित करना है, जिस दिन 90 लाख यूनिट को श्रेष्ठता में शामिल होंगे उत्तर प्रदेश दुनिया में छा जाएगा. डिजाइनिंग व पैकेजिंग पर भी ध्यान देना होगा. मुझे पूरा विश्वास है शूक्ष्म एवं लघु उद्यम विभाग काम करेगा.
इस अवसर पर अवनीश अवस्थी,मुख्यमंत्री सलाहकार, मयूर, माहेश्वरी, एसपी सिंह बघेल, विधायक धर्मवीर सिंह, सत्यदेव पचौरी, आदि लोग मौजूद रहे.