बच्चे की नाले में डूबने से मौत: नाले के किनारे बाउंड्री वॉल की कमी बनी कारण

Accident in Rajendra Park Extension of Nangloi : 12-year-old Vikas lost his life. After hard work of police and fire brigade, body was recovered in 1 hour, mourning in the family

बच्चे की नाले में डूबने से मौत: नाले के किनारे बाउंड्री वॉल की कमी बनी कारण
Child dies due to drowning in drain

नांगलोई के राजेंद्र पार्क एक्सटेंशन में हादसा: 12 साल के विकास की गई जान. पुलिस और दमकल विभाग की कड़ी मेहनत के बाद 1 घंटे में शव बरामद, परिवार में मातम

शुक्रवार दोपहर नांगलोई के राजेंद्र पार्क एक्सटेंशन में एक बेहद दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. यहां एक बच्चा एक गंदे नाले में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मेहनत के बाद लगभग एक घंटे में बच्चे के शव को नाले से बाहर निकाला. मृतक बच्चे की पहचान 12 वर्षीय विकास के रूप में हुई है. पुलिस का कहना है कि यह हादसा तब हुआ, जब विकास नाले के किनारे चल रहा था और संभवत: उसका पैर फिसलने से वह नाले में गिर गया. इस घटना ने नाले के किनारे सुरक्षा की कमी और स्थानीय प्रशासन की अनदेखी को उजागर किया है.

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम

शुक्रवार को दोपहर करीब 3:45 बजे पुलिस और दमकल विभाग को सूचना मिली कि राजेंद्र पार्क एक्सटेंशन स्थित गंदे नाले में एक बच्चा गिर गया है. जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस और दमकल विभाग की टीम पहुंची और राहत कार्य शुरू किया. दमकल विभाग के लीडिंग फायरमैन सुरेंद्र कुमार ने बताया कि नाला लगभग 12 से 15 फीट गहरा था और उसमें बहुत सारी गंदगी और कचरा पड़ा हुआ था. इसकी वजह से बच्चे को तलाशने में बहुत कठिनाई आई. नाले के किनारे ही आसपास के लोगों ने बताया कि बच्चा जहां गिरा था, वहां से लगभग 15 मीटर दूर उसका शव मिला.

कड़ी मेहनत के बाद शव की बरामदगी

सुरेंद्र कुमार के अनुसार, दमकल कर्मियों ने बेल हुक की सहायता से नाले के अंदर से बच्चे को बाहर निकाला. हालांकि, नाले में कूड़ा-करकट बहुत ज्यादा था, जिससे शव निकालने में काफी समय और मेहनत लगी. एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे का शव नाले से बाहर निकाला गया. पुलिस ने तुरंत शव को पास के अस्पताल में भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

सुरक्षा की कमी: अगर बाउंड्री वॉल होती तो बच सकती थी जान

पुलिस के मुताबिक, बच्चा राजेंद्र पार्क सी ब्लॉक में अपने परिवार के साथ रहता था. वह पास के स्कूल में छठी कक्षा का छात्र था. बच्चे का नाम विकास था और उसके पिता रणवीर प्राइवेट काम करते हैं. पुलिस के शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि विकास नाले के किनारे चल रहा था और उसका पैर फिसलने से वह नाले में गिर गया. अगर नाले के किनारे एक बाउंड्री वॉल होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था.

इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था की कमी को भी उजागर किया है. लोगों का कहना है कि नाले के किनारे पर एक बाउंड्री वॉल लगाई जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे से बचा जा सके.

कुल मिलाकर, परिवार में दुख का माहौल

घटना के बाद, विकास के परिवार में गहरा दुख और शोक का माहौल है. उसके माता-पिता और परिवार के सदस्य अभी भी सदमे में हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि यह हादसा कैसे हुआ. विकास के पिता रणवीर ने कहा कि उनका बेटा हमेशा स्कूल के बाद घर लौटता था, लेकिन शुक्रवार को ऐसा क्या हुआ कि वह इस तरह से नाले में गिर गया. परिवार के सदस्य और स्थानीय लोग इस घटना से काफी दुखी हैं और उनका कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते नाले की सुरक्षा पर ध्यान देता, तो यह हादसा नहीं होता.

प्रारंभिक जांच में महिला की कोशिश

मृतक बच्चे की गिरने की स्थिति में एक और पहलू सामने आया. पुलिस ने बताया कि जब विकास नाले में गिरा, तो वहां आसपास की एक महिला अंजू ने मदद की कोशिश की. महिला ने कुछ लोगों के साथ मिलकर लकड़ी नाले में डालने की कोशिश की, ताकि बच्चा उसे पकड़ सके और बाहर निकल सके. लेकिन, विकास लकड़ी को पकड़ नहीं सका और डूब गया. इसके बाद महिला ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी और सहायता की गुहार लगाई.

नाले की स्थिति: एक गंभीर खतरा

यह हादसा न केवल बच्चों के लिए, बल्कि आसपास के इलाके में रहने वाले सभी लोगों के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले के किनारे बाउंड्री वॉल या किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें.

इस घटना के बाद नाले के आसपास के लोग सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि इस खतरे से बचने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं. कई लोग कह रहे हैं कि यह हादसा सुरक्षा की कमी का नतीजा है और यदि प्रशासन ने समय रहते नाले की स्थिति को सुधारने की कोशिश की होती, तो शायद यह जीवन का नुकसान न होता.

पुलिस और दमकल विभाग की जांच जारी

इस मामले में पुलिस की जांच जारी है और प्रशासन भी मामले की गंभीरता को समझते हुए नाले की स्थिति को सुधारने पर विचार कर रहा है. पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद वे नाले के किनारे सुरक्षा के उपायों को लागू करने की योजना बना रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं रोकी जा सकें.

यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत परिवार के लिए दुःख का कारण बनी है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है. स्थानीय प्रशासन को इस घटना से सबक लेते हुए नाले के किनारे सुरक्षा के उपायों को सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और मासूम जीवन इस तरह से खत्म न हो. साथ ही, यह हादसा हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें बच्चों की सुरक्षा को लेकर अधिक सचेत रहना चाहिए और उनके खेलने या घूमने के स्थानों पर खतरे को कम करने के लिए सही कदम उठाने चाहिए.

-- शाहबुद्दीन अंसारी