गुरु तेगबहादुर जी पर गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल के छात्रों की अंतरविद्यालय क्विज प्रतियोगिता

न्यायमंडल की कमान शीशगंज गुरुद्वारा के हेड ग्रंथि सरदार हरनाम सिंह जी तथा गुरु नानक पब्लिक स्कूल राजौरी गार्डन की पूर्व प्रधानाचार्या श्रीमती अनविंदर कौर जी ने बहुत गंभीरता पूर्वक संभालते हुए गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल हरगोबिंद एनक्लेव के छात्रों को विजयी घोषित किया.

गुरु तेगबहादुर जी पर गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल के छात्रों की अंतरविद्यालय क्विज प्रतियोगिता
Inter school quiz competition on Guru Teg Bahadur ji

दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारे में दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी तथा सिख हिस्ट्री एंड गुरबाणी फोरम के सौजन्य से गुरबाणी क्विज कंपटीशन सुदृढ़ एवं सुनिश्चित तरीके से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया. इस प्रतियोगिता में दिल्ली के सभी हरकिशन पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. "गुरु तेग बहादुर जी के चार सौ साला प्रकाश पूरब पर समर्पित भाव इसका मुख्य विषय था.

इस प्रतियोगिता का प्लिमनरी राउंड गुरुवार 27 अप्रैल को हुआ तथा फाइनल मुकाबला दिन शुक्रवार 28 अप्रैल को आयोजित किया गया था. न्यायमंडल की कमान शीशगंज गुरुद्वारा के हेड ग्रंथि सरदार हरनाम सिंह जी तथा गुरु नानक पब्लिक स्कूल राजौरी गार्डन की पूर्व प्रधानाचार्या श्रीमती अनविंदर कौर जी ने बहुत गंभीरता पूर्वक संभालते हुए गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल हरगोबिंद एनक्लेव के छात्रों को विजयी घोषित किया.

दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के सेक्रेटरी सरदार जगदीप सिंह जी कालहो तथा प्रधान स. जसप्रीत सिंह जी करमाकर जी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इनके अतिरिक्त महान विभूति मुख्य कार्यकारिणी श्रीमती हरबंस कौर जी,विभिन्न विद्यालयों की प्रधानाचार्या, अनेक सिक्ख विद्यार्थी, उनके अध्यापक गण एवं सिक्खी में विद्वान बुद्धिजीवियों की उपस्थिति इस प्रतियोगी कार्यक्रम का गौरव बढ़ा रही थी.

सिख इतिहास की शिक्षाओं और मान्यताओं के प्रति इन छात्रों का अटूट प्रेम और उनका समर्पण भाव दिल को छू लेने वाला था. प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले इन छात्रों सहित उनके अभिभावकों और अध्यापकों का चिंतन और अथक परिश्रम दृष्टव्य हो रहा था जो निस्संदेह प्रशंसनीय है.

गुरु नानक पब्लिक स्कूल राजौरी गार्डन - मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य तथा विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. हरलीन कौर ने इस प्रतियोगिता की सफलता पर बधाई देते हुए इच्छा व्यक्त की कि भविष्य में भी ऐसी प्रतियोगिताएं होती रहनी चाहिए जो हमारी सिक्खी को गौरवान्वित करती रहें.