क्या राहुल गांधी की 'ना' से उलझन में फंस गई है कांग्रेस | नया अध्यक्ष के लिए खोज शुरू
नई दिल्ली। 'कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा?' राहुल गांधी एक बार फिर से अध्यक्ष बनने के लिए राजी नहीं हैं। उन्हें मनाने की तमाम कोशिशें भी विफल साबित हुई हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। अब कांग्रेस के सदस्यों की अपील ठुकराते हुए वो अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। इस बीच कांग्रेस में अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया रविवार को शुरू हो गई। साथ ही, पार्टी के चुनाव प्राधिकरण ने कहा है कि वह 20 सितंबर तक नया प्रमुख चुने जाने के कार्यक्रम पर अडिग रहेगा।
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने पीटीआई को बताया कि पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की अंतिम तारीख को मंजूरी देना कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) पर निर्भर है, जो 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कोई भी दिन हो सकता है।
सीडब्ल्यूसी ने फैसला किया था कि 16 अप्रैल से 31 मई, 2022 तक प्रखंड समितियों और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के एक एक सदस्य के लिए चुनाव होंगे।
जिला समिति के अध्यक्ष और कार्यकारिणी का चुनाव 1 जून से 20 जुलाई के बीच, पीसीसी प्रमुखों तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सदस्यों का चुनाव 21 जुलाई से 20 अगस्त 2022 के बीच और एआईसीसी के अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा।
मिस्त्री ने कहा कि हम कार्यक्रम पर अडिग रहेंगे। हम पहले ही पार्टी नेतृत्व को चुनाव कार्यक्रम भेज चुके हैं और सीडब्ल्यूसी की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, जो कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की अंतिम तारीख तय करेगी।'
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रखंड, जिला और प्रदेश कांग्रेस समितियों के स्तर पर संगठनात्मक चुनाव संपन्न हो गए हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
हालांकि, मिस्त्री ने कहा कि चुनाव प्राधिकरण एआईसीसी प्रतिनिधियों के चयन को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। ये प्रतिनिधि पार्टी के शीर्ष पद के लिए होने वाले महत्वपूर्ण चुनाव में मतदान करेंगे।
उन्होंने कहा, , 'कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) चुनाव की अंतिम तारीख को मंजूरी देगी।'
सोनिया गांधी और पार्टी का कहना है कि 20 सितंबर तक कांग्रेस को अपना नया अध्यक्ष मिल जाएगा। इस बीच, माना जा रहा है कि जी-23 समूह के नेता चुनाव प्रक्रिया और इसकी पारदर्शिता पर नजर रखे हुए हैं।
गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनीष तिवारी सहित जी-23 में शामिल नेता सीडब्ल्यूसी से लेकर ब्लॉक स्तर तक सही तरीके से चुनाव कराए जाने पर जोर दे रहे हैं।
Source: Webdunia
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