'ताऊ' ओमप्रकाश चौटाला के निधन से देश को अपूरणीय क्षति: भारतीय लोक मंच की श्रद्धांजलि
Indian Lok Manch leader Kunal Sikand mourns the demise of former Haryana CM and socialist leader Om Prakash Chautala, calling it an irreparable loss to Indian politics and society.
भारतीय लोक मंच पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव कुणाल सिकंद ने इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री, ओमप्रकाश चौटाला के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस मौके पर कहा कि चौटाला जी का जाना भारतीय राजनीति, खासकर समाजवादी विचारधारा और हरियाणा की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
हरियाणा की राजनीति में ‘ताऊ’ का योगदान
ओमप्रकाश चौटाला, जिन्हें पूरे देश में ‘ताऊ’ के नाम से सम्मानित किया जाता था, ने हरियाणा की राजनीति को दशकों तक एक मजबूत दिशा दी। किसानों के अधिकार, गरीब छात्रों की शिक्षा, और महिलाओं के सशक्तिकरण में उनका योगदान अद्वितीय रहा। भारतीय राजनीति में शायद ही कोई ऐसा नेता हुआ हो, जिसे इतना व्यापक और स्नेहपूर्ण संबोधन मिला हो।
हरियाणा की पहचान और उसकी सामाजिक संरचना में चौटाला का नाम हमेशा एक केंद्रीय भूमिका में रहा। उन्होंने हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास, कृषि सुधार, और शिक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं लागू कीं। विशेष रूप से, महिलाओं और गरीब तबके के लिए उनकी योजनाएं लंबे समय तक याद की जाएंगी।
किसानों के मसीहा
किसानों की बात करते हुए कुणाल सिकंद ने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला सही मायने में किसानों के मसीहा थे। उन्होंने किसानों की आवाज़ को राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहे। हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी लोकप्रियता का कारण उनकी किसानों के प्रति संवेदनशीलता और उनकी समस्याओं को सुलझाने की प्रतिबद्धता थी।
समाजवादी विचारधारा का मजबूत स्तंभ
चौटाला जी सिर्फ हरियाणा के ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर समाजवादी विचारधारा के एक मजबूत स्तंभ थे। वे हमेशा समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए लड़ते रहे। उनकी विचारधारा आज भी भारतीय राजनीति के लिए प्रेरणा है।
‘ताऊ’ की विरासत
‘ताऊ’ के रूप में लोकप्रिय, ओमप्रकाश चौटाला ने न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में अपने कार्यों और नीतियों से एक अमिट छाप छोड़ी। उनका यह नाम इस बात का प्रमाण है कि वे सिर्फ एक राजनीतिक नेता नहीं, बल्कि जनता के दिलों में बसने वाले एक सच्चे समाजसेवी थे।
कुणाल सिकंद ने अपने शोक संदेश में कहा, “ताऊ भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य और समाज के प्रति उनकी सेवा हमेशा हमें प्रेरित करती रहेगी। हरियाणा के लोग और देश उन्हें कभी नहीं भुला पाएंगे। उनका जाना भारतीय राजनीति के लिए एक युग के अंत जैसा है।”
भावुक श्रद्धांजलि
कुणाल सिकंद ने ओमप्रकाश चौटाला के परिवार और उनके चाहने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि वह इस दुखद घड़ी में परिवार को हिम्मत दें और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
हरियाणा और देश को हुई अपूरणीय क्षति
चौटाला जी के योगदान को याद करते हुए भारतीय लोक मंच के नेताओं ने कहा कि हरियाणा के सामाजिक और आर्थिक विकास में उनकी भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनके कार्य, जैसे शिक्षा सुधार, महिलाओं को सशक्त बनाना, और किसानों के अधिकारों की रक्षा, आज भी प्रासंगिक हैं और आने वाले समय में भी उनकी अहमियत बनी रहेगी।
जनता का नेता
चौटाला जी हमेशा जनता के नेता थे। उनकी कार्यशैली, उनकी स्पष्टता, और लोगों से जुड़ने की उनकी क्षमता ने उन्हें हरियाणा और देशभर में लोकप्रिय बनाया। वे राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर समाज के हर वर्ग के लिए काम करने वाले नेता थे।
आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
ओमप्रकाश चौटाला का जीवन और उनका संघर्ष आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह दिखाया कि सच्ची राजनीति वही है, जो जनता की सेवा के लिए हो। उनके निधन के साथ भारतीय राजनीति ने एक ऐसा नेता खो दिया है, जो न केवल राजनीतिक मंच पर बल्कि लोगों के दिलों में भी हमेशा अमर रहेगा।
--अजय कुमार पाण्डेय.