दो भागों में विभक्त होकर औरंगाबाद में मनाया गया लोजपा का 23वॉ स्थापना दिवस समारोह,
अजय कुमार पाण्डेय
औरंगाबाद: ( बिहार ) जिला मुख्यालय औरंगाबाद में सोमवार दिनांक - 28 नवंबर 2022 को लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा दो अलग - अलग भागों में विभक्त होकर लोक जनशक्ति पार्टी का 23वॉ स्थापना दिवस समारोह मनाया गया! ध्यातव्य हो कि एक तरफ पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान के गुट में शामिल लोगों ने नगर थाना के ठीक सामने ही 28 नवंबर 2022 को स्थापना दिवस समारोह मनाया, और जितेंद्र पासवान के मकान पास से जुलूस निकलकर पैदल मार्च करते हुए घोड़ा, देहाती बैंड बाजा, सिंगा के साथ पूरा बाजार होते हुए कर्मा मोड़ तक गया! वहीं दूसरी तरफ के गुट में शामिल लोगों ने भी प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह एवं भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह के आवास के ठीक सामने ही पुरानी जी0टी0 रोड के बगल में उत्तर दिशा में मनाया! दोनों स्थानों पर पार्टी का 23वा स्थापना दिवस समारोह मना रहे लोगों ने अपने - अपने तरीके से ही पार्टी में शामिल हुए सभी लोगों का आभार व्यक्त किया! एक तरफ जहां सोनू सिंह एवं सांसद आवास के ठीक सामने बनाए गए टेंट में शामिल लोगों द्वारा लोजपा के 23वां स्थापना दिवस समारोह पर जुलूस निकालने के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, तो वहीं दूसरी ओर पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान के गुटों में शामिल लोगों ने भी बारी - बारी से अपने पार्टी के संस्थापक, दिवंगत नेता, माननीय स्वर्गीय रामविलास पासवान के जीवनी पर भी मंच से संबोधित करते हुए प्रमुखता से प्रकाश डाला, और अंत में पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान ने अपने विपक्षी पार्टियों पर प्रहार करते हुए यह भी कहा कि पैसे वालों के द्वारा सांसद आवास के ठीक सामने लोक जनशक्ति पार्टी का 23वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है! लेकिन हमारे साथ तो गरीब - गुरबा के लोगों द्वारा तन, मन, धन से सहयोग करके ही लोजपा का 23वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है! हमारे साथ जो भी लोग शामिल हैं! वे एक गरीब परिवार के ही हैं! लेकिन सभी कार्यकर्ता ईमानदार है! इसीलिए हमको भी इन सारे कार्यकर्ताओं पर हमेशा विश्वास भी बना रहता है! ज्ञात हो कि सोनू सिंह एवं सांसद आवास के ठीक सामने लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा धूमधाम से मनाई जा रही 23वां स्थापना दिवस समारोह के पावन मौके पर उपस्थित पत्रकारों ने जब लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव एवं रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी रह चुके, मनोज कुमार सिंह से पार्टी विभक्ति के बारे में सवाल पूछा! तब उन्होंने अपने पार्टी का ही बचाव करते हुए कहा कि यहां पार्टी में कुछ पांच - दस लोगों के बीच नाराजगी है! पार्टी में सभी लोगों को खुश नहीं रखा जा सकता है! कुछ लोगों को नाराजगी होती ही है! लेकिन हम लोगों द्वारा भी प्रयास किया जा रहा है! धीरे - धीरे सब कुछ ठीक हो जाएगा! इसके बाद गुटों की विभक्ति से संबंधित मुद्दे पर ही जब प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह से भी मौके पर उपस्थित मीडिया कर्मियों ने सवाल पूछा! तब उन्होंने भी अपने पार्टी का ही बचाव करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है! लोजपा ( रामविलास ) के सारे पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने - अपने तरीके से पार्टी का 23वां स्थापना दिवस समारोह मना रहे हैं, और हमारे पार्टी के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर ने भी दिन - रात मेहनत करके आज के कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए है, जिनका मैं अपनी ओर से मंच पर शाल एवं माला देकर सम्मानित करता हूं! इसके बाद मंच पर बैठे पार्टी के सह प्रभारी, कमलेश शर्मा से भी जब उपस्थित मीडिया कर्मियों ने विभक्ति के मुद्दे पर ही सवाल पूछा! तब उन्होंने भी पार्टी का ही बचाव करते हुए कहा कि पार्टी में ऐसी कोई बात नहीं है! लेकिन पार्टी के सह प्रभारी, कमलेश शर्मा ने उपस्थित मीडिया कर्मियों को पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए यह भी कहा कि पार्टी का मेन बॉडी जिलाध्यक्ष ही होता है! तब संवाददाता ने सह प्रभारी, कमलेश शर्मा से सवाल पूछा कि औरंगाबाद में जिला कार्यालय को लेकर भी हमेशा सवाल उठता है, कि नगर थाना के ठीक सामने बना हुआ मकान पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान के घर को ही शुरू से जिला कार्यालय माना जाता है? इसलिए ऐसी परिस्थिति में आप औरंगाबाद में जिला कार्यालय किस स्थान को मानते हैं? तब पार्टी के सह प्रभारी, कमलेश शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि अभी तो औरंगाबाद में जिला कार्यालय का कहीं भी स्थाई रूप से उद्घाटन ही नहीं हुआ है! इसलिए पार्टी का मेन बॉडी जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर जहां पर भी कार्यक्रम करवा रहे हैं! वर्तमान उसी स्थान को ही जिला कार्यालय माना जाता है! ध्यातव्य हो कि इसी सांसद आवास के ठीक सामने मनाई जा रही कार्यक्रम में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की लोजपा नेत्री व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से दो बार लोजपा की सीट पर चुनाव लड़ चुकी कुसुम देवी उर्फ कुसुम पासवान भी मंच पर मौजूद थी! इसके अलावे चिकित्सा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष, डॉक्टर रामविलास पासवान, मंतोष पासवान, रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान, मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता, रोहित कुमार सिंह, निखिल कुमार सिंह, रंजू वर्मा, ममता मिश्रा, सुधा पाण्डेय, मारकंडे द्विवेदी सहित अन्य पदाधिकारी व काफी कार्यकर्ता भी यहां मौजूद थे! लेकिन दूसरी ओर जब नगर थाना के ठीक सामने धूमधाम से 23 वां स्थापना दिवस समारोह मना रहे गुट यानी कि पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान से विभक्ति के मुद्दे पर सवाल पूछा गया! तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लोजपा ( रामविलास ) का आज हम लोग 28 नवंबर 2022 को स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मना रहे हैं, और समस्त कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर हम लोग बहुत ही उत्साह के साथ पैदल मार्च करके शहर में पैदल मार्च करते हुए माननीय, राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देशानुसार स्थापना दिवस मनाने का काम किए! लेकिन विभक्ति के मुद्दे पर ही जब पूछा गया! तब जवाब देते हुए कहा कि नहीं - नहीं हमारे माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने निर्देश दिया है कि भारत में प्रखंड लेवल, जिला लेवल, स्टेट लेवल से लेकर जो जहां कार्यकता है! वो स्थापना दिवस मना सकता है! खुशी का इजहार कर सकता है! इसके बाद जब संवाददाता ने सवाल पूछा कि यही स्थापना दिवस सभी लोग मिलजुल भी तो मना सकते थे? लेकिन ऐसी क्या परिस्थिति हो गई कि दो गुटों में बंटकर 23वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष है!हम अपना दलित प्रकोष्ठ के अलग पहचान देना चाहते हैं! हमलोग दलित परिवार के साथ मिलकर स्थापना दिवस मनाने का काम किया है! तब संवाददाता ने पूछा कि अभी जब सांसद कोठी के ठीक सामने मंच पर बैठे सह प्रभारी, कमलेश शर्मा से सवाल पूछा गया! तब उन्होंने उपस्थित मिडिया कर्मियों को जवाब देते हुए कहा कि पार्टी का जिलाध्यक्ष ही मेन बॉडी होता है! इसके अलावे सांसद कोठी के ठीक सामने ही पार्टी के सारे पदाधिकारी व पिछले चुनाव में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से लोजपा उम्मीदवार रहे मनोज कुमार सिंह तथा नबीनगर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार रहे विजय कुमार यादव भी कार्यक्रम में शामिल हैं! इस पर आप क्या कहना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमारे पार्टी के दिवंगत सिर्फ नेता माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी थे! जो पहले दलित सेना बनाए थे! उस दलित सेना से ही लोजपा निकला है, और उस दलित सेना का ही कार्यकर्ता यानी कि एस0सी0,एस0टी0 परिवार लोजपा के पिछे चल रहा है! तब संवाददाता ने पूछा कि अभी सांसद कोठी के ठीक सामने जब जिला कार्यालय से संबंधित मुद्दे पर भी पार्टी के सह प्रभारी से सवाल पूछा गया कि शुरू से ही सब कोई जानता है, कि नगर थाना के ठीक सामने पिछड़ा / अति पिछड़ा जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान के घर में ही चलता है? लेकिन जिला कार्यालय को लेकर ही हमेशा सवाल यह भी उठ रहा है कि अभी तक लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) का स्थाई रूप से कोई जिला कार्यालय कहीं है ही नहीं? तब पार्टी के सह प्रभारी, कमलेश शर्मा ने भी मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी तक लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) का स्थाई रूप से कहीं पर भी कार्यालय का उद्घाटन ही नहीं हुआ है! इसलिए पार्टी का मेन बॉडी जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर ही है! तब पिछड़ा / अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान से भी सवाल पूछे जाने पर पूछें गए सवालों का जवाब देते हुए व औरंगाबाद पार्टी जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर पर प्रहार करते हुए कहा कि उनका सोच ही अलग है! फुटपाथ पर ही ईटिंग, मीटिंग, सिटिंग कर रहे हैं! जिलाध्यक्ष सिर्फ पांच गो अतिथि को को ही बुला करके जिला के लोगों को बुलाकर गुप्त मीटिंग करते हैं, और मीडिया में देते हैं कि मतलब हम बहुत बड़ा कार्यक्रम औरंगाबाद जिला में कर रहे हैं! हमारे वरीय पदाधिकारी को भी मालूम है, कि हमारे जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर जी क्या कर रहे हैं? तब संवाददाता ने जितेंद्र पासवान से सवाल पूछा कि पार्टी के सह प्रभारी भी तो कह रहे हैं कि सारे लोग यहां इस मंच पर ही आए हुए हैं! लेकिन जिसको जहां मनाना है, मनाएं! पार्टी का मेन बॉडी जिलाध्यक्ष ही होता है? तब जितेंद्र पासवान ने भी पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमारा भी दलित प्रकोष्ठ के जिला प्रभारी हैं, विजय पासवान जी! दलित प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव! वो हमारे जिला औरंगाबाद तथा गया जिला के भी प्रभारी हैं! तब संवाददाता ने जितेंद्र पासवान से सवाल पूछा कि वरीय नेता व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी रह चुके प्रमोद कुमार सिंह के बारे में भी जब सह प्रभारी से उपस्थित मीडिया कर्मियों ने सवाल पूछा! तब उन्होंने पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रमोद कुमार सिंह अभी तो पार्टी के सदस्यता ग्रहण किए हैं! लेकिन पार्टी का उन्हें कोई पद नहीं दिया गया है! इसलिए अभी वे पार्टी में कुछ भी नहीं है! लेकिन हम उनका सम्मान करते हैं! तब जितेंद्र पासवान ने भी पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम भी उनका सम्मान करते हैं, और प्रमोद कुमार सिंह रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी भी रह चुके हैं, और यदि हमारे पार्टी में कार्यकर्ता ही हैं! तब भी हम उन्हें सम्मान करते हैं! इसके बाद जब संवाददाता ने दलित सेना के एक बार रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष रह चुके उमेश पासवान से भी दो भागों में बंटकर 23 वां स्थापना दिवस समारोह मनाए जाने के मुद्दे पर सवाल पूछा! तब उन्होंने भी पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस समय से पार्टी का निर्माण हुआ था! उस समय से मैं और महेश पासवान पूरे प्रखंड में पार्टी को सींचा! उस समय मैं पार्टी का महासचिव भी रहा! उस समय के बाद मैं दलित सेना का उपाध्यक्ष भी रहा! अब रही बात कि जिलाध्यक्ष दो भागों में बांट रहे हैं, तो अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति का सवाल है! तब दलित सेना ही अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति में कन्वर्ट हुआ है! पार्टी का दलित सेना ही रीढ़ है! दलित सेना ही सारा पैदा किया है, और उसके हमारे जिलाध्यक्ष माननीय, जितेंद्र पासवान हैं! जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान का पार्टी कार्यालय भी यही स्थापित था! जिलाध्यक्ष जो आज अनूप ठाकुर है! आज पांच साल से हमने पूरे जिला में, प्रखंड में बैठक करके इनको सुझाव दिया कि आप पार्टी को तोड़ने का काम मत कीजिए! पार्टी को डोनेशन पर मत चलाइए! रफीगंज प्रखंड हो, या गोह प्रखंड हो! आज अध्यक्ष जी को जो दस हजार रुपया दिया है, और कल बीस हजार रुपया उमेश पासवान दिया, तो उसको अध्यक्ष बनाया जाएगा! जिलाध्यक्ष ओन्ली फोर पैसा पर बिकने का काम करते हैं, और पार्टी के कार्यकर्ता को दरकिनार करके चलते हैं! उसके बाद मैंने माननीय, चिराग पासवान से भी हाथ जोड़ करके फेस टू फेस बात किया था, कि सर आप एक गरीब भिखमंगा, एक गरीब व्यक्ति को वहां जिलाध्यक्ष बना दीजिए! आपकी पार्टी की जिला में संगठन मजबूत हो जाएगी! औरंगाबाद जिला में आपकी पार्टी के जिलाध्यक्ष ओन्ली फॉर पैसा पर बिकने का काम कर रहे हैं! तब संवाददाता ने उमेश पासवान से सवाल पूछा कि आपके जिलाध्यक्ष तो हमेशा किसी भी मंच पर या स्वयं भी मुलाकात होने पर पूछे जाने के बाद कहते हैं, कि हम तो हमेशा सबको सम्मान देने का काम किए हैं! ईमानदारी पूर्वक ही सबको साथ लेकर चलने का काम करते हैं! लेकिन इसके बावजूद भी यदि हम पर कोई बेबुनियाद आरोप लगाता है! तब हम उसमें क्या कर सकते हैं? तब उमेश पासवान ने पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मैं आपके माध्यम से, मीडिया के माध्यम से अभी भी सूचना देना चाहते हैं! आदरणीय चिराग पासवान को, की अति शीघ्र मेन बॉडी जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर को हटाने का कार्य करेंगे! हम लोग पूरे जिला के जितने भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी हैं! ऐसे भी उनके साथ हैं! लेकिन आपके औरंगाबाद जिलाध्यक्ष का जो रवैया है! बहुत ही तंगी और त्राहिमाम में है! तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि अभी भी तो सह प्रभारी ने भी कहा कि मेन बॉडी जिलाध्यक्ष ही होता है! लेकिन जिनको जहां भी 23वॉ स्थापना दिवस समारोह मनाना है! वे अपना स्थापना दिवस समारोह मनाएं! स्थायी कार्यालय अभी कहीं नहीं हुआ है! तब उमेश पासवान ने जवाब देते हुए कहा कि स्थायी कार्यालय तो हुआ है, सर! बोले होंगे! हम उनका सम्मान करते हैं! अभी भी हम बोल रहे हैं कि दलित सेना ही पार्टी का रीढ़ है! यह हम नहीं, बल्कि हमारे पद्म भूषण से सम्मानित माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी जिनके झंडा तले हम लोग चल रहे हैं! जिनका सपनों को पूरा करने के लिए हम लोग चल रहे हैं! ये उनका ही वर्शन है! इसके बाद संवाददाता के समक्ष ही बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व शिक्षक, जिला कोषाध्यक्ष, सुरेंद्र पासवान ने भी पार्टी जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर पर प्रहार करते हुए कहा कि आप हमसे प्रश्न कीजिए! मैं उनका जवाब देता हूं! तब संवादाता ने सवाल पूछा कि आज का जो 23वॉ स्थापना दिवस समारोह के नाम पर अलग - अलग पार्टी का बैठक किया गया! इस मुद्दे पर आप क्या कहना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमारे माननीय, जितेंद्र पासवान एस0सी0 / एस0टी0 के जिलाध्यक्ष है, और अभी हमारे उमेश पासवान ने कहा कि दलित सेना लोजपा का रीढ़ है! बिल्कुल सही बात है! अगर रीढ़ नहीं रहता ! तब लोजपा आपके सामने जन्म नहीं लेता! 1984 में स्वर्गीय रामविलास पासवान जी ने दलित सेना का गठन किया था, समझे, और उनका देन है, कि पूरे भारतवर्ष में एस0सी0 / एस0टी0 का कोई माई का लाल पैदा नहीं लिया था! देखने के लिए! लेकिन ये अनूप ठाकुर अंदर अंदर लोचा में रखकर खराब कर रहा है, और स्वर्गीय रामविलास पासवान के सपनों को पूरा नहीं करना चाहते हैं! चिराग पासवान को भी नहीं चाहता है, कि चीफ मिनिस्टर बनें! तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि अभी ही तो सांसद कोठी के ठीक सामने मनाए जा रहे कार्यक्रम स्थल पर वीडियो बयान में कहा गया, कि पार्टी के सारे पदाधिकारी व पूर्व उम्मीदवार मौजूद है! पार्टी का मेन बॉडी जिलाध्यक्ष ही होता है! तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वहां पर पार्टी उनके पैसे वाले हैं! अभी आपको उमेश पासवान ने कहा कि दस हजार रुपया अगर हम दे देते हैं, और पच्चीस हजार रुपया कोई दे देता है! तब अध्यक्ष बना दिया जाता है! ऐसा काम कर रहा है! दीमक का काम कर रहा है, अनूप ठाकुर! पार्टी के जिलाध्यक्ष से भी अनूप ठाकुर को बीच में हटाया गया था! फिर इन्होंने घुस कर के जिलाध्यक्ष बना है, और आज वही यह काम कर रहा है! पूरे प्रखंड में सभी जगह जाकर पैसे पर अध्यक्ष चुनने का काम कर रहा है, और यह बिखराव हो रहा है! तब संवाददाता ने पूछा कि पैसा की जहां तक बात आती है, कि पैसा पर बार - बार अध्यक्ष बदल रहे हैं? इसका क्या प्रमाण है आपके पास? तब जवाब देते हुए कहा कि इसका प्रमाण हूं, मैं खुद! मेरे सामने विनोद कुमार को हटाया गया! हमको कहा गया कि आप साइन कीजिए! तब हमने कहा कि अध्यक्ष का ऐसे चुनाव होता है, अनूप बाबू! अध्यक्ष का चुनाव होता है! प्रखंड में जाकर बैठक करवाईए! ई नहीं की हम जाकर अध्यक्ष का चिट्ठी दे दे! जिनको काम राजेश पासवान को दिया है! यही काम किया है! विनोद कुमार को! इसके बाद लोजपा के ही गोह प्रखंड में पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रह चुके कपिल पासवान ने भी संवाददाता के समक्ष ही बयान देते हुए कहा कि आपने जो अभी क्वेश्चन किया, कि आपके पास पैसा का कोई प्रमाण है? तब इसका जीता जागता मैं प्रमाण हूं, क्योंकि अनूप ठाकुर द्वारा ही मुझे को प्रखंड में लोजपा का प्रखंड अध्यक्ष बनाया गया था! लेकिन एक माह के अंदर ही मुझे उस पद से हटा करके उन्होंने बिना जनता के सहमती के, वोटिंग के वहां पर दूसरा प्रखंड अध्यक्ष बनाने का काम किया! इससे मतलब की उनका बहुत जगह ऐसा कार्य कलाप है! सभी जगह में ऐसा करते हैं!
तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि वरीय पदाधिकारी से आप क्या मांग करना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि आपको जो जिला में जिस तरह से पद पर सुशोभित किया गया है! जिला में संचालित करने के लिए! जिला में अपने संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए! तब आप यहां पर एक साथ लेकर चलने का काम करें! तोड़कर चलने का काम नहीं करें! वर्तमान लोक स्मृति मंच के जिलाध्यक्ष व लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के पूर्व मीडिया प्रभारी, सुधीर शर्मा ने भी विभक्ति के मुद्दे पर संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर जवाब देते हुए कहा कि हां पार्टी का कार्यक्रम दो भागों में हो रहा है! किसी का डिक्टेटरशिप नहीं चलेगी! पहली बात की लोग आते हैं, और एक कमरा में बंद कर लेते हैं! तब भाई पार्टी किसकी है? दलित का नाम है लोजपा! यानी पासवान जी की पार्टी है, और अब पासवान जी को आप निगलेट करके चल रहे हैं साहब! ई नहीं चलेगा! ई नीति को बंद करना पड़ेगा! आप प्रभारी यहां के है! दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, जितेंद्र पासवान जी हैं! कभी आपने फोन करके बोला, कि यहां मीटिंग है,आइए, और कहते हैं कि हटा देंगे! हटा दीजिए ना भाई! आप ही का पार्टी है! सभी को हटा दीजिए! हम लोग एक बार सब बस से पटना जाएंगे, और सब इस्तीफा दे देंगे! वहीं दलित प्रकोष्ठ के जिला प्रधान - महासचिव, अखिलेश पासवान ने से भी जब संवाददाता ने पूछा कि आज मुख्यालय औरंगाबाद में दो गुटों में बंटकर लोजपा का 23वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है! इस संबंध में आपका कहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अब ये औरंगाबाद में जिलाध्यक्ष का पानी सर से ऊपर चढ़ गया है! अभी आपने पूछा कुछ भाई से कि आखिर क्या प्रमाण है, पैसा का? इसका स्पष्ट मैं साफ कर दे रहा हूं! ऐसा जिलाध्यक्ष है, हमारे अनूप ठाकुर जी! जो एक प्रखंड में एक माह में दो अध्यक्ष बनाते हैं! आखिर इसका क्या उद्देश्य है? किस हैसियत से प्रखंड को चेंज करते हैं? क्या जिला कमेटी का कोई उत्तरदायित्व नहीं है? मैं आपके माध्यम से कहना चाहता हूं आखिर जिला कमेटी का उत्तरदायित्व क्या है? लगता है कि अध्यक्ष लग्न पत्री अईशन बैंक से निकालें, और किसी को भी अध्यक्ष बना दिया! बिना किसी को नोटिस दिए हुए! यह लोजपा के संविधान में नहीं है! लोजपा के संविधान से अलग हटने का काम किया है, और इसी का पर्दाफाश करने के लिए यह कार्यक्रम किया गया है! अध्यक्ष इनके पैकेट से, और बैग से निकलता है, और इसका प्रमाण है! आप गोह में देखिए! दो महीना के अंदर में तीन - तीन गो अध्यक्ष! ओबरा, हसपुरा, बारुण, रफीगंज, नबीनगर में देखिए! हर जगह का यही हाल है! इसके बाद दलित प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव, युगेश पासवान से भी जब संवाददाता ने विभक्ति के मुद्दे पर ही सवाल पूछा! तब जवाब देते हुए कहा कि जहां तक अनूप ठाकुर की बात है! तब हम दस गो प्रमाण देंगे! दस प्रमाण के सामने जब प्रदेश अध्यक्ष, आदरणीय राजू तिवारी हम लोग से मांगना चाहेंगे! तब हम प्रूफ देंगे वहां, समझ गए! ये बोलते हैं अनूप ठाकुर, की लोजपा का कोई ऐसा नियम नहीं है, कि वोट पर जिलाध्यक्ष बनेगा, या वोट पर प्रखंड अध्यक्ष बनेगा! हम जो चाहेंगे, सेई करेंगे! छः महीना में नहीं! अगर दस दिन में जरूरत पड़ेगा! तब दस दिन में हटावेगे! इसका मेरे पास दस गो प्रूफ है! वहां सांसद कोठी के सामने भी जो उन लोग स्थापना दिवस मना रहे हैं! उसमें भी वहां मेरा आदमी है! लेकिन डर, भय, लाचारी से कह नहीं रहा है! धमकी देता है कि पद से हटा देंगे! पार्टी से हटा देंगे! अईसे करके लोगों को भयभीत किए हुए है! मैं मीडिया के माध्यम से कह रहा हूं, कि इस स्थापना दिवस को मना करके प्रदेश में चिठ्ठी दे देंगे, और पूरा जिला भर में हम आंदोलन करेंगे! अनूप ठाकुर को हटाने के लिए! व्यापक हम आंदोलन करेंगे, कि पार्टी को रसातल में पहुंचा देगा!