एन.पी.जी.सी. परियोजना अंकोरहा: प्रेस कॉन्फ्रेंस की मनमानी पर उठे सवाल

अंकोरहा स्थित नबीनगर पॉवर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड (एन.पी.जी.सी.) के अधिकारियों की मनमानी ने स्थानीय पत्रकारों के बीच असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है. शिकायतें सामने आ रही हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन में केवल चुनिंदा मीडियाकर्मियों को बुलाया जा रहा है, जबकि अन्य पत्रकारों को इस महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित रखा जा रहा है.

एन.पी.जी.सी. परियोजना अंकोरहा: प्रेस कॉन्फ्रेंस की मनमानी पर उठे सवाल
NPGC Project Ankorha press conference

एन.पी.जी.सी. परियोजना की मनमानी पर उठे सवाल

अंकोरहा स्थित नबीनगर पॉवर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड (एन.पी.जी.सी.) के अधिकारियों की मनमानी ने स्थानीय पत्रकारों के बीच असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है. शिकायतें सामने आ रही हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन में केवल चुनिंदा मीडियाकर्मियों को बुलाया जा रहा है, जबकि अन्य पत्रकारों को इस महत्वपूर्ण जानकारी से वंचित रखा जा रहा है. कंपनी के भीतर भ्रष्टाचार की बढ़ती घटनाओं के चलते, एन.पी.जी.सी. के प्रबंधन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केवल उन्हीं पत्रकारों को बुलाने का प्रचलन बना लिया है जो उनके कार्यों की प्रशंसा करते हैं. इस स्थिति ने नबीनगर के पत्रकारों में व्यापक नाराजगी का संचार किया है.

26 अक्टूबर को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना 25 अक्टूबर को एक संवाददाता को मिली. संवाददाता ने एन.पी.जी.सी. के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर, अतुल कुमार, से संपर्क किया और पूछा कि क्यों केवल कुछ पत्रकारों को आमंत्रित किया गया है और बाकी को सूचना नहीं दी गई. इस बातचीत में अतुल कुमार ने संवाददाता को बताया कि "इस बार केवल सीमित पत्रकारों के लिए कार्यक्रम है" और उन्हें भविष्य में आमंत्रित करने का आश्वासन दिया. संवाददाता ने स्पष्ट किया कि यह नीति उचित नहीं है और सभी पत्रकारों को समान रूप से आमंत्रित किया जाना चाहिए.

इस बातचीत के बाद अन्य मीडियाकर्मियों ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि स्थानीय राजनीति के कारण कुछ पत्रकारों को ही बुलाया जा रहा है. पत्रकारों ने यह स्पष्ट किया कि यदि यह मनमानी जारी रही, तो इसका गंभीर परिणाम होगा. उन्होंने सुझाव दिया कि एन.पी.जी.सी. को जिला प्रशासन से संपर्क करना चाहिए और सभी रजिस्टर्ड पत्रकारों की सूची मांगनी चाहिए. इससे सभी पत्रकारों को समान अवसर मिलेगा और पारदर्शिता बढ़ेगी.

यह स्थिति केवल पत्रकारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समुदाय के लिए चिंता का विषय बन गई है. एन.पी.जी.सी. के अधिकारियों को चाहिए कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करें और सभी मीडियाकर्मियों को बराबरी का अवसर दें. आने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी पत्रकारों को आमंत्रित किया जाना चाहिए. यह न केवल उचित है, बल्कि यह स्थानीय पत्रकारिता की प्रतिष्ठा को भी बनाए रखेगा. अब देखना यह है कि क्या एन.पी.जी.सी. के अधिकारी इस दिशा में सुधार लाएंगे या नहीं.

- अजय कुमार पांडेय, ब्यूरो चीफ, औरंगाबाद, बिहार