द्वारका में दिल्ली सरकार द्वारा वर्ल्ड क्लास स्कूल का निर्माण

दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में एक नई पहल के तहत, मुख्यमंत्री आतिशी ने 24 अक्टूबर को द्वारका में एक अत्याधुनिक स्कूल का शिलान्यास किया।

द्वारका में दिल्ली सरकार द्वारा वर्ल्ड क्लास स्कूल का निर्माण
Delhi Government to build a world class school in Dwarka

एक नई शिक्षा क्रांति

मुख्यमंत्री आतिशी ने किया शिलान्यास

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर, 2024: दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में एक नई पहल के तहत, मुख्यमंत्री आतिशी ने 24 अक्टूबर को द्वारका में एक अत्याधुनिक स्कूल का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह स्कूल केवल द्वारका ही नहीं, बल्कि दिल्ली के सभी बड़े प्राइवेट स्कूलों को भी पीछे छोड़ने की क्षमता रखता है। यह कदम दिल्ली सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में दी जाने वाली सेवाओं को और अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

द्वारका सेक्टर 19 में स्थापित होने वाला यह स्कूल वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस होगा, जो छात्रों को एक उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण प्रदान करेगा। इस शिलान्यास समारोह में स्थानीय विधायक गुलाब सिंह पटियाला और कई अन्य अधिकारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री आतिशी ने स्कूल के निर्माण की पट्टिका का अनावरण किया और नई बिल्डिंग के मॉडल को भी देखा।

नवीनतम सुविधाएँ और अवसंरचना

मुख्यमंत्री ने इस स्कूल में दी जाने वाली सुविधाओं का भी उल्लेख किया। स्कूल में 104 कक्षाएं, 6 मॉड्यूलर लैब, एक विशाल लाइब्रेरी, और 750 क्षमता वाला बास्केटबॉल कोर्ट होगा, जो शायद ही किसी अन्य प्राइवेट स्कूल में उपलब्ध हो। इसके अलावा, यहां बैडमिंटन कोर्ट और दो लिफ्ट भी होंगी, जो छात्रों के लिए सुविधाजनक वातावरण सुनिश्चित करेंगी। इस स्कूल का लक्ष्य आसपास के 2500 छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।

शिक्षा के प्रति मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “दिल्ली के बच्चों का भविष्य अब दिल्ली वालों के हाथ में है। यदि लोगों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को वोट नहीं दिया, तो यह समझ लेना चाहिए कि उनकी शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं देगा।” उन्होंने शिक्षा को राजनीतिक दलों की जात-पात की राजनीति से दूर रखने का आग्रह किया। यह महत्वपूर्ण है कि लोग ऐसे नेताओं को चुनें जो शिक्षा के क्षेत्र में वास्तविक काम कर रहे हैं।

अतिशी ने यह भी बताया कि देश में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले केवल 50% बच्चे ही अपनी पढ़ाई पूरी कर पाते हैं। और अगर वे पढ़ाई पूरी कर भी लेते हैं, तो उन्हें अक्सर छोटी-मोटी नौकरियों के लिए संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने कहा, “हर बच्चे को आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए। कोई भी काम छोटा नहीं होता, लेकिन यह काम किसी की मजबूरी नहीं होनी चाहिए।”

स्थानीय समुदाय का सहयोग

इस मौके पर स्थानीय समुदाय के लोगों की बड़ी संख्या उपस्थित थी, जो इस शिक्षा पहल का समर्थन करने के लिए उत्साहित थे। विधायक गुलाब सिंह ने भी इस नए स्कूल के महत्व पर जोर दिया और स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे इस स्कूल की सफलता के लिए सक्रिय रूप से सहयोग करें।

शिक्षा में गुणवत्ता और समावेशिता का दृष्टिकोण

इस विद्यालय का निर्माण केवल एक इमारत का निर्माण नहीं है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक नई सोच का परिचायक है। सरकारी स्कूलों में छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने का यह प्रयास शिक्षा में समावेशिता और गुणवत्ता को बढ़ावा देने का एक बड़ा कदम है। यह सुनिश्चित करेगा कि सभी बच्चे, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कैसी भी हो, उत्कृष्ट शैक्षणिक अवसरों का लाभ उठा सकें।

शिक्षा प्रणाली में नवाचार

आतिशी ने बताया कि इस स्कूल में शिक्षा प्रणाली में नवाचार लाने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे। यहां पाठ्यक्रम को विद्यार्थियों की जरूरतों के अनुसार संशोधित किया जाएगा, और शिक्षकों को आधुनिक तकनीकों से लैस किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को न केवल अकादमिक ज्ञान मिले, बल्कि उन्हें व्यावहारिक कौशल भी सिखाए जाएं।

आगे की योजना

आगामी दिनों में, यह स्कूल न केवल शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा, बल्कि यह सामाजिक और सामुदायिक विकास का भी एक प्रतीक बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार का उद्देश्य है कि सभी बच्चों को एक समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।

इस स्कूल के निर्माण से न केवल द्वारका क्षेत्र के बच्चों को लाभ होगा, बल्कि यह दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को भी एक नई दिशा देगा। मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व में, यह उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली में शिक्षा का स्तर और अधिक ऊंचा जाएगा, जिससे बच्चों के भविष्य को सुरक्षित और उज्ज्वल बनाया जा सकेगा।

द्वारका में बनने वाला यह वर्ल्ड क्लास स्कूल निस्संदेह दिल्ली के शिक्षा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा। यह न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नई उम्मीदें पैदा करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सशक्त बनाएगा, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। शिक्षा के इस नए अध्याय की शुरुआत के साथ, दिल्ली सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह बच्चों के भविष्य को लेकर गंभीर है और उनके लिए बेहतर संभावनाएं तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। 

by Shahbuddin Ansari.