बढ़ते बिजली बिल के खिलाफ महाधरना में क्या बोले लोजपा के पूर्व ओबरा प्रत्याशी डॉक्टर प्रकाश चंद्रा
What did LJP former Obra candidate Dr Prakash Chandra say in the Mahadharna against the rising electricity bill
बढ़ते बिजली बिल के खिलाफ महाधरना
औरंगाबाद: ( बिहार ) बिहार में बढ़ते बिजली बिल के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय चिराग पासवान के आह्वान पर बिहार के प्रत्येक जिले में गुरुवार दिनांक - 23 फरवरी 2023 को एक दिवसीय महा धरना का आयोजन किया गया जिसमें औरंगाबाद जिले के भी समस्त प्रकोष्ठों के पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता एकजुट होकर गांधी मैदान से रैली निकालकर मुख्य बाजार होते हुए पैदल मार्च करके महाधरना स्थल दानी बिगहा स्थित बस स्टैंड पहुंचे, और सरकार विरोधी जमकर नारे भी लगाए.
इसके बाद महा धरना स्थल दानी बिगहा बस स्टैंड के समीप जब उपस्थित मीडिया कर्मियों ने ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी व वर्तमान लोजपा ( रामविलास ) जनप्रतिनिधि, डॉक्टर प्रकाश चंद्रा से सवाल पूछा कि आखिर ऐसी कौन सी वजह हो गई है. जो लोजपा ( रामविलास ) को सड़क पर उतरना पड़ा. और महा धरना पर बैठने को मजबूर होना पड़ा.
तब उपस्थित संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टर प्रकाश चंद्रा ने कहा कि अप्रत्याशित बिजली दरों में वृद्धि, गरीबों के घर से बिजली हटाकर उन्हें बिहार सरकार ने अंधकार में झोंकने का काम किया. एक तरफ सरकार बिहार में विद्युत उत्पादन सर प्लस करता है. नबीनगर में नबीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड व भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड, बाढ़ में एन0टी0पी0सी0 है. बिहार में 04 एन0टी0पी0सी0 की यूनिट है. हम अन्य प्रदेशों में बिजली बेचते हैं.
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार में अच्छा कार्य हुआ है और कई सोलर प्लांट भी यहां लगाए जा चुके हैं. सौर ऊर्जा से भी विद्युत उत्पादन हो रहा है. कई राइस मिल यहां पे. सोलर का प्लांट लगाया गया है. जितने भी प्लांट है. सब जगह पे विद्युत का भी उत्पादन हो रहा है. हम दूसरे प्रदेशों को बिजली बेच रहे हैं और अपने प्रदेश वासियों को महंगी दरों पर बिजली दे रहे हैं. यानी कि गरीबों के घर से उनका हक काटके, ताकि उनके बच्चे रात के अंधेरे में बल्ब जलाकर पढ़ ना सके. उनका हक छीनने हेतु सरकार द्वारा यह प्रयास है.
बिहार के भविष्य को अंधकार में झोंकने का प्रयास है. इसी के विरुद्ध हमारे नेता आदरणीय चिराग पासवान और लोजपा ( रामविलास ) के एक-एक कार्यकर्ता आज के दिन प्रत्येक जिला मुख्यालय में सड़कों पे हैं ताकि गरीबों को सस्ते दर पर बिजली उपलब्ध कराया जाए. बिहार में उद्योग लगे. बिहार में व्यवसाय बढ़े. बिहार हमारा तरक्की करे. यहां से लोगों का पलायन रुके. इसके लिए जरूरी है क्या इंडस्ट्रीया. आप बिजली महंगा बेच रहे हैं और बगल के प्रदेशों में इंडस्ट्री को सब्सिडी पर बिजली दिया जा रहा है. और बहुत कम रेट में बिजली दिया जा रहा है. आपके यहां कौन सा यूनिट आई. क्यो इंडस्ट्रीज लाए. आपके यहां ना सेज है. ना आपके यहां इंडस्ट्रियल एरिया में पर्याप्त जमीन उपलब्ध है. अगर जमीन है भी. तो काफी महंगा है. उधोग जो बंद पड़े हैं. उनसे जमीन खाली कराकर के आपको नये उद्यमियों को आमंत्रित करना चाहिए.
इसके बाद उपस्थित मीडिया कर्मियों को जवाब देते हुए कहा कि मगध विश्वविद्यालय में आप देख रहे होंगे कि सेशन तीन - चार साल लेट चल रहा है. विश्वविद्यालयों की स्थिति अत्यंत दयनीय है. साइंस कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान जिसमें बिहार कभी गर्व करता था. आज वहां शिक्षकों की भारी कमी है. साइंस कॉलेज में साइंस के टीचर नहीं है. शिक्षकों की रिक्तियां और ऐसी अवस्था में बिहार की प्रतिभाएं जब पलायन कर रही है.
आप बिजली की दर को और मजाक करके यहां के लोगों से अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार छीन रहे हैं. चुकी फिर इंडस्ट्री यहां आएगा नहीं. जो है वो भी यहां से चला जाएगा. आप एक तरफ कम रेट पर दूसरे प्रदेशों को बिजली बेच रहे हैं. अच्छा दूसरी बात है कि बगल के प्रदेशों में आप देखें. तो गरीबों को मुफ्त बिजली भी मिलती है.
रिपोर्ट : अजय कुमार पाण्डेय.