बिहार में शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो जाना नीतीश कुमार कार्यकाल का सबसे बड़ा काला अध्याय है: प्रशांत किशोर
मुझे ऐसा लगता है कि जब बिहार का इतिहास लिखा जाएगा. तब नीतीश कुमार की शिक्षा व्यवस्था के कार्यकाल को सबसे बड़ा काला अध्याय माना ही जाएगा.
अजय कुमार पाण्डेय:
पटना: ( बिहार ) सारण क्षेत्र अंतर्गत हाजीपुर में जन सुराज पदयात्रा के दौरान मीडिया से संवाद करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में शिक्षकों की गुणवत्ता शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त होने का सबसे बड़ा मूल कारण है. जहां तक मेरा मानना है कि यह पूरे तरीके से सच नहीं है. शिक्षा व्यवस्था बिहार में खराब होने का सबसे बड़ा कारण है. सरकार की उदासीनता तथा शिक्षा को लेकर सरकार की गलत नीति.
समतामूलक शिक्षा व्यवस्था बनाने के चक्कर में सरकार ने हर गांव में स्कूल बनाने की योजना बना दी. बगैर इस बात की बिना चिंता किए हुए कि सरकार के पास स्कूल चलाने के लिए संसाधन है या नहीं. आज समाज में स्कूलों के लिए अवधारणा बन गई है कि स्कूल खिचड़ी बांटने का ही सेंटर है. इससे अधिक कुछ नहीं है.
बिहार में शिक्षा व्यवस्था के लिए मैं यही कहूंगा कि स्कूलों में खिचड़ी बंट रही है, और कॉलेजों में भी सिर्फ डिग्री ही बंट रही है. पढ़ाई दोनों में से कहीं भी नहीं हो रही है. मुझे ऐसा लगता है कि जब बिहार का इतिहास लिखा जाएगा. तब नीतीश कुमार की शिक्षा व्यवस्था के कार्यकाल को सबसे बड़ा काला अध्याय माना ही जाएगा.