उद्यमिता से जुड़कर युवा वर्ग ला सकता है देश में नई औद्योगिक क्रांति: राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देशभर में आत्मनिर्भर भारत की जो मुहिम चलाई गयी है, उसका उद्देश्य युवाओं को सिर्फ रोजगार पाने के लिए तैयार करना नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाना है.
जयपुर, 3 मार्च, 2023: राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि देश के युवाओं में स्टार्टअप और एमएसएमई क्षेत्र की ओर बढ़ता रुझान पूरे देश के लिए शुभ संकेत है. उन्होंने भरोसा जताया कि युवा वर्ग उद्यमिता से जुड़ कर देश में नई औद्योगिक क्रांति का सूत्रपात कर सकता है.
राज्यपाल श्री मिश्र शुक्रवार को कूकस स्थित शंकरा ग्रुप ऑफ इन्सटीट्यूशन्स में शंकरा ग्लोबल हैकाथॉन-2023 और युवा महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप इंडिया के तहत किए गए कार्यों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं और बहुत से युवाओं ने नवाचार अपनाते हुए स्टार्टअप शुरू कर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है. उन्होंने कहा कि वही स्टार्टअप अधिक उपयोगी हैं जो आमजन से निकटता रखते हुए उनकी समस्याओं को सुलझाकर उनकी जीवन को आसान बनाएं. उन्होंने युवा उद्यमियों से आह्वान किया कि वे ऐसे उत्पादों और सेवाओं की तरफ ध्यान दें, जिन पर देश में अभी कम काम हुआ है और विदेश पर अधिक निर्भरता है.
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर देशभर में आत्मनिर्भर भारत की जो मुहिम चलाई गयी है, उसका उद्देश्य युवाओं को सिर्फ रोजगार पाने के लिए तैयार करना नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाना है. स्थानीय संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि देश में इन उद्योगों के विकास की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि एमएसएमई उत्पादों का वैश्विक विपणन करने से न केवल जीडीपी में वृद्धि होगी बल्कि राज्यों की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ होगी और प्रति व्यक्ति आय भी बढेगी.
राज्यपाल श्री मिश्र ने शिक्षण संस्थानों में भी उद्यमिता को प्रोत्साहन देने वाला वातावरण बनाए जाने पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश में विश्वविद्यालयों को नई शिक्षा नीति के अनुरूप इसी अनुरूप पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में स्थानीय उद्योगों से समन्वय रखते हुए वहां भविष्य के मानव संसाधन विकास के लिए कार्य किए जाने पर भी जोर दिया गया है.
राज्यपाल ने युवा महोत्सव में भाग ले रहे युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि युवा वर्ग देश की अमूल्य निधि हैं, इसलिए युवाओं को रोजगार के साथ सकारात्मक दिशा में प्रेरित करते हुए राष्ट्र निर्माण से जोड़ने के लिए ऐसे आयोजन महत्वपूर्ण हैं.
एस.के. चौधरी न्यास के अध्यक्ष डॉ. संत कुमार चौधरी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए संस्थान की शैक्षणिक उपलब्धियों की चर्चा की.
राज्यपाल ने यहां हैकाथॉन में अपने प्रोजेक्ट प्रदर्शित करने वाले चुनिंदा छात्रों से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने यहां कृषि नवाचारो से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. उन्होंने युवा महोत्सव में विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए. राज्यपाल ने इस अवसर पर तकनीकी पत्रिका टेक्नीकोन और कृषि आधारित पत्रिका किसान इंटरनेशनल के वार्षिक अंक का लोकार्पण भी किया. कार्यक्रम के आरम्भ में उन्होंने उपस्थितजन के समक्ष भारतीय संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन किया.
कार्यक्रम में बिहार के पूर्व राज्यपाल श्री डी. वाइ. पाटिल, आर्म्ड फोर्सेज ट्रिब्यूनल राजस्थान शाखा के न्यायिक सदस्य जस्टिस श्री गोवर्धन बाढ़दार, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के मुख्य महाप्रबंधक श्री राजेश मिश्रा, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के एफ.जी.एम. श्री विपन सिंह, द ट्रेड रिप्रजेंटेशन ऑफ द रशियन फेडरेशन इन इण्डिया के डिप्टी ट्रेड कमिश्नर येवजेनी गिरवा, समाजसेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. एच.सी. गणेशिया, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा के कुलपति श्री एस.के.सिंह सहित कुलपतिगण, गणमान्यजन, शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे.