दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन हुआ आयोजन
सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि वैश्य समाज को अब किसी से डरने, संकोच करने का वक्त नहीं है। खुलकर, बताकर, जताकर और हल्ला करते हुये अपनी राजनीतिक निष्ठा को प्रदर्शित करें, तभी हमारी बात सुनी जाएगी।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन हुआ आयोजन
रिपोर्ट: सुनितं नरूला:
वैश्य समाज को अधिक से अधिक संगठित होने का आहवान करते हुये सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने आज कहा, अब किसी से डरने, संकोच करने का वक्त नहीं है। खुलकर, बताकर, जताकर और हल्ला करते हुये अपनी राजनीतिक निष्ठा को प्रदर्शित करें, तभी हमारी बात सुनी जाएगी।
उन्होंने कहा कि समाज निर्माण में वैश्य समाज की अहम भूमिका है, मगर राजनीतिक रूप से हम पिछडे हुए है। इसका एकमात्र कारण अपनी राजनीतिक निष्ठा जाहिर करने में हिचकिचाहट है। वैश्य समाज को यह हिचकिचाहअ समाप्त करनी होगी। बिना राजनीतिक रूप से सशक्त हुए समाज की मदद नहीं कर सकते और इसके लिये सभी को सारे मतभेदों को भुलाकर एकजुट होना होगा। भारत को विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र के रूप में जाना जाता है। जनतंत्र में जनता का महत्व सर्वोच्च होता है।
श्री गंगा प्रसाद यहां तालकटोरा स्टेडियम में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन द्वारा आयोजित विराट वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समाज के युवाओं और महिलाओं से अनुरोध करते हुये कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र में रह कर प्रयन्तशील रहे। मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, जैसी महत्वपूर्ण सरकारी योजनाओं से खुद को जोडे। वैश्य समाज के लोगों के खून में ही व्यापार है। युवा आत्मनिर्भर बने, नौकरी के पीछे भागने के बजाय नौकरी प्रदान करने योग्य बने और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दें।
सिक्किम के राज्यपाल ने अपने राज्य में वैश्य समाज के योगदान को अतुलनीय बताते हुये कहा कि पहाड़ी बीहड़ इलाकों में जहां लोग बुनयादी सुविधाओं से वंचित रहे है, वहां वैश्य समाज के लोगों ने गांव-गांव जाकर लोगों की आवश्यकता पूर्ति की है। उन्होंने दावा करते हुये कहा कि हर क्षेत्र में वैश्य समाज के लोगों के कारण सिक्किमवासियों का जीवन सरल-सुगम बना है।
श्री गंगा प्रसाद ने बताया कि वैश्य समाज को जितना सबल माना जाता है, उतना नहीं है, 80 प्रतिशत लोग सामान्य और गरीब हैं। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का मकसद होना चाहिए कि सभी वैश्य समाज की एकता को साथ दिखाना, सबको एकसाथ लाने के साथ काम करना हौगा। यह तभी संभव होगा जब वैश्य समाज के सभी संगठन एक मंच के नीचे आयेंगे।
इस समारोह की शुरूआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई। दीप प्रज्जवलन में आनन्द पीठाधीश्वार आचार्य महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 डॉक्टर बालकानन्द गिरी जी, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉक्टर गिरीश कुमार संघी, महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूणा ओसवाल, राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता, अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉक्टर गोपाल मोर, राष्ट्रीय महामंत्री एवं हरियाणा के पूर्व विधायक और समारोह के आयोजक उमेश अग्रवाल सहित अन्य ने भाग लिया।
सुबह सात बजे से तालकटोरा स्टेडियम में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से दस हजार से अधिक संख्या में वैश्य प्रतिनिधियों का बसों और कारें से आना प्रारंभ हो गया था और स्टेडियम दस बजे तक पूरा भर गया और स्टेडियम की गैलरी में खडे, सीढियों पर बैठ कर सम्मेलन में भाग लिया। करीब तीन हजार से अधिक लोगों ने बाहर खडे होकर अपने नेताओं के विचारों को सुना।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य डॉक्टर गिरीश कुमार संघी ने समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने लोगों के उत्साह को देखते हुये कहा कि उन्हें पता नहीं था कि यह स्टेडियम छोटा पड़ जायेगा। डॉक्टर संघी ने वैश्य समाज के लोगों के यहां पर सरकारी एजेंसियों द्वारा छापे डाले जाने पर क्षोभ व्यक्त करते हुये कहा कि यह इसलिए होता है कि हम लोग राजनीतिक रूप से सशक्त नहीं है। जो राजनीतिक रूप से सशक्त है, उनके उपर हाथ डालने किसी की हिम्मत नहीं होती है। उनहोंने वैश्य समाज के सभी घटकों से अपील करते हुये कहा कि वे वैश्य महासम्मेलन के मंच पर एकजुट हो और इसी में समाज की भलाई है और प्रगति के मार्ग पर चल सकते है।
डॉक्टर संघी ने महिलाओं से बच्चों को खासतौर से बालिकाओं को बेहतर शिक्षा देने की अपील की। शिक्षा के माध्यम से समाज के विकास में तेजी आयेगी।
आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 डॉक्टर बालकानन्द गिरी जी ने अपने संबोधन में कहा कि वैश्य समाज देश के आर्थिक विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है लेकिन प्रशासनिक तंत्र और राजनीतिक क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि वैश्य समाज के लोग काफी चाटर्ड एकाउटेंट मिल जायेंगे लेकिन प्रशासनिक सेवाओं में जाना पसंद नहीं करते हुए इसीलिये वैश्य समाज के अनुकूल नीतियां नहीं बन पाती है। आचार्य ने कहा कि वह स्वयं वैश्य समाज से है।बालिका शिक्षा पर जोर देते हुये कहा कि इससे बच्चों में अच्छे संस्कार मिलेंगे।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तारा किशोर प्रसाद ने कहा कि वैश्य समाज ने देश को जोड़ने का कार्य किया हैऔर भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर संघी के बारे में बताया कि उन्हें बिहार के हर गली और टोले के लोग जानते हे। डाक्टर संघी ने बिहार में वैश्य समाज को एकजुट करने के लिये वैश्य चेतना रथ यात्रा निकाली थी। सम्मेलन में आये लोगों से उन्होंने आग्रह करते हुये कहा कि वे यहां से जाने के बाद समाज का अम्बेस्डर बन कर जायें।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व प्रघानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री ने इस विराट वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन भाग लेने वालो को शुभ कामना देते हुये कहा कि आज उन्हें यह देखकर गर्व हो रहा हैं।
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज के लोगों में देशभक्ति भरपूर है। देश में कहीं पर कोई प्राकृतिक आपदा आती है। तो वैश्य समाज सबसे आगे आता है। लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में काफी पिछड़ा हुआ है।इसके लिये समाज के सभी घटकों का एकजुट होना जरूरी है।
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष श्याज जाजू ने कहा कि वैश्य समाज के लोग देश के प्रति निष्ठावान होते हैे कोई देशद्रोही नहीं मिलेगा। वैश्य समाज को राजनीति में अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूणा ओसवाल ने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
जम्मू और कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता ने वैश्य समाज से आग्रह करते हुये कहा कि 370 धारा समाप्त होने के बाद वे अपना उद्योग लगा सकते हैं। इस वक्त वहां पर निवेश करने का बेहतर अवसर है।उन्होंने कहा कि हिन्दु समाज में वैश्य का महत्वपूर्ण दर्जा है।
पूर्व सांसद और अभिनेत्री जयप्रदा ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते कहा कि उन्हें गर्व हैकि वह वैश्य समाज से है।वैश्य समाज लक्ष्मीजी के उपासक होते है। जहां महिलाएं होती हैवहां पर लक्ष्मी का वास होता हेै।
मेरठ से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि वैश्य समाज ने देश की समृद्धि में बहुत बड़ा योगदान दिया है। अग्रेजों के राज से पहले भारत काफी समृद्ध था लेकिन आजादी के बाद वामपंथी नीतियों के कारण विकास की ओर ध्यान नहीं दिया गया।उन्होंने बताया कि वैश्य जिस प्रकार से अपने व्यवसाय में निवेश करता हैउसी प्रकार से राजनीति में भी निवेश करने की जरूरत है।अब राजनीति पूर्णकालिक हो गई, अशंकालिक नहीं रही है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री संतोष बागदोडिया ने कहा कि वैश्य समाज के लोगों ने अपने व्यवसाय को बढ़ाया लेकिन समाज की ओर ध्यान नहीं दिया।उन्होंने कहा कि अब समय आ गया कि समाज अपनी राजनीतिक शक्ति को बढ़ायें।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन हरियाणा प्रदेश के अध्यक्ष राजीव जैन ने कहा कि वैश्य समाज की जब राजनीति में भागीदारी बढ़ेगी तभी देश का भला होगा।
वैश्य महासम्मेलन राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल के दौरान ने वैश्य समाज के लोगों ने आमजन की सहायता की है। उन्होंने कहा कि इस वक्त समाज के कई संगठन अलग अलग गुटों में बटा हुआ है अगर सभी एकजुट हो जाये तो हमारा समाज एक शक्तिशाली समाज बन सकता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि उनका जयपुर में 50,000 वैश्य प्रतिनिधियों का सम्मेलन बुलाने का इरादा है।
दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार ऐरन ने वैश्य समाज में पनपी कुरीतियों को समाप्त करने पर जोर देते हुये कहा कि वैश्य समाज में हमेशा नारी की पूजा होती है। उन्होंने कहा कि हम लोग राजनीति में पीछे है लेकिन देश की अर्थ व्यवस्था में रीढ की हड्डी है।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्री विशाल बंसल ने बताया कि अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन कोराना से पहले हर साल विदेश में 15 अगस्त को फहराता है और इस साल सिंगापुर की योजना बनाई गई है।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री डॉक्टर गोपाल मोर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया । उन्होंने सभी अतिथियों को उपस्थित समूह को उनका परिचय भी दिया।
विराट वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन के आयोजक और अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय महामंत्री एवं हरियाणा के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने सभी अतिथियों को सम्मेलन में भाग लेने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने वैश्य समाज की सभी महिलाओं का दिल से आभार व्यक्त करते हुये कहा कि आज महिलाओं की उपस्थिति को देखकर ऐसा एहसास हो रहा था कि भविष्य में हमारा महिलाओं का संगठन बहुत ही मजबूत बनने वाला है।
इस सम्मेलन को अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बालकिशन अग्रवाल, मेरठ मंडल के प्रभारी हेमंत सिंघल, अलीगढ के राकेश अग्रवाल, हरियाणा की उमा गोयल, पश्चिम उत्तर प्रदेश महिला महामंत्री ममता वार्ष्णेय, उत्तर प्रदेश के महामंत्री सचिन अग्रवाल एवं शैलेन्द्र अग्रहरि, योगेन्द्र अग्रवाल, संजय सरावगी, अलवर के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, सांसद संगम लाल गुप्ता सहित अन्य ने भी संबोधित किया।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश मेठी, अक्षय खण्डेलवाल, और जुगल किशोर गुप्ता, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नटवर गोयल, राम कुमार गुप्ता, शिव सुग्रमण्यम स्वामी, रमेश कुमार बंग सहित अन्य ने सम्मेलन में भाग लिया। वैश्य समाज के विभिन्न घटकों के अध्यक्षों और पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लियज्ञं
इस सम्मेलन को सफल बनाने वाले प्रतिभागियों को ट्राफी देकर भी सम्मानित किया गया।