नराईच गांव मामले में पुलिस ने लोजपा के प्रदेश महासचिव पर कराई पर दी सफाई
नराईच गांव मामले में पुलिस ने लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह पर कराई थी प्राथमिकी दर्ज, परंतु सोमवार को नराईच गांव के मुस्लिम समुदाय ने ही समाजसेवी से मुलाकात कर के कहा कि हम लोगों को मैत्री संबंध रहना चाहिए सदैव बरक़रार
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) ज्ञात हो कि विगत 19 मार्च 2024 को कासमा थाना क्षेत्र अंतर्गत नराईच गांव में दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था. विवाद का मुख्य वजह कब्रिस्तान था. इसी मामले में एक सिपाही भोला कुमार ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी व समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह पर एक प्राथमिक की दर्ज कर दी थी. जिसमें कहा था कि मैं कासमा थाना अंतर्गत नराईच गांव में विधि व्यवस्था संघारण हेतु प्रतिनियुक्त हूं.
आज़ 19 मार्च 2024 को 12:00 दिन से 20:00 बजे रात्रि तक के पाली में सिपाही / 1291 श्रवण कुमार के साथ ड्यूटी में नराईच गांव में विवादित कब्रिस्तान के समीप तैनात थे. समय करीब साढे 19:30 बजे करीब 40 - 50 की संख्या में महिला एकत्रित होकर हम लोगों के पास आई. जो हिंदू समुदाय की थी, और बोलने लगी कि मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा हम लोगों के घर पर पथराव किया गया है. जिसकी सूचना मेरे द्वारा समय 19:34 बजे मोबाइल के माध्यम से थानाध्यक्ष कासमा थाना को दिया गया.
उसी समय एकत्रित हिंदू समुदाय के महिलाओं को समझ रहे थे, तो मुस्लिम समुदाय की महिलाएं एकत्रित हो गई, तथा दोनों समुदाय के कुछ अन्य पुरुष भी आ गए, एवं सभी आपस में गाली - गलौज करते हुए तथा ईट - पत्थर से एक दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया. कब्रिस्तान के पास निगरानी हेतु लगाए गए दो सी0सी0टी0वी0 कैमरा, मुस्लिम समुदाय के निर्माणाधीन कब्रिस्तान के ईट को दोनों समुदाय के लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया, तथा पर्याप्त रोशनी हेतु लगाए गए स्ट्रीट लाइट को भी तोड़ दिया गया.
इसके बाद दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है, कि हिंदू समुदाय के लोगों द्वारा आपस में बोलते हुए सुने कि लोजपा नेता, प्रमोद सिंह जैसे - जैसे कहलको उहे कर, तब सलटतो. ज्ञात हो कि सिपाही भोला कुमार द्वारा दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर कासमा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया था. जिसका कांड संख्या - 37 / 24 दिनांक - 20 मार्च 2024 है, तथा यह मुक़दमा भारतीय दंड विधान की धारा - 147, 148, 149, 341, 323, 307, 427, 353, 354 153 (ए0), 504, 506, 120 (बी0) के तहत दर्ज किया गया है.
इसके बाद लोक पर रामविलास के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने भी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा था, कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बिल्कुल निराधार है. यह एक राजनीतिक साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है, क्योंकि घटना से पूर्व ही मैं अपने निजी काम से छत्तीसगढ़ में आया हुं. जिसका मोबाइल लोकेशन भी निकाला जा सकता है, कि मैं घटना के दिन कहां हूं. इसलिए मैं वरीय अधिकारी से मांग करता हूं, कि इस मामले में निष्पक्ष जांच करके मुझे न्याय दिया जाए. अन्यथा मैं बाध्य होकर अपने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र की जनता के साथ थाना का भी घेराव करूंगा, और तब तक आंदोलन तेज रहेगी. जब तक की दोषी थाना प्रभारी पर वरीय पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई करके कासमा थाना से ना हटा दिया जाएगा.
इसके बाद फिर लोजपा (रामविलास) नेता, प्रमोद कुमार सिंह के समर्थकों ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बयान देते हुए कहा था, कि इन पर लगाया गया आरोप बिल्कुल ही निराधार है. इनकी बढ़ती हुई लगातार लोकप्रियता के कारण ही एक राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. इसलिए हम लोग भी वरीय अधिकारी से मांग करते हैं, कि घटना की खुद निष्पक्ष जांच कर के इन पर लगाए गए बिल्कुल निराधार आरोप को समाप्त करें. अन्यथा हम लोग भी आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे. ज्ञात हो कि इसी नराईच गांव के मामले में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के संबंध में जब संवाददाता ने रविवार (होलिका दहन) के दिन ही कासमा थाना प्रभारी के सरकारी मोबाइल नंबर पर संपर्क स्थापित कर पक्ष जानना चाहा था, तो फोन रिसीव करने के बाद जवाब देते हुए कहा था, कि मैं अभी बिजी हूं.
इसके बाद नराईच गांव के ही करीब 8 - 10 की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सोमवार दिनांक - 22 अप्रैल 2024 को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह के जिला मुख्यालय स्थित आवास पर पहुंचकर मुलाकात किया, और आग्रह करते हुए कहा कि हम लोगों को शुरू से ही मैत्री संबंध बरक़रार है. इसलिए हम लोग भी चाहते हैं, कि एक दिन समय निकालकर दोनों समुदाय के लोग आपस में हाई बैठकर समस्या का समाधान निकाल लें. ताकि समाज में भी हम लोगों का एक अच्छा मैसेज जाए, कि दोनों समुदायों के बीच कोई विवाद नहीं है. ध्यातव्य हो कि सोमवार को जो नराईच गांव से मुस्लिम समुदाय के लोग लोजपा नेता, प्रमोद कुमार सिंह के आवास पर पहुंचे हुए थे. उसमें शिक्षित और सीनियर सिटीजन के लोग ही आए हुए थे.
इसके बाद लोजपा (रामविलास) प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने भी आश्वासन देते हुए कहा है, कि जल्द ही एक बैठक करके हम लोग इसका निर्णय निकाल लेंगे, ताकि दोनों समुदायों के बीच उत्पन्न विवाद समाप्त हो जाए, और मैत्री संबंध भी बरकरार रहे. हम सदैव न्याय की ही राजनीति करते हैं, अन्याय की नहीं. इसलिए न्याय किसी भी धर्म के मानने वाले लोगों को अवश्य मिलना चाहिए. इसके बाद सोमवार को लोजपा (रामविलास) प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार ने संवाददाता को भी बयान दिया है, कि दोनों समुदायों के बीच उत्पन्न विवाद का रास्ता अवश्य निकालना चाहिए, ताकि समाज में भी एक अच्छा मैसेज जाए.