प्रधानमंत्री के औरंगाबाद कार्यक्रम में बोले बिहार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं औरंगाबाद सांसद
तब मंच पर बैठे प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी भी हाथ जोड़कर खूब मुस्कुरा रहे थे, क्योंकि यही माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने पूर्व में कहा था, कि मिट्टी में मिल जाएंगे. मगर भाजपा में कभी नहीं जाएंगे?
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के औरंगाबाद कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री सह बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, माननीय सम्राट चौधरी को जब सर्वप्रथम स्वागत भाषण देने हेतू मंच पर आमंत्रित किया गया. तब प्रधानमंत्री के लिए अपने स्वागत भाषण में मंच से संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की पावन धरती, भगवान भास्कर की पावन धरती औरंगाबाद, औरंगाबाद के भगवान देव के नगर में देश के प्रधानमंत्री, माननीय नरेंद्र मोदी का हम जोरदार स्वागत करते हैं.
इस मंच पर उपस्थित हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री, आदरणीय नीतीश कुमार जी, सम्मानित मंच और पुरे बिहार से और इस पुरे औरंगाबाद से छोड़ के मगध और शाहाबाद से आए हुए साथियो आज देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी बिहार के पावन धरती पर आकर शिलान्यास और उद्घाटन करने वाले हैं. ये हमारे लिए गौरव का दिन है, कि देश के सबसे लोकप्रिय नेता आज हमारे पास आए हैं, और सभी लोग मिलकर इनका स्वागत करें, और देश में ऐसे प्रधानमंत्री आप हुए, कि धारा-370 से लेकर आपने जो कमिटमेंट किया. चाहे लोकसभा में किया हो या लोकतंत्र में किया हो. सभी कमिटमेंट को पुरा करने वाला कोई प्रधानमंत्री है, तो नरेंद्र मोदी. आपने बिहार का दौरा करने का काम किया. इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद. लेकिन पाठकों को यह भी बता देना जरूरी है, कि यही माननीय उपमुख्यंत्री, सम्राट चौधरी जब बिहार में सिर्फ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहते भर में कुछ ही माह पूर्व औरंगाबाद आए हुए थे.
तब एक निजी रिसॉर्ट (होटल) में हो रहे कार्यक्रम के दौरान मंच से संबोधित करते हुए कहा था, कि बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार काहे के दिमाग खराब किए हुए हैं. यदि उनसे बिहार नही संभल रहा है, तो मुख्य्मंत्री पद से कुर्सी छोड़कर जाएं ना? इसके बाद मंच से यह भी संबोधित करते हुए कहा था, कि मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार को जब तक पद से नहीं हटा देंगे. तब तक हम अपना मुड़ेठा नहीं खोलेंगे? उसी दिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी ने औरंगाबाद शहर में पैदल रोड शो भी किया था, और कुछ नेता प्रसिद्धि पाने के उद्देश्य से बुलडोजर मंगवाकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर पुष्प वर्षा भी करवाए थे. लेकिन ताज्जुब की बात है, कि माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का जब औरंगाबाद में कार्यक्रम आयोजित हुआ.
तब यही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, माननीय सम्राट चौधरी ने बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार के लिए आदरणीय शब्द का इस्तेमाल किया. इसके बाद जब बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार को मंच पर बोलने हेतू आमंत्रित किया गया. तब माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने मंच पर मुस्कुराते हुए जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझको बहुत खुशी है, कि वह आए हैं, और आगे आते रहेंगे, और आप जान लीजिए, और आप लोगों को हम कह देना चाहते हैं, आप इस बार जो चुनाव होने वाला है लोकसभा का, तो हमको पूरा का पूरा विश्वास है कि बिल्कुल भारी संख्या में और बहुत बड़ी संख्या में 400 से ज्यादा जरूर जीतेंगे. ये हमको पूरा भरोसा है, और आपकी अभी इतनी संख्या वहां भी देखे हैं. यहां भी देखे हैं. लड़के और लड़कियों को, तो मुझे बहुत खुशी है कि सब एकजुट होकर रहिए, और सब कुछ करिए. हम भाई बीच में इधर-उधर हो गए थे. लेकिन अब फिर आ गए हैं. परमानेंटली रहने के लिए, चिंता मत करिए. आप जानते ही है ना.
यहां पर मंत्री बने हुए हैं केंद्र में गिरिराज सिंह जी, तो आखिर हमारे साथ ही ना थे. यहीं पर ना काम कर रहे थे, तो कितना काम हुआ था जी. 2005 से ले करके कितना ज्यादा हम लोग लगातार काम किए. कितना ज्यादा विकास हुआ. आज चारो तरफ आकर के कितना पूरा-पूरा काम किए, तो हम लोग तो करते रहेंगे, और उसी समय हम लोग अनुरोध भी किया, कि और हो जाए. केंद्र सरकार की तरफ से, तो अभी आपने यहां पर तो तीन तरह के काम शुरुआत कर रहे हैं. नये चीज का उद्घाटन कर रहे हैं, और लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, कि आप बहुत आगे बढ़िएगा, तो मैं इसके लिए इनका अभिनंदन करता हूं, और आप लोग सब पुरी खुशी के साथ यहां पर हैं, तो मैं तो यही आग्रह करूंगा कि एक बार खड़ा होकर के आदरणीय प्रधानमंत्री जी का स्वागत करिए, अभिनंदन करिए. काहे आप लोग चुप हैं, बैठाओ. पीछे कौन खड़ी है. अरे दुगो महिला काहे बैठी हुई है, खड़ा हो, और उधर काहेला तीन, चार गो बैठा हुआ है, खड़ा हो सब. हां चलिए बहुत-बहुत धन्यवाद, और बहुत सारे पत्रकार बंधु भी भारी संख्या में हैं. उनका भी हम स्वागत करते हैं.
ज्ञात हो कि इसी आयोजित कार्यक्रम में बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री, जीतन राम मांझी को भी माननीय शब्द का उपयोग करते हुए सम्मानित किया. जो कुछ ही दिन पहले बिहार विधानसभा में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, माननीय जीतन राम मांझी को अपमानित करते हुए मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने कहा था, कि इसको कुछ बुझाता है जी? इसको तो राज्यपाल बनना है? राज्यपाल बनवा दीजिए? जिसे प्रमुखता से प्रकाशित / प्रसारित खबर को भी सभी लोगों ने देखा था? इसलिए ताज्जुब की बात तो है ही? साथ ही जब बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार अपने संबोधन के दौरान मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी का जमकर तारीफ कर रहे थे.
तब मंच पर बैठे प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी भी हाथ जोड़कर खूब मुस्कुरा रहे थे, क्योंकि यही माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने पूर्व में कहा था, कि मिट्टी में मिल जाएंगे. मगर भाजपा में कभी नहीं जाएंगे? लेकिन आज भाजपा मे ही शामिल होकर माननीय प्रधानमंत्री का गुणगान भी कर रहे हैं? ध्यातव्य हो कि इस आयोजित कार्यक्रम में मंच पर सिर्फ तीन लोगों को ही बोलने का मौका दिया गया. जिसमें प्रथम वक्ता के रूप में बिहार के उपमुख्यमंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी, दूसरा बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार एवं तीसरा अंतिम वक्ता प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी को.
इसके अलावे किसी भी माननीय को मंच पर बोलने हेतू मौका ही नही दिया गया. लेकिन माननीय प्रधानमंत्री सहित सभी माननीय के मंच पर पहुंचने से पूर्व ही सिर्फ औरंगाबाद के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के लिए हम लोगों को बहुत ही कम समय मिला. फिर भी आज जो मैं भीड़ देख रहा हूं. कुंभ से कम नहीं है.
जी-20 में प्रथम बार मेजबानी माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने किया. आप लोग जितने भी लोग आए हुए हैं. मर्यादा का परिचय देते हुए सौम्यता बनाए रखे. इसके बाद सांसद ने संबोधित करते हुए कहा कि औरंगाबाद जिला स्वागत करने के मामले में मिथिला से कम नहीं है. फिर कहा कि प्रधानमन्त्री सौर ऊर्जा लांच हुई है. एक करोड़ लोगों के लिए. बिजली खपत के साथ साथ गरीब बिजली बेच भी सकते है. आज भारत बोलता है. तब दुनियां सुनती है. पिछले कतार में नही रहती है.