पाक से ज्यादा आगे बढ़ रहे भारत के मुसलमान: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
Union Finance Minister Nirmala Sitharaman said that Indian Muslims progressing more than Pakistan
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की नकारात्मक छवि दिखाने वालों को करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत में दूसरी सबसे बड़ी आबादी मुस्लिमों की है. पाकिस्तान से ज्यादा हमारे मुसलमान आगे बढ़ रहे है.
मोदी सरकार में नंबर तीन की मंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की नकारात्मक छवि दिखाने वालों को करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत में दूसरी सबसे बड़ी आबादी मुस्लिमों की है. हमारे देश के मुसलमान पाकिस्तान से ज्यादा प्रगति कर रहे हैं. दूसरी तरफ पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. उनकी संख्या लगातार घट रही है. निर्मला सीतारमण ने पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआईआईई) में ये बातें कही. यहां भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और विकास पर चर्चा चल रही थी.
भारत में निवेश या पूंजी प्रवाह को प्रभावित करने वाली धारणाओं पर पीआईआईई के अध्यक्ष एडम एस पोसेन को जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि उन लोगों द्वारा बनाई जा रही धारणाओं को सुनें जो जमीन पर भी नहीं गए हैं और जो रिपोर्ट पेश करते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इसका उत्तर उन निवेशकों के पास है जो भारत आ रहे हैं, और वे आते रहे हैं. और किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में जो निवेश प्राप्त करने में रुचि रखता है, मैं केवल इतना कहूंगी, आइए देखें कि भारत में क्या हो रहा है.
पोसेन ने सीतारमण से यह भी सवाल किया कि पश्चिमी प्रेस में विपक्षी दल के सांसदों की स्थिति और भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के हिंसा का शिकार होने के बारे में व्यापक रिपोर्टिंग हो रही है. वित्त मंत्री ने कहा, "भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है. यदि ऐसी कोई धारणा है कि क्या यह जनसंख्या केवल संख्या में बढ़ रही है. यदि वास्तव में है, तो क्या राष्ट्र ने उनका जीवन कठिन बना दिया गया है, जो कि इनमें से अधिकांश लेखों में लिखित है. मैं पूछना चाहूंगी कि क्या भारत में मुस्लिम आबादी 1947 की तुलना में बढ़ रही है?"
पाक में क्या हो रहा, सीतारमण ने बताया
सीतारमण ने आगे कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत बद से बदतर होती जा रही है और उनकी संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को मामूली आरोप में मौत की सजा दी जाती है. ईशनिंदा कानून, ज्यादातर मामलों में, व्यक्तिगत प्रतिशोध को पूरा करने के लिए उपयोग किया जाता है. पीड़ितों को तुरंत दोषी मान लिया जाता है, यहां तक कि उचित जांच के बिना और एक जूरी के तहत परीक्षण आयोजित किए बिना.
सीतारमण ने कहा, "विरोध के रूप में, कुछ लोग कहते हैं, मैं एक देश का नाम क्यों लेती हूं? आजादी के वक्त भारत और पाकिस्तान दोनों देश बने थे. पाकिस्तान ने खुद को एक इस्लामिक देश घोषित कर दिया. लेकिन फिर भी कहा कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाएगी. लेकिन, हालात ये हैं कि हर अल्पसंख्यक की संख्या घट रही है... यहां तक कि कुछ मुस्लिम संप्रदाय भी खत्म हो गए हैं."
पाक से बेहतर मुस्लिम भारत में कर रहे प्रगति
उन्होंने पाकिस्तान के मुसलमानों की भारत से तुलना करते हुए कहा कि भारत में मुसलमान बेहतर कर रहे हैं. कहा, "मुहाजिरों, शिया और हर दूसरे समूह के खिलाफ हिंसा हो रही है. उन्हें मुख्यधारा में स्वीकार नहीं किया जाता है. मुझे नहीं पता, सुन्नियों को शायद. जबकि भारत में आप पाएंगे कि मुसलमानों का हर वर्ग अपना व्यवसाय कर रहा है. उनके बच्चे शिक्षित हो रहे हैं. सरकार द्वारा फैलोशिप दी जा रही है.”
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