सदर प्रखंड अंतर्गत संपन्न हुए व्यापार मंडल चुनाव में दूसरी बार अध्यक्ष पद पर विजेता बने महेश्वर प्रसाद सिंह

सदर प्रखंड औरंगाबाद, अंतर्गत व्यापार मंडल में लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद व्यापार मंडल के अध्यक्ष अध्यक्ष बने महेश्वर प्रसाद सिंह ने संवाददाता से हुई बातचीत के क्रम में कई मुद्दों पर सवाल पूछे जाने के बाद खुलकर जवाब देते हुए कहा कि हमारी यह जीत सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया: के आधार पर ही हुई है.

सदर प्रखंड अंतर्गत संपन्न हुए व्यापार मंडल चुनाव में दूसरी बार अध्यक्ष पद पर विजेता बने महेश्वर प्रसाद सिंह
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अजय कुमार पाण्डेय / प्रमोद कुमार सिंह :

औरंगाबाद: (बिहार) इस बार के सदर प्रखंड औरंगाबाद, अंतर्गत संपन्न हुए व्यापार मंडल चुनाव में भी शुक्रवार दिनांक 04 नवंबर 2022 को लगातार दूसरी बार महेश्वर प्रसाद सिंह ने हीं अपनी बाजी मारते हुए अध्यक्ष पद पर चुनाव जीत गए.

ध्यातव्य हो कि व्यापार मंडल में लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद पर चुनाव जितने के बाद जब संवादाता ने इनसे सवाल पूछा कि आप अपने प्रखंड वासियों एवं जिले वासियों को क्या संदेश देना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहले तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह हमारी जीत सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे संतु निरामया: के आधार पर हुई है. औरंगाबाद के किसानों ने, औरंगाबाद के मतदाताओं ने, औरंगाबाद के पैक्स अध्यक्षों ने हम पर बहुत विश्वास किया है, और इतनी बड़ी संघर्ष में भी हमको दूसरी बार विजय प्राप्त हुआ है. यह हमारी जीत नहीं है. औरंगाबाद जिले के टोटल मतदाता और सपोर्टर की है. इस कड़ी लड़ाई में हमें जिताने का काम किया है, और चुकी मैं धार्मिक व्यक्ति हूं. मुझे धर्म पर बहुत आस्था है, और भगवान पर विश्वास के साथ यह लड़ाई लड़ा, और मैं तो समझता हूं कि साक्षात हनुमान जी ने ही यह चुनाव जीताया है, और लोगों के मन मिजाज को बदला है, कि एक ऐसे ईमानदार, प्रतिष्ठित आदमी को जिताना चाहिए. इनका कार्यकाल अच्छा रहा है, और मेरा राजनीतिक जीवन जो सन् 1972 से प्रारंभ हुआ. मैं पहले सरपंच का चुनाव जीता, और दो दो बार अपने पंचायत में पैक्स अध्यक्ष रहा. छ: छः बार रिकॉर्डेड औरंगाबाद सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के डायरेक्टर के पद पर रहा. एक्टिंग चेयरमैन रहने का अवसर भी प्राप्त हुआ, और इससे मैं समझता हूं कि सहकारिता के क्षेत्र में पुराने जितने भी नेता थे.

आपको रफीगंज वृजा बाबू, अंबा वृजा बाबू और दीना बाबू, जगनारायण बाबू, महेंद्र बाबू, अखिलेश बाबू इन सारे नेताओं के साथ मुझे काम करने का अवसर प्राप्त हुआ. दूसरी बात मै यह कहना चाहूंगा कि ईश्वर की एक विलक्षण स्थिति भी है मेरे साथ. अभी तक कोई चुनाव लड़ा. वो जीवन में अभी तक नहीं हारा. चाहे जिस स्थिति में भी मैं लड़ा. जनता ने सहयोग करके ऐसा कम ही है. छोटा ही चुनाव है. लेकिन कम ही समय आता है, कि हर आदमी चुनाव जीते, तो मैं आज तक सन 1972 से जितना भी चुनाव लड़ा.

टाइम टू टाइम. ईश्वर की कृपा और जनता के आशीर्वाद से मुझे विजय प्राप्त हुआ है, और इसके चलते सहकारिता के पूरे बिहार के नेता हमारा वो सम्मान करते हैं. चाहे वो बिस्कोमान के चेयरमैन सुधीर बाबू हो. चाहे वो स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के चौबे जी हो, या डायरेक्टर, सतेंद्र बाबू. हमें आरा सेंटर कोऑपरेटिव बैंक से रहे हो. आज स्वर्गीय अजीत बाबू व्यक्तिगत हमें चाचा कहकर संबोधित करते थे. सुनील बाबू भी मेरा बहुत रिगार्ड करते हैं, और कहते हैं कि सहकारिता के क्षेत्र में अद्भुत स्तंभ और पिलर हैं आप, और वो बराबर हमसे कॉन्ट्रैक्ट कर रहे थे, कि चाचा जी आप ऐसे आदमी को चुनाव जीतना जरूरी है.

आप पटना आते हैं, और जब मीटिंग में एड्रेस करते हैं, तो हम लोगों को लगता है कि आप बिहार में सहकारिता के लिए लड़ने वाले और संघर्ष करने वाले बिहार के नेता हैं. हमारे पीछे बहुत लोग पड़े. मैं साधारण व्यक्ति हूं. साधारण गांव में पैदा हुआ हूं. हमने किसी का कुछ बिगाड़ा नहीं. लेकिन ऐसे ऐसे लोग हमारे खिलाफ मैदान में आए. जो हमको समझ में नहीं आता है, कि आखिर कारण क्या है? इस व्यक्ति को जिम्मेवारी और जीतने का हमको मौका मिला, और तमाम सहकारिता क्षेत्र के जाने माने नेता और औरंगाबाद जिले के नेता, तमाम व्यापार मंडल के बिहार के जीते हुए व्यक्तियों के प्रति मेरी शुभकामना. तमाम पैक्स अध्यक्ष पूरे जिले के और खासकर औरंगाबाद प्रखंड के अध्यक्षों को मैं सम्मानित पूर्वक जरूर कहुंगा, कि उन्होंने मेरा साथ दिया, और हमने विश्वास किया, और हमें अपने मत से जिताया है.

मैं आगे की घोषणा करता हूं कि ईमानदारी पूर्वक काम करता रहूंगा. जब तक मैं जिंदा रहूंगा. सहकारिता के प्रति मेरा आस्था और विश्वास रहेगी. दूसरे राजनीतिक क्षेत्र से भी मैं जुड़ा रहा. बिहार के बड़े बड़े नेताओं के साथ भी संपर्क रहा.भारत के बड़े बड़े नेताओं में प्रधानमंत्री, विश्वनाथ प्रताप सिंह से लेकर मोरारजी देसाई जैसे लोगों के साथ भी रहने का अवसर मिला है. चीफ मिनिस्टर सत्येंद्र बाबू, लुटन बाबू, बृजमोहन बाबू ऐसे ऐसे महान रघुवंश बाबू इन लोगों के साथ भी काम करने का अवसर मिला है.

मैं अपने को धन्य समझता हूं, कि उस सीढ़ी से मैं गुजरा हुआ हूं. जो पीढ़ी अब नहीं है, और मैं समझता हूं कि हमारे ऐसे बहुत कम लोग बचे हैं. जो पुराने पीढ़ी के व्यक्ति हैं, और जिनका पुराने पीढ़ियों से संपर्क रहा है. मैं इन बातों के साथ अंत में यही कहना चाहूंगा, कि जिले के सभी वासियों को धन्यवाद देते हुए कि आपने मुझे जीताया है. यह कोई भी पद हो. साधारण पद हो, या बड़ा पद हो. लेकिन पद पद होता है, और इसकी एक गरिमा होती है. चुनाव चुनाव होता है, और सबों के सहयोग से हमें यह प्राप्त हुआ है. मैं सारे मतदाताओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन करता हूं, धन्यवाद देता हूं, और मैं समझता हूं कि यह सत्य की जीत है. धर्म की जीत है, और भगवान की असीम अनुकंपा से हमारी जीत भी है. मैं ईश्वर के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. बजरंगबली के प्रति अपना नमस्कार करता हूं, और सभी बड़ों को प्रणाम. सभी छोटों को आशीर्वाद. बहुत बहुत शुभकामना.

इसके बाद जब संवाददाता ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष पद पर विजेता बने महेश्वर प्रसाद सिंह से सवाल पूछा कि सदर प्रखंड औरंगाबाद अंतर्गत संपन्न चुनाव में आपकी उम्मीदवारी को छोड़कर दो अन्य उम्मीदवार भी विपक्ष में थे. इसलिए उन लोगों के प्रति भी आप क्या संदेश देना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैं बहुत अच्छा संदेश देना चाहूंगा. उन लोग दोनों बहुत ही शांति पूर्वक चुनाव लड़े हैं, और कोर्ट में भी रामा प्रसाद बाबू हमारे खिलाफ लड़े थे, और अभी भी लड़े हैं. लेकिन हम लोगों के बीच कोई आपसी मनमुटाव नहीं है. मैं उनका बहुत सम्मान करता हूं, और उनको जिला परिषद में चुनाव जिताने के लिए मैं अपना उम्मीदवारी भी वापस लिया था. उनका साथ दिया था, और उनके पिताजी सरपंच थे. जब मैं सरपंच था. मेरे अभिभावक है. बहुत बहुत सम्मान करता हूं, और उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, कि शांतिपूर्वक चुनाव कराने में उनकी अहम भूमिका रहती है, और दूसरे उम्मीदवार चंचल जी जो हमारे पुत्रवत रहे हैं, और उनका भी मैं बहुत तारीफ करूंगा, की शांतिपूर्वक इस मतदान को कराया है, और बहुत जागरूक और युवा नेता हैं. काम करते हैं, और पैक्स अध्यक्ष भी हैं, तो मैं उनका भी बहुत बहुत स्वागत करता हूं, और बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं, कि उन्होंने बहुत इस मतदान को शांतिपूर्वक कराया है, और दोनों के प्रति हमारी सद्भावना है, कि आगे इसी तरह मिलकर काम करें, और हम तो दिन प्रतिदिन अपनी उम्र के मुताबिक हमारा समय ढलते जा रहा है, आने वाला भविष्य उन लोगों को आगे बढ़ने का मौका दें.

तब संवाददाता ने व्यापार मंडल अध्यक्ष से सवाल पूछा कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को आप क्या कहना चाहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन ने बहुत शांतिपूर्वक चुनाव कराया है. इसके लिए मैं डी0एम0 साहब, एस0पी0 साहब को धन्यवाद दूंगा. जिला के सब डिविजनल ऑफीसर को भी मैं बहुत बहुत बधाई देता हूं. खासकर निर्वाचन पदाधिकारी, वीडियो साहब, अंचलाधिकारी साहब औरंगाबाद को मैं धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने किसी भी तरह की बूथ पर गड़बड़ी होने की संभावना को रोकने का काम किया. थोड़ा मैं जरूर घबरा रहा था, कि मैं अकेला रहने वाला व्यक्ति और ना मेरे पास कोई आदमी था, और ना कोई ज्यादा काफिला था. लेकिन उन्होंने सहयोग दिया, और सब कुछ शांति पूर्वक ढंग से हुआ, और मतदान भी हुआ, और मतदान की गिनती भी. कोई व्यवधान नहीं हुआ. बहुत बहुत मैं तारीफ करूंगा. जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन को, कि इतना शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराया है. मैं इसके लिए सभी लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं.