12 जून को होगी रफीगंज में लोजपा (रामविलास) की समीक्षा बैठक
अजय कुमार पाण्डेय/ अनिल कुमार विश्वकर्मा :
औरंगाबाद: (बिहार) लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान ने मुलाकात पश्चात जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार दिनांक - 12 जून 2023 को नगर पंचायत, रफीगंज स्थित बंधन पैलेस में पार्टी की समीक्षा बैठक आयोजित की गई है. यह बैठक लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय चिराग पासवान, प्रदेश अध्यक्ष, माननीय राजू तिवारी एवं संगठन मंत्री, सौरभ कुमार सिंह के निर्देशानुसार आयोजित की गई है. जिसकी जानकारी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सभी पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को भी दे दी गई है.
तब संवाददाता ने प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान से सवाल पूछा की इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या है. तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान ने कहा कि जिलास्तर, प्रखंड स्तर, पंचायत स्तर तक के जितने भी हमारे पार्टी पदाधिकारी व पार्टी के कार्यकर्ता हैं. सभी लोगों के साथ मिलकर समीक्षा बैठक करनी है, और वर्तमान बिहार के साथ-साथ हम लोगों के जिला में भी प्रत्येक विभागों के अंदर जो भ्रष्टाचार तथा अपराध की संख्या बढ़ी हुई है. उस पर भी हम लोग समीक्षा बैठक के दौरान आपस में मिलकर चर्चा करेंगे.
इसके बाद लोजपा (रामविलास) के एक - एक पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिले के प्रत्येक गांवों में घूम घूम कर सभी लोगों को बिहार सरकार की नाकामियों से अवगत कराते हुए जागरूक करने का भी काम करेंगे. तभी हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय चिराग पासवान का जो सोच है, कि बिहार - फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट बने. वह कार्य पूरा होगा. इसके बाद लोजपा (रामविलास) के रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान ने संवाददाता से हुई बातचीत के क्रम में ही कहा कि रफीगंज प्रखंड के अंदर स्मार्ट मीटर के नाम पर बिजली विभाग की ओर से प्रत्येक लोगों को इतना अधिक गलत बिजली बिल बढ़ाकर थमा दिया जा रहा है, कि आम जनता परेशान हैं. बिजली बिल से परेशान जनता यदि विभाग में पहुंचकर शिकायत भी करती है. तब उसका सुनने वाला कोई नहीं है. बिजली विभाग द्वारा सिर्फ टालमटोल ही किया जाता है. लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं होता है.
इसके अलावे खासकर मेरा प्रखंड में मनरेगा मजदूर के नाम पर भी ऐसे - ऐसे लोगों का सूची में नाम शामिल किया गया है. जो काफी सुखी संपन्न हैं, और मनरेगा में कभी काम करने के लिए भी नहीं जाते है. इंदिरा आवास दिए जाने के नाम पर भी प्रत्येक स्थानों पर सिर्फ लूट ही मचा हुआ है. एक इंदिरा आवास का पैसा गरीब को दिलाने के नाम पर 30,000 रुपया तक का कमीशन लिया जा रहा है. जो सभी लोगों को पता भी है. साथ ही कोई ऐसा विभाग नहीं है. जहां भ्रष्टाचार का खेल नहीं हो रहा है. एक रुपया के बजाय बिहार में पांच रुपया, सात रुपया,दस रूपया में टेंडर जारी किया जाता है. फिर भी गुणवत्ता के साथ कहीं काम नहीं किया जाता है. आप भागलपुर जिला अंतर्गत अगुआनी पुल को ही देख लीजिए, कि 1,710 करोड़ रुपये की महंगी लागत से बन रही पूल दो-दो बार गिर गई.
इसके अलावे पूर्व में भी ऐसे कई पुल गिर चुके हैं. बिहार में यह कोई नई घटना नहीं है. गांव में भी नाली - गली का यही हाल है. एक तरफ बनता है, तो दूसरी तरफ तुरंत टूट जाता है. भ्रष्टाचार इतना अधिक चरम सीमा पर है, कि प्रत्येक विभागों में सिर्फ मोटी कमीशन का ही खेल हो रहा है. यहां प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है. किसी भी महत्वपूर्ण योजनाओं में सिर्फ लूट - खसोट पर ही लोग विश्वास करते हैं. और उसी के सहारे सिर्फ काम चल रहा है. सबको सिर्फ परसेंटेज चाहिए. परसेंटेज के बिना कोई काम नहीं होता है. इसके बाद यदि आप अपराध के मामले में भी देखेंगे, तो जिला मुख्यालय भी सुरक्षित नहीं है. तो बाकी स्थानों का क्या हाल होगा. हाल ही में जिला मुख्यालय स्थित सत्येंद्र नगर में अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े उत्पात मचाते हुए ज्वेलर दुकान को लूट लिया गया, जबकि कुछ ही दिन पहले स्वर्ण व्यवसायियों के साथ पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी ने मीटिंग किया था, और स्वर्ण व्यवसायियों को भरोसा दिलाते हुए कहा था, कि हर हाल में आप लोगों को सुरक्षा दी जाएगी. जिसका असर अपराधियों पर कुछ भी नहीं पड़ा, और जिला मुख्यालय में ही अपराधी खुलेआम पुलिस - प्रशासन को चुनौती देते हुए दिनदहाड़े ज्वेलर दुकान के अंदर लूटपाट करके फरार हो गये.
इसके अलावे जिला मुख्यालय से ही अज्ञात बाइक तस्करों ने हमेशा कई दुपहिया वाहन की चोरी की है, तथा अज्ञात पशु तस्करों ने भी कई महंगी गाय को गायब कर दिया है. जो सभी लोगों को पता है. अंत में रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान ने संवाददाता से हुई बातचीत के क्रम में कहा कि बिहार - सरकार बेरोजगारों के लिए भी कोई काम नहीं कर रही है. बिहार - सरकार सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ा रही है. बिहार की सरकार निकम्मी सरकार है. इसलिए हम लोग पब्लिक के बीच जाकर पब्लिक को ही जगाने का काम करेंगे, और जरूरत पड़ी तो सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोलेंगे.