खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता और नियामक इकोसिस्टम को मजबूत करना राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक को बढ़ाने की दिशा में
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव ने कहा, “कर्नाटक राज्य में सार्वजनिक निजी भागीदारी के ज़रिये तेज़ और त्वरित खाद्य परीक्षण इकोसिस्टम को मजबूत करने पर ज़ोर दिया गया है.”
भारतीय उद्योग महासंघ (CII) ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) और हर्बालाइफ द्वारा समर्थित एफडीए कर्नाटक के सहयोग से 20 अगस्त 2024 को बेंगलुरु में स्टेट कनेक्ट कार्यक्रम का आयोजन किया, जो “खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता और नियामक इकोसिस्टम को मजबूत करना: राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक को बढ़ाने की दिशा में” पर केंद्रित था. कर्नाटक में ईट राइट इंडिया मूवमेंट के बारे में जागरूकता पैदा करने और बड़े पैमाने पर खाद्य सुरक्षा और नियामक इकोसिस्टम को मजबूती देने के लिए इस सत्र की परिकल्पना की गई है.
उद्घाटन सत्र @CIISateConnect, बेंगलुरु को संबोधित करते हुए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, कर्नाटक सरकार के प्रमुख सचिव, श्री हर्ष गुप्ता, आईएएस ने स्वत: अनुपालन को प्रोत्साहित करने, खाद्य परीक्षण के इकोसिस्टम को मजबूत करने और खाद्य उद्योग सहित सभी हितधारकों के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण से खाद्य सुरक्षा पर विभिन्न दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि, इसके अलावा उपभोक्ताओं के हित में हाइजीनिक रेटिंग योजना से ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म पर खाद्य सुरक्षा को प्रोत्साहित करने के प्रयासों को बढ़ाने की बहुत आवश्यकता है.
FSSAI के कार्यकारी निदेशक, सुश्री इनोशी शर्मा, आईआरएस ने FSSAI की नई पहलों पर अपडेट दिया, जिसमें तुरंत लाइसेंसिंग के लिए तत्काल योजना, संपूर्ण ऑनलाइन प्रक्रियाओं से फूड बिज़नेस ऑपरेटर्स (FBOs) के लिए प्रक्रियाओं को सरल बनाना शामिल है. खाद्य उद्योग में महिलाओं, ट्रांसजेंडर उद्यमियों और दिव्यांग लोगों को सशक्त बनाने पर खास ज़ोर दिया गया है. 'ईट राइट इंडिया' कैम्पेन विभिन्न सेक्टर्स में खाद्य सुरक्षा में बदलाव ला रहा है, जिसमें कर्नाटक प्रमाणन के मामले में सबसे आगे है. इसके अलावा, FoSTaC कार्यक्रम का लक्ष्य खाद्य सुरक्षा मानकों का राष्ट्रव्यापी अनुपालन करने के लिए अगले तीन वर्षों में 2.5 मिलियन ऑपरेटर्स को प्रशिक्षित करना है.
हर्बालाइफ, यूके में कॉरपोरेट अफेयर्स-ईएमईए और भारत, कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस के वीपी, श्री जूलियन कैचियोली ने वैश्विक परिदृश्य में भारत की समृद्ध और प्राकृतिक सामग्रियों के विरासत के महत्वपूर्ण योगदान और सार्वजनिक स्वास्थ्य के व्यापक हित में इसकी बढ़ती क्षमता पर प्रकाश डाला. अनुसंधान और विकास, EoDB नीतियों पर भारत के नियामक का फोकस एक सामंजस्यपूर्ण फूड इकोसिस्टम को सक्षम बनाता है.
CII कर्नाटक राज्य कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पैनल के संयोजक और फाउलर वेस्ट्रप (आई) प्राइवेट लिमिटेड के एमडी, श्री शार्दुल क्षीरसागर ने अपनी उद्घाटन टिप्पणी में, देश में एक टिकाऊ और दृढ़ फूड इकोसिस्टम को सक्षम करने के लिए खाद्य सुरक्षा और अनुपालन लागू करने की दिशा में सहयोगात्मक पहल के महत्व पर प्रकाश डाला.
विशेषज्ञ के नेतृत्व वाले विशेष प्रशिक्षण सत्रों में प्रदर्शन के साथ लाइसेंसिंग, लेबलिंग पर खाद्य व्यवसायों के लिए नियामक अनुपालन, खाद्य सुदृढ़ीकरण के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, और राज्य खाद्य फूड कर्मियों के लिए प्रशिक्षण सत्र पर विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया. फूड प्रोसेसर, लैब पेशेवर, चावल के मिलर्स और स्टार्टअप से जुड़े 300 से अधिक प्रतिभाग्रियों ने इस संवाद और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा लिया.
यह स्टेट कनेक्ट सत्र - कर्नाटक एक अनूठी और सामयिक पहल थी, जो प्रमुख खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता उपायों और पहलों पर अपडेट देकर हितधारकों के साथ इंटरफेस को मजबूती देने और नियामक अनुपालन पर सक्षम निर्माण क्षमता पर केंद्रित थी.