जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद और पुलिस का इस्तेकबाल खत्म: प्रमोद कुमार सिंह
The morale of criminals in the district is high and the demand of the police is over: Pramod Kumar Singh
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) जिले में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव व समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने गुरुवार दिनांक - 08 जून 2023 को एक प्रेस बयान जारी कर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है, कि सत्येंद्र नगर में जेवर दुकान से हुई लूट औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक एवं सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह सहायक पुलिस अधीक्षक की पुलिसिया व्यवस्था पर न सिर्फ करारा तमाचा है, बल्कि यह उनकी अक्षम कार्यशैली का उदाहरण है.
घटना से 10 दिन पूर्व ही एस0पी0 ने स्वर्ण व्यवसायियों की सुरक्षा को लेकर बैठक की थी, और उन्हे हर तरह की सुविधा देने का भी आश्वासन दिया था. लेकिन यह आश्वासन बकवास ही साबित हुआ, और अपराधियों ने इतनी बड़ी घटना को हथियार के बल पर अंजाम देकर पूरी पुलिसिया गश्ती पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. मुख्यालय में हुई ऐसी घटना से यही समझा जा सकता है, कि जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद है, और पुलिस के अंदर आपराधिक घटनाओं को रोकने का इस्तेकबाल समाप्त हो चुका है. जिले के किसी भी थाने में पीड़ितों के शिकायत दर्ज नही होते हैं, और अगर होते भी हैं, तो उन्हें कितनी प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है. यह पीड़ित परिवार ही जानता है.
इसका साफ उदाहरण है, बुधवार को ग्रामीणों द्वारा पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ ही मुफस्सिल थाना का घेराव करना. स्थिति यह हो गई है कि रात तो दूर, अब दिन में भी चलना मुश्किल हो गया है. बैंक से पैसे निकालकर घर जाने वाले इस बात को लेकर सशंकित रहते है, कि वे पैसे लेकर सही सलामत घर पहुंच पाते है, या नही. ऐसे में ही छिनतई की घटना घट जाती है, तो थाने में पीड़ित की शिकायत न सुनकर उसे ही कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है. एक प्रकार से स्थिति काफी अराजक हो चुकी है, और आम जनता, व्यवसायी अब अपनी सुरक्षा को लेकर भगवान भरोसे ही है. लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव सह समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि अभी हाल में ही कासमा रोड में रात्रि के 09 बजे पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता माड़न बिगहा निवासी, रमेश सिंह और उनके साथ रहे मित्र छिनतई घटना का शिकार हो गए, और दो बाइक सवार 06 अपराधियों ने हथियार के बल पर 14 हजार रुपया नगद, सोने की सिकड़ी, घड़ी छीन लिया.
वही शिवगंज बहलोला रोड में भी एक पत्रकार के साथ सड़क लुटेरों ने बुधवार की रात्रि में छिनतई की कोशिश की. लेकिन वह घटना होने से बाल - बाल बच गया, क्योंकि पत्रकार के पास कुछ भी नहीं था. पत्रकार ने बताया है कि 05 से 07 की संख्या में हथियारबंद अपराधी अपना तांडव मचा रहे थे, और पुलिस को इसकी भनक भी नही थी. इसके बाद लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस पदाधिकारी हों, या अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी. रात तो दूर, दिन में भी फोन नही उठाते हैं. तो शिकायत किससे की जाए. जिले में एक प्रचलित कहावत लागू हो रही है, कि सैयां भए कोतवाल, तब डर काहे का.
इसके बाद समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह सिंह ने कहा है, कि जिले में डी0एम0 हो, एस0पी0 हो या कोई अन्य अधिकारी. सिर्फ जनता दरबार लगाने का ढोंग करते नजर आते हैं. क्योंकि जनता दरबार में जाने वाले फरियादी के साथ इस तरह से व्यवहार किया जाता है. जैसे वह किसी छुआछूत बीमारी से ग्रसित हो. फरियादी अपनी पूरी बात बता भी नहीं पाता है. तब तक उसे वहां से चला दिया जाता है, और वह ना उम्मीदी की स्थिति से गुजरने को मजबूर हो जाता है.
लोजपा प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने महागठबंधन की सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है, कि जो सुशासन बाबू गुड गवर्नेंस की बात करते नही अघाते थे. आज उनका राज्य बैड गवर्नेंस का उदाहरण बन चुका है. जबसे महागठबंधन की सरकार सत्ता में आई है. ना सिर्फ अपराध चरम सीमा पर है. बल्कि अफसर भी बेलगाम हो गए हैं. और हो भी क्यों नहीं, क्योंकि राज्य के मुखिया और उप मुखिया का ध्यान अपनी स्वार्थ सिद्धि की ओर ही है. विपक्षी एकता के नाम पर राज्य के प्रशासनिक व्यवस्था को चाचा एवं भतीजा दोनों मिलकर बंटाधार कर रहे हैं. इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के दिन आयोजित विपक्षियों की बैठक पर भी तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है, कि वह बैठक विधवा विलाप से कम नही होगा.
ज्ञात हो कि मुख्यालय स्थित सत्येंद्र नगर में एक ज्वेलरी दुकान के अंदर मंगलवार दिनांक - 06 जून 2023 को घटित घटना से पूर्व भी शहर का चर्चित मोहल्ला न्यू एरिया, वार्ड नंबर - 11 से भी कई कीमती गाय तथा कर्मा रोड से पूरब दिशा में स्थित रामराज्य नगर, वार्ड नंबर - 07 में भी रंजीत कुमार सिंह का कीमती गाय अज्ञात पशु तस्करों ने चोरी कर लिया था.
इसके अलावे औरंगाबाद शहर के चर्चित रमेश चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक, महाराजगंज रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक, कोर्ट के बगल में ही स्थित कॉपरेटिव बैंक के समीप, समाहरणालय कैंपस, औरंगाबाद शहर के चर्चित पुरानी जी0टी0 रोड स्थित बीच बाजार में सब्जी मंडी से भी कई दुपहिया वाहन अज्ञात चोरों द्वारा पूर्व में चोरी कर ली गई है, और एक बार एक पत्रकार का दुपहिया वाहन भी अपने घर के समीप से ही अज्ञात चोरों ने गायब कर दिया था. लेकिन पत्रकार की किस्मत अच्छी थी, कि चर्चा अनुसार जिस व्यक्ति से अज्ञात दुपहिया वाहन चोर ने गाड़ी को व्हाट्सएप के माध्यम से बेचना चाह रहा था.
उसी वक्त उस पत्रकार का एक करीबी व्यक्ति ने ही जानकारी दे दिया था. तब जाकर अज्ञात चोरों द्वारा चोरी किया गया अपना मोटरसाइकिल को पीड़ित पत्रकार ने बरामद कर लिया था. मगर पीड़ित पत्रकार ने अपने दुपहिया वाहन बरामद कर लेने के बाद किसी प्रकार की कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई थी, क्योंकि जिस चोर ने दुपहिया वाहन को चुराया था. वह पीड़ित पत्रकार का जाना पहचाना ही व्यक्ति निकल गया था, और पीड़ित पत्रकार से अज्ञात चोर के करीबियों ने भी माफी मांग लिया था. इसलिए वर्तमान समय में खासकर जिला मुख्यालय का चर्चित औरंगाबाद शहर इन दिनों कहीं भी सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है.
ज्ञात हो कि औरंगाबाद शहर के अंदर पूर्व में घटित घटना के संबंध में संवाददाता ने समय-समय पर हमेशा मामले को प्रमुखता से उठाता रहा है. इसके बावजूद भी औरंगाबाद शहर में आज स्थिति जब की तस ही बनी हुई है. जो काफी चिंता का विषय है.