डेंगू से तीन मौतें: एमसीडी की रिपोर्ट में खुलासा
डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया गया है। एमसीडी ने नए डीएमसी एक्ट के तहत 131 और 145 कानूनी नोटिस जारी किए हैं।
पिछले साल की तुलना में स्थिति में सुधार
नई दिल्ली: इस साल डेंगू के मामलों में पिछले साल की तुलना में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, दिल्ली में डेंगू से मौत के मामलों में भी कमी आई है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने इस साल जनवरी से सितंबर के बीच डेंगू से तीन मौतों की पुष्टि की है। इन तीन मौतों में एक 9 साल की बच्ची, एक 16 साल का लड़का और 51 साल का व्यक्ति शामिल हैं। ये सभी मामले नजफगढ़, करोल बाग और दक्षिणी दिल्ली के क्षेत्रों से संबंधित हैं।
डेंगू के मामलों की संख्या
एमसीडी के सूत्रों के अनुसार, जनवरी से सितंबर 2024 के बीच दिल्ली में कुल 2115 डेंगू के मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में केवल 35 मामले रिपोर्ट हुए थे। पिछले साल डेंगू से चार लोगों की मौत हुई थी, जबकि इस साल अब तक तीन मौतें हुई हैं।
अगस्त और सितंबर में मौतों की जांच
अगस्त और सितंबर महीने में डेंगू से 15 संदिग्ध मौतों की सूचना मिली थी। इन सभी मामलों की गहन जांच के लिए दिल्ली सरकार और एमसीडी ने विशेषज्ञों की एक टीम गठित की थी। टीम ने सभी 15 संदिग्ध मामलों के मेडिकल रिकॉर्ड की जांच की, जिसके परिणामस्वरूप तीन मौतों को डेंगू से जोड़ने की पुष्टि हुई। अधिकारियों का कहना है कि बाकी जिन लोगों की मौत हुई, वे दूसरी बीमारियों का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे थे और इसी दौरान उन्हें डेंगू हो गया।
मच्छर प्रजनन और स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
इस वर्ष जून में करोल बाग, नजफगढ़, सिविल लाइन, शाहदरा दक्षिण और शाहदरा उत्तर में क्रमशः 150 और 250 डेंगू के मामले दर्ज किए गए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अब तक 2.90 करोड़ बार घरों का दौरा किया है। इस दौरान 233 और 408 घरों में मच्छरों की प्रजनन गतिविधियां मिली हैं।
डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया गया है। एमसीडी ने नए डीएमसी एक्ट के तहत 131 और 145 कानूनी नोटिस जारी किए हैं। इसके अलावा, 45,770 चालान काटे गए हैं और 10,506 लोगों से 2.80 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है।
निष्कर्ष
डेंगू की समस्या को लेकर एमसीडी की यह रिपोर्ट एक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। पिछले साल के मुकाबले इस साल डेंगू के मामलों में कमी आई है, जो एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता और लोगों की जागरूकता इस समस्या से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डेंगू से होने वाली मौतों के मामलों में कमी लाने के लिए सावधानी और तत्परता बरतने की आवश्यकता है, ताकि आने वाले समय में डेंगू के प्रसार को और नियंत्रित किया जा सके।
By शहाबुद्दीन अंसारी