मगध विश्वविद्यालय के अधिपद की वार्षिक बैठक में सत्तारूढ़ दल के सचेतक

मगध विश्वविद्यालय के अधिपद की वार्षिक बैठक में सत्तारूढ़ दल के सचेतक, अधिपद सदस्य व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक ने रखा अपना पक्ष

मगध विश्वविद्यालय के अधिपद की वार्षिक बैठक में सत्तारूढ़ दल के सचेतक
Whip of the ruling party in the annual meeting of the precincts of Magadh University

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) मगध विश्वविद्यालय बोधगया के अधिपद की वार्षिक बैठक में सत्तारूढ़ दल के सचेतक, अधिपद सदस्य व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक, राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने गुरुवार दिनांक - 18 मई 2023 को प्रस्ताव रखते हुए सर्वप्रथम मांग किया है, कि मैं छात्र - छात्राओं के हित में विश्वविद्यालय के कार्यों का विकेंद्रीयकरण हेतु औरंगाबाद में मगध विश्वविद्यालय का शाखा खोले जाने का प्रस्ताव रखता हूं. दूसरा प्रस्ताव में मांग करते हुए कहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत मगध विश्वविद्यालय में शुरू होने वाले स्नातक / स्नातकोत्तर एवं अन्य कोर्सों के लिए निर्धारित सत्रों को समयावधि में पूरी करने की कारगर व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि बच्चों का समय बर्बाद ना हो. तीसरा प्रस्ताव में प्रश्न उठाते हुए कहा है कि दिनांक - 07 मई 2023 को मगध विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिषद की हुई बैठक के किसी भी एजेंडा में स्नातक / स्नातकोत्तर एवं अन्य कोर्सों के सत्रों को ससमय पूरा करने की प्रतिबद्धता एवं कार्य योजना नहीं है.

चौथा प्रश्न उठाते हुए कहा है, कि दिनांक - 14 जनवरी 2023 को विश्व विद्यालय की परीक्षा समिति की हुई बैठक में स्नातक सत्र 2018 - 21 के द्वितीय खंड एवं सत्र 2019 - 22 के प्रथम खंड के परीक्षाफल प्रकाशन पर विचार तो हुए. लेकिन विलंबित सत्रो से विद्यार्थियों के बर्बाद हुए समय की जवाबदेही का निर्धारण नहीं हुआ, विचार होना चाहिए. पांचवा प्रस्ताव रखते हुए कहा है, कि मगध विश्वविद्यालय में सृजित एवं स्वीकृत शिक्षक / शिक्षकेतर और अन्य पदों पर बिहार सरकार के नियमों / संकल्पों के अनुरूप अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं अन्य वर्गों के कार्यरत एवं रिक्त कर्मियों का वर्गवार ब्योरा उपलब्ध करायी जाए. छठा प्रश्न में कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक, राजेश कुमार ने मांग रखते हुए कहा है, कि औरंगाबाद जिला के मेरे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कुटुंबा, क्षेत्र संख्या - 222 के परिक्षेत्र में एक भी अंगीभूत महाविद्यालय नहीं है. अतः अंगीभूत महाविद्यालय की मान्यता देने अथवा स्थापना करने का प्रस्ताव करता हूं.