औरंगाबाद शहर के सब्ज़ी विक्रेताअनिश्चितकालीन हड़ताल पर
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) औरंगाबाद शहर के सब्ज़ी विक्रेताओं ने बुधवार दिनांक - 24 जुलाई 2024 को समाहरणालय मुख्य द्वार पर पहुंचकर अपनी मांगों से संबंधित मुद्दे पर धरना प्रदर्शन किया. साथ ही नगर - परिषद्, अध्यक्ष के खिलाफ भी सब्जी विक्रेताओं ने जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए. ज्ञात हो कि औरंगाबाद की जिला - प्रशासन / पुलिस - प्रशासन ने लगभग 40 - 50 वर्षो से पुरानी जी.टी. रोड स्थित अंदर सब्जी मार्केट में धंधा कर रहे व्यवसाईयों की सब्जी दुकानें माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रविवार दिनांक - 21 जुलाई 2024 को बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया है, क्योंकि सब्जी मंडी का यह जमीन बरियावॉ स्टेट का है. जो काफ़ी लंबी वर्षो से माननीय न्यायालय में लड़ाई चल रही थी. अंत में माननीय न्यायालय ने उनके पक्ष में डिग्री दे दिया है.
इसी आलोक में जिला - प्रशासन / पुलिस - प्रशासन, औरंगाबाद ने कार्रवाई करते हुए काफी लंबे समय से अड्डा जमाकर सब्जी का धंधा करने वाले लोगों की सभी दुकानें तोड दी है. इस विरोध में दुकान टूटने के पश्चात सब्जी विक्रेताओं ने संध्या पश्चात गांधी मैदान से शहर में मसाल जुलूस भी निकाला, और बुधवार दिनांक - 24 जुलाई 2024 से सब्जी विक्रेताओं ने निर्णय लेते हुए अनिश्चितकालीन के लिए अपनी मांग पूरी होने तक हड़ताल पर चले गए हैं. जिसकी वजह से जिला मुख्यालय औरंगाबाद शहर में सब्जी मिलना पूरी तरह से बंद हो गया है.
ज्ञात हो कि औरंगाबाद शहर में यही सब्जी विक्रेताओं की दुकानें टूटने के पूर्व से ही भाजपा के पूर्व सांसद, सुशील कुमार सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कई स्थानों पर चर्चा हो रही थी, कि भाजपा के पूर्व सांसद इस बार संपन्न लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव हार गए हैं. इसी वजह से सब्ज़ी मंडी की सभी दुकानें तोड़वा रहे हैं, क्योंकि यह सब्ज़ी मंडी की जमीन भाजपा के पूर्व सांसद, सुशील कुमार सिंह ने ही खरीद लिया है. जो बिल्कुल ही अफवाह खबर है, क्योंकि एक आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही जब संवाददाताओं की उपस्थित टीम ने भाजपा के पूर्व सांसद, सुशील कुमार सिंह से सोमवार को सवाल पूछा था, कि शहर में आपके विरोध में ही इस प्रकार की चर्चाएं हमेशा हो रही है.
इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे. तब भाजपा के पूर्व सांसद, सुशील कुमार सिंह ने संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति किसी को यह कह दे, कि कौआ कान लेकर जा रहा है, तो पहले वह व्यक्ति अपना कान देखेगा, कि कौआ के पीछे ही भागने लगेगा. यही स्थिति आज औरंगाबाद में भी है, कि संपन्न लोकसभा चुनाव - 2024 की तरह ही मेरे खिलाफ विरोधी तरह - तरह की अफवाहें फैला रहे हैं. जबकि मुझे इस सब्ज़ी मंडी के जमीन से कोई लेना देना नहीं है. इस जमीन के मामले में मेरा दूर - दूर तक कोई रिश्ता नहीं है. जिस बरियावां स्टेट मालिक का यह जमीन था. उसके पक्ष में माननीय न्यायालय ने 48 वर्षो तक की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद फैसला सुनाया है. जिसे बिहार - सरकार ने गलत तरीके से सन 1976 में सब्जी मंडी के जमीन को कब्जा करके उस ज़मीन पर सब्ज़ी विक्रेताओं की दुकानें लगवा दिया थी. इसलिए इस जमीन से मेरा दूर-दूर तक कोई रिश्ता नहीं है.