पानी की उत्पन्न घोर समस्या मामले में भारत - सरकार के निजी सचिव ने लिखा जिलाधिकारी को पत्र
ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय औरंगाबाद में ही स्थापित श्री सीमेंट प्लांट की वजह से लगभग पुरे जिले में उत्पन्न पानी की घोर समस्या मामले में जनहित को देखते हुए लोजपा (रामविलास) के दो नेताओं में शामिल वरीय नेता, वीरेंद्र कुमार सिंह एवं औरंगाबाद जिला के पूर्व दलित सेना जिलाध्यक्ष, अजय पासवान ने लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो तथा भारत - सरकार के केंद्रीय मंत्री, माननीय चिराग पासवान से मुलाकात कर संयुक्त रूप से दिया था लिखित आवेदन, इसी आलोक में निजी सचिव ने भी औरंगाबाद, जिलाधिकारी के नाम पर जारी किया लिखित पत्र)
औरंगाबाद: (बिहार) जिले भर में उत्पन्न पानी की घोर संकट मामले को गंभीरता से लेते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भारत - सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, माननीय चिराग पासवान के निजी सचिव, अभिषेक नारंग (भा. रा. से.) ने जिलाधिकारी, औरंगाबाद, श्रीकांत शास्त्री के नाम पर दिनांक - 21 अगस्त 2024 को एक पत्र लिखा है. जिसमें उल्लेख करते हुए कहा है कि अजय पासवान ने माननीय मंत्री जी से एक स्व व्याख्यात्मक अभ्यावेदन के साथ संपर्क किया है. पत्र में उन्होंने भारत - सरकार की नियमावली के अनुसार टाउन थाना क्षेत्र में स्थित श्री सीमेंट प्लांट को जनहित को ध्यान में रखते हुए बटाने या सोन नदी से पाइप लाइन के माध्यम से पानी उपलब्ध कराए जाने हेतु निवेदन किया है.
उपरोक्त प्लांट में बोरिंग स्थापित किए जाने के कारण आसपास के जलस्तर में भारी गिरावट आई है. जिससे स्थानीय लोगों को पीने के पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जो संलग्न अभ्यावेदन में स्वतः स्पष्ट है. उपरोक्त के मद्देनजर मुझे आपसे अनुरोध करने का निर्देश दिया गया है, कि कृपया इस मामले को देखें, और नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई करें.
ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पन्न पानी की घोर संकट मामले में संवाददाता ने वर्षो से अधिक समय से न्यूज को प्रमुखता से लेकर प्रकाशित / प्रसारित करते रहा है. समय - समय पर विभिन्न पॉलीटिकल पार्टी के नेताओं से भी इस गंभीर मुद्दे पर ब्यान लेकर प्रकाशित / प्रसारित करते रहा है. जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव / रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी / पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी / समाजसेवी व वरीय नेता, प्रमोद कुमार सिंह, बिहार - सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य - मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान, बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव, भगवान सिंह कुशवाहा, काराकाट लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद / राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के पूर्व संस्थापक / मानव संसाधन विभाग के पूर्व केंद्रीय गृह राज्य - मंत्री एवं वर्तमान राष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी के संस्थापक, उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद, माननीय प्रताप सरंगी, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के सन 2010 से लेकर सन 2020 तक लगातार जनता दल यूनाइटेड के विधायक रह चुके एवं वर्तमान जदयू जिलाध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह, कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के दोनों टर्म लगातार कांग्रेस विधायक बन चुके राजेश कुमार, टेकारी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जनता दल यूनाइटेड विधायक एवं वर्तमान महागठबंधन समर्थित राजद कोटे से औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद बन चुके अभय कुशवाहा का भी नाम शामिल है.
ज्ञात हो कि समय - समय पर संवाददाता ने इसी गंभीर मुद्दे को लेकर जब विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के जनप्रतिनिधि एवं माननीय मंत्री से भी सवाल पूछा था, तो बारी - बारी से सभी लोगों ने अपने - अपने तरीके से संवाददाता को जवाब भी दिया था. समय - समय पर राजनीतिक बयानबाजी भी खूब होती रही. पॉलीटिकल पार्टी द्वारा ही श्री सीमेंट प्लांट प्रबंधन के खिलाफ जिलाधिकारी औरंगाबाद के नाम पर लिखित ज्ञापन भी सौंपा गया था. लेकिन मामला आज भी जस की तस ही बनी हुई है, और पुरे जिले की जनता पानी के लिए त्राहिमाम कर ही रही है.
ज्ञात हो कि खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद में तो पानी की इतनी बड़ी विकट समस्या उत्पन्न हो गई है, कि कोई भी ऐसा दिन नहीं है. जिस दिन की दिन या रात में किसी न किसी स्थान पर हीरा बोरिंग के माध्यम से समरसेबल बोरिंग करता हुआ दिखाई ना पड़ जाए. साथ ही जिला मुख्यालय एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी जो पानी की घोर संकट उत्पन्न हुई है. इसका मुख्य वजह श्री सीमेंट प्लांट एवं जिला मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न ग्रामीण शहरी इलाकों में भी नियम कानून को ताक पर रखकर पानी का धंधा करने वाले लोगों द्वारा कई स्थानों पर आरो प्लांट का बोरिंग कराना ही माना जा रहा है. इसलिए यह बेहद गंभीर चिंता का विषय भी तो है ही.
-अजय कुमार पाण्डेय