दिल्ली के राजा के पंडाल पर नजर आएगी आजादी के 75वां अमृत महोत्सव की झलक
दिल्ली के राजा के 25 वा गणेश महोत्सव भूमि पूजन का आयोजन
दिल्ली के राजा’’ श्री गणपति महाराज के नाम से विश्व विख्यात श्री गणेश उत्सव के पावन पर्व पर भव्य आयोजन बड़ी धूमधाम से हुआ जिसमें सभी धर्मों के लोग उपस्थित थे। पूरा माहौल दिल्ली के राजा की भक्ति के लीन के साथ-साथ देश भक्ति में भी छाया रहा दिल्ली के राजा आयोजन समिति नें रमेश नगर गणेश उत्सव स्थल पर भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजन किया। जिसमे मुख्य संरक्षक रमेश आहूजा, पूर्व विधायक सुभाष सचदेवा, दिल्ली के राजा आयोजन समिति महामंत्री श्री राजन चड्ढा, सदस्य श्री हर्ष बंधू, कोषाध्यक्ष श्री दीपक भारद्वाज, उपाध्यक्ष सरबजीत सिंह, उपाध्यक्ष श्री कमल पाहुजा, नेशनल अकाली दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व दिल्ली के राजा के संरक्षक परमजीत सिंह पम्मा, समाज सेवक, अमृतवाणी सेवा के धर्मवीर आनंद, समाज सेवक वीरेंदर बब्बर, समाज सेवक संदीप भरद्वाज, मोती नगर विकास मंच के सोनू सचदेवा, मोती नगर निगम पूर्व पार्षद विपिन मल्होत्रा, समाज सेवक भारत मदान ने विशेष सहयोग दिया। इस अवसर पर आपसी भाईचारा बनाए रखने का संदेश दिया गया।
दिल्ली का राजा उत्सव आयोजन समिति के सदस्य श्री हर्ष बंधू ने बताया कि ‘25 वर्षों से श्री गणेश उत्सव में गणेश जी की भक्ति से जुड़े सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर आपसी भाई-चारे एवं श्रद्धा के साथ बड़ी धूम धाम से इस उत्सव को मनाते है।’
मनदीप सिंह मुन्ना, हर्ष बंधू , दीपक भारद्वाज ने बताया आजादी के 75 साल पूरे होने पर पूरे देश में अमृत महोत्सव मनाया गया है। इसको देखते हुए इस बार दिल्ली के राजा में पंडाल को तिरंगे झंडे से सजाया जाएगा।
दिल्ली के राजा आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष श्री दीपक भारद्वाज ने कहा कि ‘इस उत्सव में बहुत सारे लोग दिल्ली एनसीआर के अलावा अन्य राज्यों से भी आते हैं। जहा पिछले वर्ष दस दिवसीय इस उत्सव में पांच लाख लोग आये थे वही इस वर्ष पांच से साढ़े पांच लाख लोगो के आने की संभावना है।’ आयोजन समिति अध्यक्ष मनदीप सिंह मुन्ना ने कहा कि इस आयोजन के जरिए समाज के सभी वर्ग के लोगों के बीच मेल मिलाप होगा और समाज में षांति तथा सदभाव कायम करने में मदद मिलेगी। उत्सव समिति के उपाध्यक्ष श्री कमल पाहुजा ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे एरिया की एक पहचान स्थापित हुई है आज ‘दिल्ली का राजा’ की दिल्ली में एक अलग सी पहचान बन चुकी है।