अपराधियों के कब्जे में आ गया है बिहार, नाम मात्र के मुख्यमंत्री रह गए हैं नीतीश कुमार: प्रमोद कुमार सिंह

बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार नाम मात्र के ही मुख्यमंत्री रह गए हैं, क्योंकि बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और पुलिस का इस्तेकबाल बिल्कुल ही कम हो गया है।

अपराधियों के कब्जे में आ गया है बिहार, नाम मात्र के मुख्यमंत्री रह गए हैं नीतीश कुमार: प्रमोद कुमार सिंह

औरंगाबाद: ( बिहार ) लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव, रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी, समाजसेवी व वरीय नेता, प्रमोद कुमार सिंह ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा है कि अब बिहार अपराधियों के कब्जे में आ चुका है, और उन्ही की हुकूमत चल रही है।

क्या नाम मात्र के मुख्यमंत्री रह गए हैं नीतीश कुमार?

बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार नाम मात्र के ही मुख्यमंत्री रह गए हैं, क्योंकि बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और पुलिस का इस्तेकबाल बिल्कुल ही कम हो गया है। यही वजह है कि वे कही भी बेफिक्र होकर घटना को अंजाम दे दे रहे है, तथा कांड करने के बाद अपराधी आसानी से चलते बन रहे है।

इसके बाद लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने बेशर्मी की सीमा लांघ दी है, और बिहार को पुनः जंगलराज बना दिया। उनकी बेशर्मी तो इस बात से भी समझी जा सकती है, कि दो दिन पूर्व ही बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने पत्रकारों से अपने कुटिल मुस्कान के साथ बोल रहे थे, कि बिहार में कहां है अपराध? और दूसरे राज्यों से बिहार की तुलना क्राइम के मामले में कर रहे थे?ऐसा वे इसलिए बोल रहे थे, कि उनका गठबंधन राजद कहीं उनसे नाराज न हो जाए।

इसके बाद लोजपा प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार सिंह ने कहा है कि बिहार में अपराध चरम सीमा पर पहुंचा हुआ है। रविवार की सुबह अपराधियों ने चार जगह तांडव मचाया है। बेगुसराय में अपराधियों ने बेटे के एकमात्र गवाह पिता को गोली मार दी।मोतिहारी में अपराधियों ने ठेकेदार को गोली मार कर हत्या कर दी। मगध प्रमंडल अंतर्गत गया में बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया, और गाड़ी के शीशे तोड़ डाले।

शनिवार की देर शाम रिहायशी एरिया स्थित एक रेस्टुरेंट पर तीन से चार की संख्या में रहे अपराधियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाई। दो दिन पूर्व ही अररिया के पत्रकार विमल यादव की अपराधियों ने दर्दनाक हत्या कर दी। उससे पूर्व दारोगा की हत्या हुई। शुक्रवार की रात औरंगाबाद के नबीनगर में 15 वर्षीय किशोर की अपराधियों ने चाकू से गोद गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी।

रफीगंज प्रखंड अंतर्गत पौथु में भी ससुराल वालों ने बहु की हत्या कर दी। फिर भी बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार को यह अपराध नहीं दिखता है? क्या वे बिहार में फिर से नरसंहार चाहते हैं? तब उन्हें बिहार में बढ़ा हुआ अपराध समझ में आएगा? स्थिति तो स्पष्ट है कि अपराधियों एवं भ्रष्टाचारियों के आगे बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार नतमस्तक हो चुके हैं, और बिहार वासियों को उनके रहमों करम पर ही छोड़ दिए हैं।

इसके बाद लोजपा ( रामविलास ) के प्रदेश महासचिव, प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि कि लोक जनशक्ति पार्टी ( रामविलास ) अब बिहार की इस हालत को देखकर शांत नहीं बैठेगी, और बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार, अपराध, गुंडाराज तथा बढ़ते अफसरशाही के विरोध में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी।