बिहार के उपमुख्यमंत्री ने प्रथम बार देव पहुंचकर देव सूर्य महोत्सव का किया विधिवत उद्घाटन
उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने शायरी लहजे में कहा कि रहमतों की कमी नहीं, रक्त के खजाने में. देखना खुद की झोली में, कोई सुराग तो नहीं.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: ( बिहार ) बिहार राज्य अंतर्गत जिला मुख्यालय औरंगाबाद से महज 18 किलोमीटर की दूरी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या - 02 देव मोड़ से महज 06 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण दिशा में स्थित भगवान भास्कर की नगरी देव मे रानी तालाब के समीप अचला सप्तमी के दिन शनिवार दिनांक - 28 जनवरी 2023 से प्रारंभ होकर नियमित रूप से 30 जनवरी 2023 तक चलने वाली तीन दिवसीय देव सूर्य महोत्सव कार्यक्रम का प्रथम दिन विधिवत रूप से परंपरा अनुसार उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने समस्त विधायक एवं पदाधिकारियों के साथ मिलकर की. इस कार्यक्रम में बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव निर्धारित समय 3:00 के बजाय संध्या 4:30 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचे. यानी कि बिहार के उपमुख्यमंत्री डेढ़ घंटे विलंब से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. ऐसे तो सूचना जनसंपर्क विभाग की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी गई थी, कि बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव को 1:30 बजे दिन में अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल बोधगया से चलकर 3:00 बजे भगवान भास्कर की नगरी देव में पहुंचना है, और भगवान भास्कर की नगरी देव से संध्या 4:30 बजे प्रस्थान करना है. लेकिन बिहार के उपमुख्यमंत्री व पांच विभागों के मंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव कार्यक्रम स्थल देव में संध्या 4:30 बजे पहुंचे. लेकिन उद्घाटन पश्चात रंगारंग कार्यक्रम समाप्ति के महज 15 मिनट पूर्व रात्रि 7:50 बजे तक कार्यक्रम हॉल में ही बैठे रहे, और बिहार के उपमुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल से जैसे हैं अपने गंतव्य स्थान के लिए प्रस्थान किए. वैसे ही मात्र 15 मिनट के बाद यानी कि रात्रि 8:05 बजे प्रथम दिन की चल रही कार्यक्रम समाप्ति का भी मंच से घोषणा कर दिया गया.
ध्यातव्य हो कि बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने देव सूर्य महोत्सव का उद्घाटन संध्या लगभग 5:00 बजे की. तब मंच पर बैठे सभी गणमान्य लोगों को भी परंपरा अनुसार बारी - बारी से स्वागत किया गया, और बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री रह चुके तथा वर्तमान राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान ने भी बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव को मंच पर अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया. तब बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि ये सूर्य महोत्सव की शुरुआत जो है. मेरी माता श्रीमती राबड़ी देवी जी जब बिहार की मुख्यमंत्री थी. तब सन् 1999 में इसकी शुरुआत की गई थी, और उस समय पर्यटन मंत्री थे, डॉक्टर सुरेश पासवान जी. जो यहां बैठे हुए हैं. इन्हीं के मार्फत देव सूर्य महोत्सव कार्यक्रम का प्रथम बार शुरुआत हुआ था, और डॉक्टर सुरेश पासवान जी हमारे गार्जियन भी है. तब बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व वर्तमान राजद प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान ने भी कार्यक्रम हॉल में मौजूद सभी लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया.
इसके बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि हमको कभी मौका नहीं मिला था इस मंदिर में आने के लिए, और भगवान का बुलावा हुआ है, कृपा हुई है, और वो जो है. आप लोगों का प्यार खींचकर के लाया है. हमको भी सौभाग्य प्राप्त हुआ, कि सूर्य महोत्सव की शुरुआत मेरी माता ने ही की थी. आज उसका हमें सौभाग्य मिल गया, और औरंगाबाद जिला ने तो इतना प्यार दिया 2020 में. सारा का सारा 06 विधानसभा सीट जो है. महागठबंधन को दिया. हम पहली बार उप मुख्यमंत्री रहते हुए आए हैं. सरकार जो महागठबंधन की बनी है.
नीतीश जी के नेतृत्व में, तो आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. औरंगाबाद जो है. हमारे नजरों में अभी अव्वल नंबर पर है. इसलिए परफेक्ट कोई समस्या होने वाला नहीं है. औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री, आलोक कुमार मेहता जी को आप लोग जानते ही हैं, कि इनसे संबंध मतलब मेरा कितना अच्छा है, तो ये भी हरेक महीने चीजों को जो है, यहां देखेंगे. आप लोगों को सेवा में कोई कमी ना रहे. वो समस्या का निदान होगा. कोशिश की जाएगी, कि इसको पूरा किया जाए, निपटा दिया जाए. आप लोग जानते हैं कि सूर्य मंदिर जो है, बहुत पुराना है, और हम पहली बार आए, देखे. लेकिन आप लोगों को हम बता दें, कि सूर्य भगवान को हम मानते बहुत हैं, तो ये छठ मेरा विश्वास, एक ऐसे ही सूर्य देव पर हैं. जिसको आप साक्षात देख सकते हैं. छठ में यहां बड़ी श्रद्धालु लोग जो हैं. आवागमन करने आते हैं. कई पर्यटक, कई लोग आते हैं. इसमें पर्यटन विभाग जो है.
विशेष तौर पर ध्यान देने का काम कर रहा है, और बेहतर सुविधा मिले. इसको कैसे हम लोग बेहतर डेवलप करें. ताकि यहां देव में जो आता है, और इसका प्रचार - प्रसार भी होगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग यहां पहुंचे, और श्रद्धालु लोग हैं. आज भी काफी संख्या में लोग मंदिर पहुंचे हुए हैं. ये कार्यक्रम भी है. जब महोत्सव हो रहा है. तब हम लोग भी यही चाहेंगे, कि भगवान भास्कर की कृपा सभी बिहार के लोगों पर हो. बिहार का कल्याण करें. बिहार को आगे लेकर के तरक्की के रास्ते पर ले जाने का काम करें. जब तक ये इंसान नफरत को नहीं मिटाएगा अपने मन से. नकारात्मकता को अपने जेहन से दूर नहीं करेगा. तब तक समस्या हल होने वाला नहीं है. आज समाज में देखिए. भाई - भाई का दुश्मन बना हुआ है. अब कुछ लोग हैं. जो समाज में जहर घोने का काम देखते हैं. आपस में लड़ाते हैं. धर्म के नाम पर, जात के नाम पर, और हम आपको बता दें कि भगवान बुद्ध. कल ही हम बौद्ध महोत्सव का भी उद्घाटन करके आए हैं. भगवान बुद्ध ने क्या बताया. क्या वहां भी उसका उपदेश है. भगवान बुद्ध ने कहा कि क्या होने वाला है. उसकी चिंता मत कीजिए. आज अपना कर्म कीजिए. फल की चिंता नहीं कीजिए. आदमी आज कल परेशान रहता है. क्या बिता. क्या हुआ. उसके साथ उसी में अपना दिमाग यूज करके अपना दिमाग बुद्धि खराब कर लिया. मेरा भविष्य कैसा होगा. वैसा होगा. भविष्य के बारे में सोच - सोच कर के अपना दिमाग खराब किए हुए हैं. लेकिन वर्तमान इन्हीं सोच के चक्कर में अपना वर्तमान भी बर्बाद कर रहा है. इसलिए अपना वर्तमान को देखिए. अभी आप क्या कर रहे हैं. आप जैसा कीजिएगा. वैसा ही होगा. नफरत को नफरत से नहीं मिटाया जा सकता. नफरत को प्यार से ही मिटाना होगा, और एक दूसरे का सहयोग करना पड़ेगा. तब हम आगे बढ़ेंगे.
इसके बाद मंच पर बोलते - बोलते ही उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव ने शायरी लहजे में कहा कि रहमतों की कमी नहीं, रक्त के खजाने में. देखना खुद की झोली में, कोई सुराग तो नहीं. फिर मंच से उपमुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि आपको सुधारेंगे, हमारा समाज, हमारा राज्य, हमारा देश. ऐसे ही बेहतर जो है, बनेगा. इसलिए आप देखिएगा, भगवान बुद्ध का, तो सोच क्या हुआ. इसलिए आप सब लोग जो बुद्ध के दिखाए हुए रास्ते हैं. इंसानियत की रास्ते. उस पर चलना है, आप लोगों को चलने की जरूरत है. सूर्य भगवान देखिए सूर्य है, तो जीवन है, सूर्य नहीं होते. अगर इनकी कृपा नहीं होती, तो जीवन का क्या होता. इसलिए हम सब लोगों को मिलकर के रहना है, और इसी प्रकार से देश को, राज्य को आगे बढ़ाने की जरूरत है. आज आप लोगों के आशीर्वाद से बिहार राज्य के दूसरी बार हम उपमुख्यमंत्री बने. पांच - पांच विभाग है, हमारे पास, तो आपको बता दें. ग्रामीण कार्य, शहरी विकास, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग है, और हम चाहेंगे कि जो मौका आप लोगों ने दिया है. उस मौके को एक चैलेंज के रूप में, चुनौती के रूप में जो सपना जो है. हम लोगों ने देखा है. बिहार की तरक्की और आगे ले जाने की. उसको हम लोग जो है, पूरा करेंगे.