महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस की संभावना, शिंदे का समर्थन
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस की संभावना, शिंदे का समर्थन और बीजेपी की रणनीति पर चर्चा। जानिए महाराष्ट्र की राजनीति में हो रहे बड़े बदलाव और महायुति सरकार के गठन के बारे में।
बीजेपी का मुख्यमंत्री पद चयन: फडणवीस का नाम सबसे आगे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में चर्चाएं तेज हो गई हैं। हाल के घटनाक्रमों के बाद, यह संभावना जताई जा रही है कि देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। फडणवीस का नाम इस समय बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार के रूप में उभर कर सामने आया है, और शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने उनका समर्थन किया है।
फडणवीस का राष्ट्रीय राजनीति में उभार
महाराष्ट्र देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है, जिसमें लोकसभा की 48 सीटें हैं। ऐसे में राज्य में बीजेपी के मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस के लौटने से न केवल राज्य की राजनीति में हलचल मच सकती है, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी उनका एक बार फिर से उभार हो सकता है, जैसा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मामले में देखा गया।
फडणवीस का कार्यकाल और बीजेपी की रणनीति
2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे देवेंद्र फडणवीस का कार्यकाल "एक व्यक्ति की सरकार" के रूप में याद किया जाता है, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष भी उत्पन्न हुआ था। हालांकि, बीजेपी नेतृत्व का फडणवीस के नाम की घोषणा में देरी करना यह संकेत दे सकता है कि, अगर फडणवीस मुख्यमंत्री बनते हैं तो "नियंत्रण हमारे हाथ में रहेगा।"
बीजेपी की रणनीति: शिंदे को महत्व
बीजेपी फडणवीस को शांत रखने की कोशिश कर रही है, और इसका उद्देश्य सिर्फ शिवसेना के 57 विधायकों का समर्थन प्राप्त करना नहीं है। बल्कि, पार्टी की मुंबई नगर निगम (BMC) पर कब्जा करने की रणनीति भी इसके पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है। शिंदे का महत्व उद्धव ठाकरे को कमजोर करने में है, और यह प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो पाई है, क्योंकि शिवसेना (UBT) ने मुंबई में 20 सीटों में से 10 सीटें जीती हैं।
शिंदे का नेतृत्व: उभरते मराठा नेता
जब 2022 में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया, तो उन्हें बहुत कम लोग जानते थे। हालांकि, पिछले दो वर्षों में शिंदे ने खुद को एक उभरते मराठा नेता और सामाजिक कल्याण योजनाओं के समर्थक के रूप में स्थापित किया है। खासकर "लड़की बहन योजना" जैसी योजनाओं के तहत उन्होंने अपनी छवि को मजबूत किया है। इसके अलावा, आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारंगे-पाटिल भी उनके खिलाफ आलोचना करने से बचते हैं।
प्रफुल पटेल की लंच मीटिंग और महाराष्ट्र की राजनीति में बदलाव
पिछले सप्ताह दिल्ली के लुटियंस इलाके में आयोजित प्रफुल पटेल के लंच ने महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलावों को उजागर किया। इस कार्यक्रम में शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले की जगह उनके भतीजे अजित पवार और अन्य परिवार सदस्य शामिल थे। प्रफुल पटेल ने अजित पवार को राष्ट्रीय मीडिया के सामने पेश किया, जिन्होंने हाल ही में विधानसभा चुनावों में 41 सीटें जीतकर NCP पर नियंत्रण स्थापित किया है, जबकि शरद पवार सिर्फ 10 सीटों पर सिमट गए।
मुख्यमंत्री पद का चयन: महायुति सरकार का शपथ ग्रहण
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री का नाम बुधवार को घोषित किया जाएगा, जो महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले होगा। बीजेपी की विधानमंडल दल की बैठक में विधायकों द्वारा नेता का चयन किया जाएगा। बीजेपी ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों नेता बुधवार को मुंबई में पार्टी के चुने हुए प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
फडणवीस की उम्मीदवारी पर बीजेपी का रुख
हालांकि पार्टी ने अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन रविवार को एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने दावा किया कि देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए तय किया जा चुका है। महायुति के दो प्रमुख सहयोगी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की संभावना है।
2024 विधानसभा चुनाव परिणाम: महायुति की बड़ी जीत
हाल ही में संपन्न 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी को 132 सीटें मिलीं, जबकि शिवसेना ने 57 और NCP ने 41 सीटें जीतीं।
-ITS News Desk