जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट औरंगाबाद द्वारा 10 से 24 नवंबर तक आयोजित निःशुल्क नेत्र जांच शिविर संपन्न
मोतियाबिंद के मरीजों के लिए निःशुल्क ऑपरेशन का आयोजन, 3,000 लोगों को मिला लाभ
औरंगाबाद (बिहार), 24 नवंबर 2024: जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद द्वारा 10 नवंबर से 24 नवंबर 2024 तक जिले के विभिन्न स्थानों पर आयोजित निःशुल्क नेत्र जांच शिविर कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया. इस आयोजन के तहत गायत्री परिवार ट्रस्ट ने जिले के पांच स्थानों पर स्वास्थ्य संवर्धन कार्यक्रम के तहत नेत्र परीक्षण, मोतियाबिंद की जांच, चश्मा वितरण और दवाई वितरण किया. साथ ही मोतियाबिंद के चिन्हित मरीजों का फेको विधि से निःशुल्क ऑपरेशन 6 दिसंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा.
गायत्री शक्तिपीठ, औरंगाबाद के उप जोन समन्वयक और मीडिया प्रभारी नीरज कुमार सिंह ने 24 नवंबर को जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में 300 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया. इनमें से 43 मरीजों को मोतियाबिंद के लक्षण पाए गए, जिन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया. इसी प्रकार जिले के अन्य स्थानों पर आयोजित शिविरों में कुल 3,000 मरीजों को लाभ मिला, जिनमें से 287 मरीजों का इलाज श्री साईं लायन्स नेत्रालय, पटना में फेको विधि से किया जाएगा.
पाँच स्थानों पर आयोजित शिविर, 3,000 मरीजों को मिला लाभ
जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद ने इस कार्यक्रम को जनहित में आयोजित किया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को निःशुल्क नेत्र जांच और इलाज मिल सके. शिविरों का आयोजन उपरदहा, पोगर, जम्होर, घनाव, ओबरा, नवीनगर और गायत्री शक्तिपीठ, औरंगाबाद में किया गया. इन शिविरों में स्थानीय समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और अपनी आंखों की जांच करवाई.
नीरज कुमार सिंह ने बताया कि नेत्र जांच शिविरों का मुख्य उद्देश्य लोगों को आंखों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और उनकी दृष्टि संबंधी समस्याओं का शीघ्र समाधान करना था. इस शिविर के माध्यम से मोतियाबिंद के मरीजों का समय रहते पता चल सका और उन्हें इलाज की सुविधा प्रदान की जा सकी.
मोतियाबिंद के मरीजों के लिए निःशुल्क ऑपरेशन
शिविरों के दौरान मोतियाबिंद के जिन मरीजों को चिन्हित किया गया, उन्हें निःशुल्क ऑपरेशन के लिए श्री साईं लायन्स नेत्रालय, पटना भेजा जाएगा. इस ऑपरेशन को फेको विधि से किया जाएगा, जो मोतियाबिंद का एक आधुनिक और प्रभावी इलाज है. 6 दिसंबर 2024 को इस ऑपरेशन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चिन्हित सभी मरीजों को निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा मिलेगी.
गायत्री परिवार ट्रस्ट के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अनूज कुमार सिंह और सहायक प्रबंध ट्रस्टी नवनीत कुमार ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की और सुनिश्चित किया कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कार्यक्रम का लाभ उठा सकें.
कार्यकर्ताओं का सराहनीय योगदान
इस कार्यक्रम के आयोजन में गायत्री परिवार ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने अहम भूमिका निभाई. निःशुल्क नेत्र जांच शिविर के आयोजन में जो कार्यकर्ता सक्रिय रहे, उनके योगदान को भी सराहा गया. कार्यकर्ताओं में नवनीत कुमार, मंटू कुमार, विनोद कुमार, विभा देवी, बबिता देवी, सुधा देवी, सीमा देवी, रीना देवी, शांति देवी, गुड़िया देवी और सुरेंद्र शर्मा को जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट द्वारा हार्दिक शुभकामनाएं दी गईं.
नीरज कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि इस शिविर में न केवल लोगों को आंखों की जांच की सुविधा मिली, बल्कि उन्हें स्वस्थ दृष्टि बनाए रखने के लिए जरूरी सलाह और इलाज भी प्रदान किया गया.
आंखों की जांच और स्वास्थ्य के महत्व पर जागरूकता
नीरज कुमार सिंह ने आगे कहा कि आंखें मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग होती हैं, क्योंकि इन्हीं के माध्यम से हम प्रकृति और अपनी दुनिया को देख पाते हैं. जब दृष्टि प्रभावित होती है, तो व्यक्ति की रोजमर्रा की गतिविधियां भी प्रभावित होती हैं. इसलिए आंखों की नियमित जांच आवश्यक है, ताकि किसी भी गंभीर समस्या का समय रहते पता चल सके.
उन्होंने कहा, "हमारी संस्था का उद्देश्य यह है कि हर व्यक्ति को स्वस्थ दृष्टि मिले, ताकि उनका जीवन बेहतर और खुशहाल हो. इस कार्यक्रम के माध्यम से हम जन-जन तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं ताकि लोग अपनी आंखों का नियमित परीक्षण कराएं और किसी भी स्वास्थ्य समस्या को नजरअंदाज न करें."
जनसेवा में गायत्री परिवार ट्रस्ट की भूमिका
गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद का यह कदम न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रयास था, बल्कि यह समाज में नि:स्वार्थ सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करता है. गायत्री परिवार ने हमेशा से सामाजिक कल्याण और जनहित के कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी है, और इस आयोजन ने उनकी इसी सोच को मजबूती दी है.
आगे का रोडमैप
गायत्री परिवार ट्रस्ट की यह पहल जिले के अन्य क्षेत्रों में भी फैलाने की योजना है. आने वाले समय में और भी शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि जिले के सभी लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच सकें. इसके अलावा, ट्रस्ट ने भविष्य में अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों का भी आयोजन करने का संकल्प लिया है, ताकि समाज में हर किसी को बेहतर स्वास्थ्य और जीवन जीने का अवसर मिल सके.
निष्कर्ष:
जिला गायत्री परिवार ट्रस्ट, औरंगाबाद द्वारा आयोजित यह निःशुल्क नेत्र जांच शिविर कार्यक्रम जिले के लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हुआ. इस कार्यक्रम ने न केवल मोतियाबिंद जैसे गंभीर रोगों को पहचानने में मदद की, बल्कि उन मरीजों को निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा भी दी, जिनकी दृष्टि बाधित हो रही थी. आगे भी इस तरह के स्वास्थ्य संवर्धन कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता है, ताकि समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकें.
-- अजय कुमार पाण्डेय