पैक्स चुनाव: औरंगाबाद जिले के चार प्रखंडों में द्वितीय चरण का मतदान संपन्न
The second phase of PACS elections in Aurangabad district, Bihar, on November 29, 2024, saw peaceful voting across four blocks. Strong administration and police supervision ensured a fair and transparent election process, with a significant voter turnout and no reported irregularities.
शांतिपूर्ण तरीके से हुआ मतदान, प्रशासन की कड़ी निगरानी रही महत्वपूर्ण
औरंगाबाद, बिहार – 29 नवंबर 2024 को औरंगाबाद जिले के चार प्रखंडों में द्वितीय चरण का पैक्स चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। इस चुनाव में जिले के सदर औरंगाबाद, रफीगंज, गोह और हसपुरा प्रखंडों के मतदाताओं ने अपने-अपने मतदान केंद्रों पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जिला और पुलिस प्रशासन के सहयोग से इस चुनाव को निष्पक्ष रूप से आयोजित किया गया, जिससे मतदाताओं ने बिना किसी डर या दबाव के मतदान किया। प्रशासन की सतर्कता और प्रभावी निगरानी ने इस चुनाव को शांतिपूर्ण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अतीत में हुआ था गड़बड़ी का आरोप, इस बार प्रशासन ने लिया सख्त कदम
इससे पहले पैक्स चुनावों में अक्सर गड़बड़ी की शिकायतें आती थीं। प्रत्याशी के समर्थक मतदान केंद्रों के पास सुबह से ही बड़ी संख्या में जमा हो जाते थे, और गलत तरीके से मतदान प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते थे। हालांकि, इस बार जिला प्रशासन और पुलिस ने मिलकर इसे पूरी तरह से नियंत्रित किया। पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी के चलते किसी भी तरह की गड़बड़ी या दबाव को रोका गया।
संध्या 3:30 बजे के आसपास, जब संवाददाता ने फेसर बूथ का निरीक्षण किया, तब वहाँ मौजूद मतदाताओं और उम्मीदवारों के समर्थकों ने प्रशासन की सराहना की। उन्होंने बताया कि इस बार चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रहा। प्रशासन ने किसी को भी गड़बड़ी करने का अवसर नहीं दिया, और सभी ने शांति से मतदान किया।
बूथ पर मतदान की स्थिति: शांतिपूर्ण और व्यवस्थित
संवाददाता ने संध्या 3:15 बजे के करीब फेसर स्थित मतदान केंद्रों का दौरा किया और वहां के पीठासीन अधिकारियों से मतदान की जानकारी ली। पीठासीन अधिकारी ने बताया कि बूथ संख्या 10 पर अब तक 374 वोट डाले जा चुके थे, जिसमें 271 पुरुष और 103 महिला मतदाता शामिल थे। इसी तरह, अन्य बूथों पर भी मतदान का क्रम जारी था। बूथ संख्या 10 (क) पर 233 पुरुष और 170 महिला, बूथ संख्या 10 (ख) पर 185 पुरुष और 168 महिला, बूथ संख्या 10 (ग) पर 168 पुरुष और 156 महिला तथा बूथ संख्या 10 (घ) पर 205 पुरुष और 105 महिला ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
इस दौरान मतदान केंद्रों पर किसी भी तरह की अव्यवस्था या हिंसा का कोई मामला सामने नहीं आया। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे और प्रशासन के अधिकारी मतदान प्रक्रिया की पूरी निगरानी कर रहे थे।
चार प्रखंडों में मतदान प्रतिशत:
द्वितीय चरण के पैक्स चुनाव में औरंगाबाद जिले के चार प्रमुख प्रखंडों में मतदान प्रतिशत भी संतोषजनक रहा।
- सदर औरंगाबाद प्रखंड में कुल 61.37% मतदान हुआ।
- रफीगंज प्रखंड में कुल 54% मतदान हुआ।
- हसपुरा प्रखंड में कुल 58% मतदान हुआ।
- गोह प्रखंड में कुल 58.95% मतदान हुआ।
यह आंकड़े बताते हैं कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में मतदाताओं ने उत्साह के साथ चुनाव में भाग लिया और अपने मताधिकार का उपयोग किया। इन आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इस बार पैक्स चुनाव में मतदान की प्रक्रिया व्यवस्थित रही और प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों ने इस चुनाव को सफलता की ओर अग्रसर किया।
प्रशासन की कड़ी निगरानी और निष्पक्षता की सराहना
जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से किए गए सख्त कदमों के चलते इस चुनाव में कोई भी अप्रिय घटना नहीं घटी। प्रशासन की सक्रियता और तत्परता को लेकर क्षेत्रीय मतदाता और चुनाव में भाग लेने वाले प्रत्याशी भी प्रशंसा करते हुए दिखाई दिए। वे सभी इस बात पर जोर देते रहे कि यदि प्रशासन की यह कड़ी निगरानी और प्रभावी कदम नहीं होते, तो चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी हो सकती थी। लेकिन इस बार प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि हर मतदाता बिना किसी बाहरी दबाव के अपने अधिकार का उपयोग कर सके।
सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण चुनाव
पैक्स चुनाव न केवल किसानों और कृषि समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, बल्कि यह स्थानीय राजनीति और समाज के लिए भी एक अहम घटना होती है। चुनावी प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं का जागरूक होना और निष्पक्ष मतदान की दिशा में प्रशासन द्वारा की गई कोशिशें स्थानीय समाज के लिए सकारात्मक संकेत देती हैं। इस चुनाव ने यह भी साबित किया कि अगर प्रशासन सख्त हो, तो किसी भी चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जा सकता है।
निष्कर्ष
29 नवंबर 2024 को द्वितीय चरण के पैक्स चुनाव के दौरान औरंगाबाद जिले के चार प्रखंडों में संपन्न मतदान ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि प्रशासन और पुलिस का सहयोग हो, तो किसी भी चुनाव को शांति और निष्पक्षता के साथ सम्पन्न किया जा सकता है। यह चुनाव प्रशासन की कड़ी निगरानी, मतदाताओं के जागरूकता और स्थानीय राजनीति के स्थिरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हुआ है।
(by अजय कुमार पांडेय)