चौथी बार लगातार सीनेट बोर्ड के मेंबर बने डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू
Dr Sanjeev Ranjan Kumar Singh alias Mukul Babu became a member of the Senate Board for the fourth consecutive time.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक स्थल व भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया के क्षेत्र में ही स्थापित मगध विश्वविद्यालय बोधगया का डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह लगातार चौथी बार चुनाव जीतकर सीनेट बोर्ड के मेंबर बनने में कामयाब हुए. ध्यातव्य हो कि डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू सर्वप्रथम सन् 2014 में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से चुनाव जीतकर 03 साल के लिए सीनेट बोर्ड के मेंबर बने.
इसके बाद लगातार सन् 2017, 2020 एवं 2023 में भी लगातार चुनाव जीतकर मगध विश्वविद्यालय बोधगया में सीनेट बोर्ड के मेंबर बने. गौरतलब हो कि इस बार सीनेट बोर्ड का मेंबर बनने हेतु चुनाव 16 फरवरी 2023 को संपन्न हुआ. जिसमें डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू चुनाव जीतने में कामयाब रहे. इसके बाद आई0एम0 ए0 बिहार ब्रांच से मगध यूनिवर्सिटी बोधगया को सूचित किया गया. तब बोधगया के वाइस चांसलर कार्यालय से 27 अप्रैल 2023 को सीनेट बोर्ड मेंबर बनने का लिखित पत्र निकालकर डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू को सूचित किया गया.
ध्यातव्य हो कि चुनाव जीतने के बाद सिनेट बोर्ड मेंबर का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए होता है. मालूम हो कि डॉक्टर संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पी0एम0सी0एच0 ) में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर पद पर भी कार्यरत रहे. लेकिन अब सेवानिवृत्ति ले चुके हैं. साथ ही संजीव रंजन कुमार सिंह उर्फ मुकुल बाबू कांग्रेस के शासनकाल में बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री रह चुके स्वर्गीय डॉक्टर विजय कुमार सिंह के पुत्र भी है, तथा रफीगंज विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस के सीट पर चुनाव लड़ चुकी कांग्रेस नेत्री डॉक्टर माधवी सिंह के पति भी है, और इनकी पत्नी डॉक्टर माधवी सिंह भी पटना स्थित अनुग्रह कॉलेज में ही साइकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर रही. जिनकी सेवानिवृत्ति 30 अप्रैल 2023 को हो गई. इसलिए इनका परिवार भी किसी परिचय का मोहताज नहीं है.