डेगुं से बचें और शहर को भी बचाएं
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, पुनीत कुमार गर्ग ने भी कहा कि स्वच्छता से हम सब तन - मन स्वस्थ महसूस करते हैं. जिससे साकारात्मक ऊर्जा और सोच से लोगों के व्यक्तित्व का विकास होता है.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) यह उक्त बातें रविवार दिनांक - 01 अक्टूबर 2013 को व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद के प्रभारी, जिला न्यायाधीश सह स्पेशल पोक्सो एक्ट न्यायाधीश, मितु सिंह ने स्वच्छता अभियान के दौरान दुसरे दिन कहीं. रविवार को व्यवहार न्यायालय, औरंगाबाद में स्वच्छता ही सेवा अन्तर्गत दुसरे दिन भी न्यायधीशों, अधिवक्ताओं एवं न्यायलय कर्मीयों ने साफ सफाई अभियान चलाया, और माननीय न्यायधीशों ने भी स्वयं झाड़ू लगाकर स्वच्छता के लिए सभी को प्रेरित किया. इसी मौके पर प्रभारी जिला न्यायाधीश सह स्पेशल पोक्सो एक्ट न्यायाधीश मितु सिंह ने कहा कि जिले में अभी तक बरसात हो रही है. जिससे बरसात जनित रोगों की प्रसार की अधिक संभावना को खत्म करने हेतु स्वच्छता अभियान आवश्यक है. डेंगू से खुद बचें, और अपने शहर को भी बचाएं.
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, पुनीत कुमार गर्ग ने भी कहा कि स्वच्छता से हम सब तन - मन स्वस्थ महसूस करते हैं. जिससे साकारात्मक ऊर्जा और सोच से लोगों के व्यक्तित्व का विकास होता है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के नवनियुक्त सचिव, सुकूल राम ने भी कहा कि स्वच्छता अभियान का परिणाम क्षणिक नहीं दुरगामी परिणाम होता हैं, और इससे व्यक्तिगत तथा सामाजिक भी बहुत लाभ है. आप सभी अपने बच्चों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करते रहें.
जिला विधिक संघ औरंगाबाद अध्यक्ष, रसिक बिहारी सिंह ने कहा कि न्यायालय परिसर सहित जिला के साफ - सफाई की प्राथमिकता हर नागरिक का कर्तव्य है. डेंगू के भयावहता को देखते हुए यह अति आवश्यक हो गया है, कि प्रतिदिन अपने आस पास साफ़ सफाई पर ध्यान दें. इस अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, आनन्द भूषण, अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी, योगेश कुमार मिश्रा, न्यायकर्ता शोभा, जिला विधिक संघ अध्यक्ष, रसिक बिहारी सिंह, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष, संजय सिंह, रामनरेश प्रसाद, सतीश कुमार स्नेही, रिटेनर अधिवक्ता, अभिनंदन कुमार, न्यायलय कर्मी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार कर्मी सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे.