सांसद द्वारा आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में संवाददाता ने पानी की उत्पन्न घोर समस्या मुद्दे पर भी उठाया गंभीरता से सवाल, भाजपा सांसद ने दिया जवाब

भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने उपस्थित मीडिया कर्मियों के समक्ष बयान देते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे भारतवर्ष में गरीबों के कल्याण हेतु कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई गई.

सांसद द्वारा आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में संवाददाता ने पानी की उत्पन्न घोर समस्या मुद्दे पर भी उठाया गंभीरता से सवाल, भाजपा सांसद ने दिया जवाब
press conference of BJP MP auranagabad Sushil kumar

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) केंद्र में भाजपा सरकार को 30 मई 2023 को 09 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने अपने सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों की उपलब्धियां गिनाने हेतु मुख्यालय स्थित आवास पर गुरुवार दिनांक - 08 जून 2023 को एक प्रेस कॉफ्रेंस आयोजित किया. इस मौके पर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने उपस्थित मीडिया कर्मियों के समक्ष बयान देते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे भारतवर्ष में गरीबों के कल्याण हेतु कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई गई. जो पिछले किसी भी सरकार में नहीं चलाई गई, क्योंकि कांग्रेस शासनकाल में योजनाएं तो बनाई जाती थी. इसे मैं भी स्वीकार करता हूं. लेकिन इच्छा शक्ति नहीं होती थी.

इसीलिए जरूरत पड़ने पर उचित धनराशि मुहैया नहीं कराई जाती थी. जिसके वजह से योजनाओं को गाड़ दिया जाता था. लेकिन माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने जब से देश में कार्यभार संभाला है. तब से खासकर गरीबों के हित में कई कल्याणकारी योजनाओं को चलाया है, जिसमें उदाहरण के तौर पर उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान भाइयों के हित में प्रत्येक वर्ष हमेशा 2,000 रुपया प्रति किस्त के हिसाब से तीन बार यानी कि 6,000 रुपया दिया जा रहा है. साथ ही भारत से विकसित विदेशों में भी कई देश हैं. लेकिन माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने जो भारतवर्ष में गरीबों के लिए आयुष्मान भारत  स्वास्थ्य कार्ड योजना चलाया, जिसके तहत 5,00000 लाख रुपया तक खर्च होने वाली किसी भी बीमारी में कोई गरीब व्यक्ति अपना इलाज करवा सकता है. इतनी बड़ी स्वास्थ्य कार्ड योजना किसी अन्य विकसित देशों में भी नहीं चलाई गई है.

इसके अलावे आज माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत बिजली के क्षेत्र में, रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बना है, और कोविड-19 के वक्त भी भारत में ही दो स्वदेशी टीका का निर्माण किया गया. जो काफी कारगर साबित हुआ, और जरूरत पड़ने पर जब भारत में निर्मित टीका का मांग अन्य देशों में भी किया गया. तब भारत ने वैक्सीन का निर्यात अन्य देशों में भी किया. इतिहास के मुताबिक प्रत्येक 100 वर्षों में एक बार महामारी अवश्य आता ही है.

इसके पहले भी महामारी हुआ है. इसी प्रकार कोविड-19 के वक्त भी दुनिया भर में महामारी हुआ. लेकिन हमारे माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने समस्त भारतवासियों को निःशुल्क प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय टीका भी दिलवाने का काम किया. रेलवे, सड़क के क्षेत्र में भी इस वक्त काफी तीव्र गति से काम हो रहा है. लेकिन बिहार में तो आप  लोग देख ही रहे हैं, कि एक ही निर्माणाधीन पूल दो - दो बार ढह जा रहा है. जो 1,710 करोड़ रुपया मोटी रकम की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है. इसके अलावे पूर्व में भी बिहार के अंदर बन रहे कई पुल ध्वस्त हो चुके हैं. इसलिए बिहार में यह सच्चाई है, कि नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों एवं विभागीय मंत्री, मुख्यमंत्री तक की मिलीभगत से ही कमीशन का खेल हो रहा है. जो बिहार की पब्लिक भी जान चुकी है. ज्ञात हो कि औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह द्वारा जब प्रेस कॉफ्रेंस समाप्त किया जा रहा था.

तब इस्मा टाइम्स संवाददाता ने औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से सवाल पूछा कि आज खासकर जिला मुख्यालय औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहर के अंदर ही श्री सीमेंट प्लांट स्थापित होने की वजह से पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. जिले वासियों में चर्चा है कि औरंगाबाद शहर के बगल में ही स्थापित श्री सीमेंट प्लांट को सरकारी एकरारनामा के मुताबिक बृहत सोननद से पाइप लाइन द्वारा पानी लाकर रिजर्व करना था. लेकिन श्री सीमेंट प्रबंधन ने सरकारी एकरारनामा नियम कानून को ताक पर रखते हुए अपने श्री सीमेंट प्लांट कैंपस के अंदर ही अंधाधुंध हजारों फीट तक कई समरसेबल बोरिंग करवा चुका है. जिसके वजह से आज खासकर नगर परिषद क्षेत्र औरंगाबाद के सभी 33 वार्डों में एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. कई स्थानों पर तो 400, 500, 600 फिट तक समरसेबल बोरिंग कराने के बावजूद भी पानी नहीं मिल पा रहा है.

समरसेबल बोरिंग करने वाला मिस्त्री भी जवाब दे दे रहा है, कि अब हम इस स्थान पर समरसेबल बोरिंग नहीं कर पायेंगे, क्योंकि यहां पर पानीं ही उपलब्ध नहीं है. या फिर मिस्त्री यह कह दे रहा है, कि बोर ही बैठ जा रहा है. नहीं तो कह दे रहा है, कि यहां पर सिर्फ पहाड़ ही पहाड़ है. और विगत दिनों ज़ब औरंगाबाद में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेट्री, भगवान सिंह कुशवाहा आए हुए थे. तब उस वक्त भी हमने उनसे यही सवाल पूछा था, कि पूरे जिले वासियों के साथ - साथ विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लोगों का भी कहना है, कि औरंगाबाद शहर के बगल में ही श्री सीमेंट प्लांट स्थापित किए जाने की वजह से खासकर नगर परिषद क्षेत्र, औरंगाबाद के सभी 33 वार्डों में एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है.

औरंगाबाद शहर छोड़कर लोग  ग्रामीण क्षेत्रों में अपने घर वापस लौट रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है. पूरे जिले वासियों के साथ - साथ यह चर्चा विभिन्न पॉलिटिकल पार्टी के लोगों में भी है, कि श्री सीमेंट प्लांट प्रबंधन ने सरकारी एकरारनामा को दरकिनार करते हुए बृहत सोननद से पाइप लाइन द्वारा पानी लाकर रिजर्व करने के बजाय अपने श्री सीमेंट प्लांट कैंपस के अंदर ही हजारों फीट तक कई समरसेबल बोरिंग करवा चुका है. जिसके वजह से ही खासकर नगर परिषद क्षेत्र, औरंगाबाद के सभी 33 वार्डों एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. तब बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री व वर्तमान जदयू के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी, भगवान सिंह कुशवाहा ने भी मेरे द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा था, कि जहां तक श्री सीमेंट प्लांट को सरकारी एकरारनामा के मुताबिक बृहत सोननद से यदि पाइप लाइन द्वारा पानी लाकर रिजर्व करने की बात है.

तो सवाल आप औरंगाबाद के  भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से भी अवश्य पूछिए. कि आपके द्वारा पानी का यह गंभीर मुद्दा प्रमुखता से लोकसभा में क्यों नहीं उठाया जा रहा है. क्योंकि जहां तक बृहत सोननद की बात है. तो भारत की जितनी भी बड़ी-बड़ी नदियां या वृहत सोननद है. उस पर केंद्र सरकार का ही अधिकार हो गया है. हम लोगों (राज्य सरकार) को सिर्फ बड़ी बड़ी नदियां या वृहत सोननद से निकली हुई कैनाल पर ही अधिकार रह गया है. तब हमने उनसे यह भी सवाल पूछा था, कि जब बिहार - सरकार को बृहत सोननद पर अधिकार ही नहीं रह गया है. तब फिर राज्य सरकार किसी भी क्षेत्र में बालू घाट का टेंडर कैसे जारी कर देती है. तब जदयू के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेट्री, भगवान सिंह कुशवाहा ने जवाब देते हुए कहा था, कि बिहार - सरकार तो कम से कम अवैध खनन पर भी रोक लगा दी है.

इसलिए आप इस संबंध में क्या कहना चाहेंगे. तब औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि शहर के बीचो बीच श्री सीमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए शुरू में जमीन किसने दिया था. बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने ही तो दिया था ना. उस वक्त जमीन औरंगाबाद शहर के बीचो बीच ही क्यों दिया गया. और जहां तक आप हमसे सवाल पूछ रहे हैं, कि बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री व जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी, भगवान सिंह कुशवाहा कह रहे हैं, कि हम लोगों का बृहत सोननद पर अब अधिकार ही नहीं रह गया है. यह अधिकार सिर्फ केंद्र - सरकार को ही रह गया है.

हम लोगों का अधिकार सिर्फ नदियों से निकला हुआ कैनाल पर ही रह गया है. तब मुझे तो लगता है, कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेट्री, भगवान सिंह कुशवाहा को कुछ ज्ञान ही नहीं है. क्योंकि यदि ज्ञान होता. तो इस प्रकार की बात ही नहीं करते. क्या बिहार सरकार को यह अधिकार है, कि नदी में बालू घाट का टेंडर करके अंधाधुंध खनन करवा दे. यह अधिकार राज्य सरकार को कहां से आ गया. जब बृहत सोननद में अवैध खनन हीं हो जाएगा, तो बचेगा क्या.

ज्ञात हो कि खासकर नगर परिषद क्षेत्र, औरंगाबाद शहर के लगभग सभी 33 वार्डों में श्री सीमेंट प्लांट की वजह से एवं प्राप्त जानकारी अनुसार शहर के अंदर ही काफी संख्या में अवैध रूप से फिल्टर पानी का प्लांट बैठाकर धंधा करने वाले लोगों के द्वारा जल दोहन किया जा रहा है. इसी वजह से ही पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. जिसकी चर्चा खासकर औरंगाबाद शहरवासी तथा जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी रह रहे ग्रामीण जनता कर रहे हैं.

इसके अलावे औरंगाबाद शहर के साथ-साथ जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पन्न पानी की घोर समस्या मुद्दे पर बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री व राजद प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान, महागठबंधन के कई नेता भी एक साथ मिलकर तथा रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, वर्तमान लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव व समाजसेवी, प्रमोद कुमार सिंह, लोजपा (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह, बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक व कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से लगातार दोनों टर्म कांग्रेस के विधायक बने राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने भी अपने - अपने तरीके से मीडिया को बयान दे चुके हैं. इसके बावजूद भी खासकर औरंगाबाद शहर में अभी तक पानी की उत्पन्न घोर समस्या से संबंधित मुद्दे पर कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है, और पानी के लिए खासकर औरंगाबाद शहर में हमेशा त्राहिमाम मचा हुआ है. तथा जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी का लेयर काफी नीचे जा चुका है. जिसकी चर्चा हमेशा जिले वासी करते ही रह रहे हैं.

ज्ञात हो कि गुरुवार दिनांक - 08 जून 2023 को औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह ने जो अपने मुख्यालय स्थित आवास पर अपनी 09 वर्षों की भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए प्रेस कॉफ्रेंस का आयोजन किया था. उसमें भाजपा के जिला महामंत्री, मुकेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष, दीनानाथ विश्वकर्मा, जुलेखा खातून, नगर अध्यक्ष, कौशल सिंह, जिला कोषाध्यक्ष, आलोक कुमार सिंह, युवा भाजपा नेता, प्रवीर सिंह, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष, शुभेंदु शेखर उर्फ शुभम सिंह, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष, अनिता सिंह, गुड़िया सिंह, जिला मीडिया प्रभारी, मितेंद्र कुमार सिंह, अवनीश सिंह, भाजपा नेता, विजेंद्र सिंह, राकेश कुमार देवता, सुनील सिंह, पूर्व पंचायत समिति सदस्य, संगेश सिंह, धीरज गुप्ता, रंजीत कुशवाहा, मनोज सिंह, भाजयुमो नेता, विकास काली, मोनू कुमार उर्फ सतीश, आशुतोष मोनू, विकास कुमार, ऋषि राज, राहुल रंजन उर्फ सोनू, जिला मंत्री, शहबाद अरसद उर्फ गुड्डू सहित भाजपा के अन्य नेता भी मौजूद  रहे.