पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 का दीप प्रज्वलित कर बिहार के मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ
विश्वनाथ आनंद :
गया (मगध बिहार): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया के फल्गु नदी में निर्मित गया जी धाम का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया. तथा गया सीताकुंड जाने हेतु पुल का शीलापाटन कर लोकार्पण किया. इस दौरान पहले मुख्यमंत्री ने देवघाट गए और वही मानसा आंचल के बीच घाट पर पूजा अर्चना किया. मुख्यमंत्री ने देवघाट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि फल्गु नदी में निर्मित गया जी डैम के उद्घाटन में उपस्थित सभी लोगों का अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि गया धाम में कई देशों के लोग आकर पिंडदान करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि गया धाम का विशेष स्थान है.
उन्होंने आगे कहा कि गया धाम की भूमि मुक्तिधाम है. यहां पर हर्ष वर्ष पितृपक्ष मेला का आयोजन होता है.उन्होंने कहा कि जब हमने मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला था उसके बाद ट्रेन से दिल्ली जाने के क्रम में एक महिला ने मुझे कहा था कि पितृपक्ष मेला की व्यवस्था ठीक नहीं रहती, हमने उनसे कहा कि हम ध्यान देंगे और वर्ष 2008 से पितृपक्ष मेला में सभी प्रकार की तैयारियों की जाती रही है. सारी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है ,पितृपक्ष मेले के दौरान 15 दिन में 6 से 800000 लाख लोग यहां आते हैं. पितृपक्ष मेले की शुरुआत के दौरान हर वर्ष आते हैं और तैयारियों की ज्यादा लेते हैं.
इस संबंध में हम अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते रहे हैं. जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का दिक्कत ना हो मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को यहां सुविधा मिलेगी तो वह यहां की प्रशंसा बाहर में भी करेंगे. पिछले 2 साल से कोरोना का दौर चल रहा था जिसके कारण पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं हो पा रहा था.
उन्होंने आगे कहा कि फल्गु नदी में पानी खत्म हो जाने के कारण तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इसके लिए देश के सबसे बड़े रिवर डैम का निर्माण यहां कराया गया इसका नामकरण गया जी धाम किया गया है.आप फल्गु में कभी भी पानी खत्म नहीं होगा कल से फिर तक पैसे मेला शुरू हो जाएगा आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए फल्गु नदी में पूरे वर्ष पानी रखने की व्यवस्था की गई है. फल्गु नदी में केवल रबर टाइम नहीं बल्कि श्रद्धालुओं को सीताकुंड जाने के लिए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी कराया गया है. फल्गु नदी मे गिरने वाले नालों को भी रोक दिया गया है और उसके लिए नाले का निर्माण दूसरी तरफ से किया गया है जिससे नदी में गंदा पानी ना गिरे रबड़ डैम का निर्माण में 324 करोड रुपए के लागत आई है.
आईआईटी रुड़की के तकनीकी विशेषज्ञों की भी सेवा ली गई है.उन्होंने आगे कहा कि गया धाम पौराणिक जगह है इस पूरे इलाके को इस गया जी कहते हैं इसीलिए श्रवण डैम का गया जी धाम रखा गया है 15 दिन में विभाग के द्वारा पुल से सीता कुंड का पहुंच पद का भी निर्माण कराया गया है मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल पहुंचाने की योजना काफी समय से मेरे मन में थी वर्ष 2019 में जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल पहुंचाने की योजना काफी समय से मेरे मन में थी वर्ष 2018 2019 में जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत की गई जल है हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है गया बोधगया राजगीर और नवादा में गंगा जल शुद्ध पेयजल के रूप में हर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया है गया बोधगया में इसी साल हर घर में गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है या काम काफी तेजी से किया जा रहा है विभाग ने अक्टूबर के अंत तक या योजना पूरा करने का भरोसा दिलाया है राजगीर में गंगा जल शुद्ध पेयजल के रूप में पहुंचा दिया गया है गंगाजल को दूर दूर से लोग अपने घर लेकर आते हैं अब आपके घर में ही गंगाजल उपलब्ध रहेगा गया में पूर्वजों के निदान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो होगी विद्यार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसके लिए सरकार पूरी तरह प्रयास प्रयासरत है.
आगे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का स्वागत जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने हरित कुछ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर किया इस कार्यक्रम के दौरान योजना से संबंधित अभियंता संजय कुमार तिवारी कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह कार्यपालक अभियंता जितेंद्र कुमार एसएससी लिमिटेड के संवेदक एवं इंजीनियर इंजीनियर इंजीनियर प्राइवेट लिमिटेड के सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। इससे इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी जल संसाधन सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने संबोधित किया है इस अवसर पर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता सहकारिता मंत्री सुरेंद्र प्रसाद यादव अनुसूचित जनजाति मंत्री संतोष कुमार सुमन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री गया प्रभारी जमा खान पर्यटन मंत्री कुमार सर जी सांसद गया विजय मांझी पूर्व मंत्री व विधायक गया नगर विधायक प्रेम कुमार विधायक अनिल कुमार सिंह विधायक अजय कुमार विधायक मंजू अग्रवाल विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह सहित जनप्रतिनिधि आपदा प्रबंधन पदाधिकारी के सदस्य मनीष कुमार वर्मा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रमुख सचिव बृजेश मल्होत्रा पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मगध प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबरी जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन मगध रेंज के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति पंडाल उपस्थित थे इस कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने देवघाट कदम ब्रिज का रोपण किया इस कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री ने सीता कुंड जाने हेतु निर्मित पुल से पैदल यात्रा करते हुए सीता कुंड पहुंचकर माता सीता की पूजा अर्चना की राज के सुख शांति के लिए एवं समृद्धि की कामना की इसके पश्चात स्ट्रीमर के माध्यम से मुख्यमंत्री को पार कर वापस देवघाट लौटे इसके बाद मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर में पूजा अर्चना कर राज की सुख शांति समृद्धि की कामना की मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर परिसर में पितृपक्ष मेले महासंघ महासंगम 2022 को दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तर्पण पुस्तिका का विमोचन भी किया.