घोर पेयजल संकट मुद्दे पर लोजपा प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष चंद्र भूषण कुमार सिंह ने रखा अपना पक्ष
खासकर नगर परिषद क्षेत्र औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पन्न घोर पेयजल संकट मुद्दे पर लोजपा (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने भी रखा अपना पक्ष
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने भी शुक्रवार दिनांक - 19 मई 2023 को अपने मुख्यालय स्थित आवास पर उपस्थित मीडिया कर्मियों के समक्ष खासकर नगर परिषद क्षेत्र औरंगाबाद एवं जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्पन्न घोर पेयजल संकट मुद्दे पर शहर से सटे हुए स्थापित श्री सीमेंट के खिलाफ जमकर ब्यान दिया है. इस मौके पर उपस्थित मीडिया कर्मियों के समक्ष लोजपा (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने श्री सीमेंट के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा है, कि औरंगाबाद के लिए बहुत बड़ी समस्या है. लोग इंतजार में हैं, कि कौन पानी की समस्या से मुक्ति दिलाएगा.
हमको जहां तक याद है कि औरंगाबाद शहर से सटे हुए श्री सीमेंट प्लांट का 12 - 13 वर्ष हो गया. तीन साल से हंगामा शुरू हो गया है. लगातार आंदोलन चल रहा है. मैंने राजनीति में अनुभव किया है, कि जल दोहन के नाम पर घुमाया जा रहा है. लेकिन इसमें सबको राजनीति से ऊपर उठकर बात करना चाहिए. यह औरंगाबाद जिले की पब्लिक भी जान रही है, कि श्री सीमेंट प्लांट से कुछ सता संरक्षित लाभान्वित हैं. इसके बाद प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि सरकार में बैठे लोग यदि चाहेंगे, तो श्री सीमेंट प्लांट के बीच पानी के मुद्दे पर हुई सरकारी एकरारनामा का कॉपी आमजनता के सामने सार्वजनिक नहीं हो सकता हैं.
इसलिए इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण भी देना चाहिए. इसके बाद उपस्थित पत्रकारों के समक्ष प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि आप लोग भी जान लीजिए, कि यदि पानी की घोर किल्लत मामले में औरंगाबाद की जनता उग्र हो जाएगी, तो फिर बहुत ही मुश्किल हो जाएगी. जो खासकर औरंगाबाद शहर में पानी की वर्तमान स्थिति है. इस पानी की उत्पन्न घोर समस्या मामले में अधिकांश मुद्दा श्री सीमेंट के खिलाफ सिर्फ गर्मी के दिनों में ही उठता है. लेकिन फिर यह मुद्दा दब जाता है. लेकिन अब यह भी बात सत्य है, कि जनता जाग चुकी है, और यह जान रही है, कि कौन जनप्रतिनिधि श्री सीमेंट से लाभान्वित है. इसके बाद उपस्थित पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि जिस दिन मुझे पुख्ता प्रमाण मिल गया. उस दिन आंदोलन नहीं रुकेगा. श्री सीमेंट प्लांट की वजह से जो औरंगाबाद वासियों को पानी के लिए घोर मुसीबतें हो रही है. उससे लोगों को निजात अवश्य मिलना चाहिए. खासकर शहर में कई बोरिंग फेल है. सर्वप्रथम इस मामले में राज्य - सरकार, प्रशासन व जनप्रतिनिधि दोषी हैं. जनप्रतिनिधि जनता का सेवक है.
तब संवाददाता ने प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्र भूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह से सवाल पूछा कि, अभी तुरंत जब एक निजी होटल में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी भगवान सिंह कुशवाहा प्रेस कॉफ्रेंस कर रहे थे. तब उपस्थित मीडिया कर्मियों के समक्ष ही संवाददाता द्वारा पानी के मुद्दे पर ही सवाल पूछा गया, कि जिले वासियों एवं जनप्रतिनिधियों के मुताबिक श्री सीमेंट प्लांट की सरकारी एकरारनामा के मुताबिक बृहत सोननद से ही पाइप लाइन द्वारा पानी लाकर रिजर्व करना था. मगर श्री सीमेंट प्रबंधन ने सरकारी एकरारनामा के विरुद्ध ही कार्य करते हुए अपने कैंपस के अंदर हजारों फीट तक कई समरसेबल बोरिंग करवा चुका है. जिसके वजह से खासकर औरंगाबाद शहर के लगभग सभी 33 वार्ड एवं जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी पानी की घोर समस्या उत्पन्न हो गई है. यही मुख्य वजह है कि पूरे औरंगाबाद जिले की जनता पानी के लिए त्राहिमाम कर रही है. जबकि बिहार में आप लोगों का ही महागठबंधन की सरकार है.
औरंगाबाद जिला के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में विधायक भी महागठबंधन के ही बने हुए हैं. इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या करना चाहेंगे. तब बिहार - सरकार के पूर्व मंत्री व वर्तमान जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेट्री, भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि जहां तक श्री सीमेंट प्लांट को सरकारी एकरारनामा के मुताबिक यदि बृहत सोननद से पाइप लाइन के जरिए पानी लाकर रिजर्व करना है. तो बृहत सोननद पर अब केंद्र सरकार का ही अधिकार हो गया है, और बिहार सरकार को सिर्फ नदी से निकला हुआ कैनाल पर ही अधिकार है. इसलिए आप लोग इस मुद्दा पर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद, सुशील कुमार सिंह से भी अवश्य सवाल पूछिए, कि पानी के मुद्दे पर लोकसभा में प्रमुखता से मामला क्यों नहीं उठाते हैं.
तब लोजपा (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि जब सरकार के लोग ही पानी की उत्पन्न घोर समस्या मामले में इस प्रकार की बात कर रहे हैं, कि केंद्र सरकार का ही बृहत सोननद पर कमांड है, तो फिर क्या होगा. आप लोग समझ सकते हैं. इसके बाद प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह से उपस्थित मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछा, कि अभी तुरंत एक निजी होटल में जब बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व वर्तमान जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेट्री, भगवान सिंह कुशवाहा ने भाजपा नेता गिरिराज सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा है, कि बेगूसराय में जाकर घोषणा कर रहे हैं, कि बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी आगामी दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री चेहरा होंगे. लेकिन आप ही लोग बताइए कि बेगूसराय बिहार में है.
तब उपस्थित मीडिया कर्मियों ने भी बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी, भगवान सिंह कुशवाहा से सवाल पूछा, कि क्या बेगूसराय बिहार में नहीं है. तब उन्होंने कहा कि नहीं. और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी ने भाजपा पर प्रहार करते हुए यह भी है कहा कि भाजपा का काम ही है, कि अपने पार्टी में दो - चार आदमी को हमेशा अटपटा ब्यान दिलवाने के लिए रखे हुए रहता है.
बिहार के वर्तमान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी भी जो लगातार माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार के खिलाफ ब्यान बाजी कर रहे हैं. उनको भी यह पता होना चाहिए, कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार कोई साधारण व्यक्ति नहीं है. जो हमेशा विपक्षी एकता बनाने की ही बात कर रहे हैं. लेकिन जहां तक बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सम्राट चौधरी जो हमेशा बयान बाजी कर रहे हैं. तब वो तो खुद 2024 तक ही भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष रहेंगे. जिसको आप लोग भी देख लीजिएगा. इसलिए आप इस मामले में क्या कहना चाहेंगे. आपके मुताबिक बेगूसराय बिहार में है या नहीं.
तब उपस्थित मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए लोजपा (रामविलास) के प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने कहा कि अभी यह बात मेरे संज्ञान में नहीं आया है. यदि ऐसी बात है, तो बहुत ही शर्मनाक बात है. सवाल उठना तो लाजमी है, क्योंकि बेगूसराय भी बिहार में ही है.