प्रधानमंत्री मोदी के हाल के भाषण ‘मुस्लिमों के ज्यादा बच्चे’ पर लारा दत्ता ने दी प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी के हाल के भाषण ‘मुस्लिमों के ज्यादा बच्चे’ पर लारा दत्ता ने दी प्रतिक्रिया

साथियो, सबसे पहले जो प्रधान मंत्री जी ने मुस्‍लमानों और कांग्रेस को लेकर बोला वह क्‍या है वह बताते हैं. दरअसल चुनाव प्रचार में मोदी जी ने यह कहा कि “पहले जब कांग्रेस की सरकार थी तब कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे? जिसके ज्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे. घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा. आपको मंजूर है ये. भाइयों बहनों ये अर्बन नक्सल की सोच है. आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे, यहां तक जाएंगे.”

अब सोचिए, चुनाव का माहौल है किसी तरह भी चुनाव जीता जाऐ यह सबसे पहले है और उसके लिए भाजपा बहुत पहले से यह धार्मिक मुद्दे वाला कार्ड खेल रही है. अब किस का मोदी जी की बात अच्‍छी लगी, किसको बुरी उससे किसी को फर्क नही पड़ता. हां, भाजपा को जरूर एकतरफ वोट मिलेंगे वह भी उनके भक्‍तों के.

बॉलीवुड एक्ट्रेस लारा दत्ता जिन्‍होंने अपनी दमदार एक्टिंग से 90 के दशक में नाम कमाया था. इन्‍होंने साल 2000 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था और इसके बाद बॉलीवुड फिल्‍मों में काम करना शुरू कर दिया था.

विरोधियों ने पीएम के दावों की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया है. इसी बीच लारा दत्ता ने एक इंटरव्यू के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के अपने विश्वास पर खरा उतरने के लिए उनकी सराहना की.

लारा दत्ता ने हाल ही में जूम पर एक खास बातचीत में कहा कि ‘’प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें थोड़ा ध्यान रखना चाहिए या फिर उनके ऐसे बयान देना ठीक है क्योंकि वह अपना चुनाव लड़ रहे हैं.” लारा दत्ता ने आगे कहा कि “आखिर पीएम मोदी भी एक इंसान हैं. सबको खुश रखना मुश्किल है. ना तो हम ट्रोलिंग से बच पाते और ना ही पीएम मोदी. लेकिन सब अपने हिसाब से डील करते हैं. कोई नाराज ना हो जाए, इस डर से इतना सोच समझकर काम नहीं किया जा सकता. हम सभी इसे अपनी प्रोग्रेस में लेते हैं. आप सिर्फ इसलिए अंडे के छिलकों पर कदम नहीं रख सकते क्योंकि आप एक पक्ष या दूसरे पक्ष को परेशान नहीं करना चाहते. कहीं न कहीं, आपको अपनी सच्चाई के प्रति सच्चा होना होगा, आप जिस पर विश्वास करते हैं. अगर उनमें ऐसा करने का साहस है, तो ये काबिले तारीफ है. आखिरकार आपका जो मानना है उसके साथ खड़े रहना चाहिए.”

-न्‍यूज डेस्‍क इस्‍माटाइम्‍स

इनपुट: सोशल मीडिया