बिहार में सरदार वल्लभभाई पटेल की आदमकद प्रतिमा का अनावरण
कार्यक्रम का विवरण
स्थान: मेंह गांव, बारुण प्रखंड, नबीनगर विधानसभा क्षेत्र
मुख्य अतिथि: श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार सरकार
अध्यक्षता: मुकेश पटेल
बिहार के बारुण प्रखंड स्थित मेंह गांव में सरदार वल्लभभाई पटेल की आदमकद प्रतिमा का अनावरण 26 अक्टूबर 2024 को बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय नेताओं और कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
सरदार पटेल का योगदान
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, श्रवण कुमार ने कहा, "हमारी सरकार सरदार पटेल के पद चिन्हों पर चल रही है।" उन्होंने आगे बताया कि सरदार पटेल का मानना था कि "जब तक हम शिक्षित नहीं होंगे, तब तक विकास नहीं होगा।" इस विचार के अंतर्गत, बिहार सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें पक्के स्कूल भवनों का निर्माण, बच्चों को साइकिल वितरण और पोशाक योजना शामिल हैं।
पूर्व सांसद का उद्बोधन
इस अवसर पर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद और नबीनगर विधानसभा के पूर्व जदयू विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "अगर सरदार वल्लभभाई पटेल नहीं होते, तो आज भारत का एकीकृत स्वरूप संभव नहीं होता।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पटेल ने भारत को विभिन्न रियासतों से जोड़कर एक राष्ट्र का स्वरूप दिया।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें डब्लू सिंह, विश्वनाथ सिंह, अमरेश चौधरी, हिमांशु पटेल, जितेंद्र पटेल, सुनील यादव, बारुण प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र यादव, अनिल यादव, डॉक्टर निर्मल कुमार और मोद नारायण पटेल शामिल थे। जदयू के जिला मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू ने इस कार्यक्रम की जानकारी संवाददाता को दी।
समापन और संदेश
यह कार्यक्रम न केवल सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक अवसर था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बिहार सरकार विकास और शिक्षा के क्षेत्र में कैसे काम कर रही है। मंत्री श्रवण कुमार के नेतृत्व में, सरकार ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण स्थानीय लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा, और इससे शिक्षा तथा विकास के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
-अजय कुमार पाण्डेय