राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी हेतु बैंक पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक
राष्ट्रीय लोक अदालत तैयारियों के सिलसिले में उनके द्वारा बैंक ऋण से सम्बन्धित मामले को राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाने हेतु आवश्यक दिशा - निर्देश भी दिया गया.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: ( बिहार ) जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव, प्रणव शंकर द्वारा मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में अग्रणी बैंक प्रबन्धक, क्षेत्रीय प्रबन्धक, शाखा प्रबन्धक, के साथ बैठक किया गया, तथा आगामी 13 मई 2023 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत तैयारियों के सिलसिले में उनके द्वारा बैंक ऋण से सम्बन्धित मामले को राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाने हेतु आवश्यक दिशा - निर्देश भी दिया गया. साथ ही विगत राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक ऋण से संबंधित सर्वाधिक वादों का निस्तारण हेतु सभी बैंक पदाधिकारियों को बधाई भी सचिव, प्रणव शंकर ने दिया. बैंक से सम्बन्धित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बैंक को लचिला रूप रखकर समझौता करने के लिए आगे आना होगा. ताकि वे हम सभी पिछले रिकॉर्ड को पुनः तोड़ने में सक्षम हो सकें, और जिले के अधिक से अधिक लोगों का राष्ट्रीय लोक अदालत में विश्वास बढ़े, तथा वे अपने ऋण वाद से मुक्ति पा सकें.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव द्वारा बताया गया कि बैंक पदाधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि वैसे मामलें जो पुरानें हैं, और संबंधित पक्षकार राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से अपने बकाया ऋण को निपटाना चाहते हैं. उन्हें अधिक से अधिक लाभ दिया जाएगा. सचिव द्वारा अधिक से अधिक लोगो को इसका लाभ देने हेतु बैक पदाधिकारियों को निर्देशित भी किया गया. साथ ही सचिव द्वारा पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि 13 मई 2023 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,000 वादों का निष्पादन का लक्ष्य हैै. यह तभी प्राप्त होगा. जब बैंक पदाधिकारी लचिला एवं मानवीय पहलु को ध्यान में रखेंगें. उनके द्वारा बैंक से संबंधित पदाधिकारियों को कहा गया कि बैंक स्तर से ऋण वाद में जो भी लाभ लोगों को दिया जा रहा है. इससे संबंधित प्रचार - प्रसार करें, ताकि लोगों को उक्त लाभ का अधिक से अधिक लोगों को फायदा मिल सके.
पदाधिकारियों ने भी इस बात का आश्वासन सचिव को दिया कि उनके द्वारा पुरी कोशिश की जाएगी, कि राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए निर्धारित किया गया लक्ष्य प्राप्त हो. इस बैठक में अग्रणी बैंक प्रबन्धक, उपेन्द्र चतुर्वेदी, भारतीय स्टेट बैंक के राजेश कुमार, डी0सी0ओ0 राजेश धवल, बैंक ऑफ बड़ौदा के सुनील कुमार तथा अन्य बैंक के पदाधिकारी भी उपस्थित रहें. सचिव द्वारा बैंक से सम्बन्धित पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि विशेष बैठक (प्री - सीटिंग) कर आने वाले ऋणियों के साथ मामलें का अधिक से अधिक निपटारा करें.