बिहार विश्वविद्यालय में बहाल होंगे नये प्राचार्य | उच्च शिक्षा विभाग ने मांगा रोस्टर
कई जगह तो एक प्राचार्य दो दो कौलेज को संभाल रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है के लंबे समय से एक ही जगह बने प्राचार्य को ट्रांसफर कर वरिय शिक्षक को उस जगह का प्राचार्य पद दिया जा सकता है.
ग़ज़नफर इकबाल:
मुजफ्फरपुर : बीआरएबीयू (बिहार विश्वविद्यालय. मुजफ्फरपुर) के अंगीभूत (कंसटीचुएंट) कौलेजों में नये प्राचार्य बहाल करने की कवायद उच्च शिक्षा निदेशालय (शिक्षा विभाग) ने शुरू कर दी है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर पुनः रोस्टर तैयार करने को कहा है. इसके पहले भी रोस्टर मांगा गया था जिसे विश्वविद्यालय भेज चुका है. अब फिर से दुबारा रोस्टर मांगा गया है. तकनीकी कारणों से शिक्षा विभाग नये प्राचार्य की बहाली नहीं कर पाया था. परंतु अब उम्मीद जताई जा रही है कि बहाली की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी.
विश्वविद्यालय के अंतर्गत कुल 42 अंगीभूत कौलेज हैं जिसमें महज 6 कौलेजों में ही नियमित प्राचार्य हैं बाकि 36 कौलेजों में प्रभारी प्राचार्य ही कार्यरत हैं. किसी किसी कौलेज में तो 5 वर्षों से भी अधिक समय से एक ही प्राचार्य काम कर रहे हैं. जबकि इनकी अवधि 5 वर्ष की ही होती है. कई जगह तो एक प्राचार्य दो दो कौलेज को संभाल रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है के लंबे समय से एक ही जगह बने प्राचार्य को ट्रांसफर कर वरिय शिक्षक को उस जगह का प्राचार्य पद दिया जा सकता है.
विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि नियमित प्राचार्य नहीं होने के कारण विकास कार्य प्रभावित होता है तथा नैक मुलयांकन में परेशानी आती है.