स्वर्गीय धनकली देवी की तीसरी पुण्यतिथि में शामिल हुए बिहार सरकार के तीन मंत्री
अजय कुमार पाण्डेय :
औरंगाबाद: ( बिहार ) अपने जीवन काल में हमेशा समाजसेवा के प्रति समर्पित रहने वाली व बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान की धर्मपत्नी, धनकली देवी की तीसरी पुण्यतिथि इस बार गुरुवार दिनांक - 31 अगस्त 2023 को मुख्यालय स्थित कर्मा रोड में बनी एक सभागार में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई, जिसमें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राजद प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान के अनुरोध पर बिहार सरकार के तीन मंत्री भी शामिल हुए! साथ ही रक्षाबंधन के दिन आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राजद प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान के आग्रह पर ही हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध सभी धर्म के धर्म गुरुओं ने भी ससमय उपस्थित होकर सर्वधर्म प्रार्थना में भाग लेते हुए सच्चे मन से श्रद्धांजलि अर्पित की, और आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित सभी धर्म के धर्म गुरुओं ने अपने - अपने धर्म ग्रंथो का उल्लेख करते हुए संदेश दिया कि ईश्वर एक ही हैं!
यदि कोई भी इंसान अपने नश्वर शरीर को छोड़कर दुनियां से चला जाता है, तो भी उस इंसान की आत्मा हम ही लोगों के बीच मौजूद रहती है! जिसका उल्लेख किसी भी धर्म ग्रंथो में किया गया है! इसके बाद संस्कृत भाषा में प्रमुखता से उल्लेख किया गया श्लोक नैनं छिंदंति शस्त्राणी, नैनं दहति पावक: का भी उदाहरण पेश करते हुए हिंदू धर्म गुरु ने कहा कि आत्मा को ना तो अस्त्र मार सकती है, और ना ही शस्त्र काट सकती है!
इसलिए आत्मा अमर अविनाशी है! जिस प्रकार से पेड़ पौधे के पते एक निश्चित समय के बाद झड़कर नया पता धारण कर लेता है! जिस प्रकार से पुराना कपड़ा फट जाने के बाद इंसान नया कपड़ा पहन लेता है! जिस प्रकार से एक निश्चित समय पूरा होने के बाद पहाड़ भी समाप्त हो जाता है! ठीक उसी प्रकार इंसान की आत्मा भी अपने शरीर को छोड़कर दुनियां से चला जाता है! जिसके द्वारा समाज में किया हुआ सिर्फ कृति ही रह जाता है!
इसके बाद हिंदू धर्मगुरु ने मंच से भागवत गीता का ही उदाहरण पेश करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने भी स्वयं उपदेश देते हुए कहा है, कि किसी भी इंसान को दुनियां से चले जाने के बाद सिर्फ विलाप करके अपने शरीर को काला कर लेना ही असली जिंदगी नहीं है, क्योंकि एक निश्चित समय पुरा होने के बाद किसी भी इंसान को दुनियां से चले ही जाना है!
इसलिए विलाप करने से भी इंसान पुनः वापस नहीं लौट सकता है! इसलिए प्रत्येक इंसान को चाहिए कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए हुए उपदेशों का पालन अवश्य करें, और अपने बाल - बच्चे, परिजनों की नई जिंदगी संवारकर फिर से कैसे खड़ा करें! इसके बारे में ही सोचना चाहिए! तभी इंसान का जीवन सार्थक होगा! वर्ना सिर्फ विलाप करते रहने से इंसान का अपना शरीर भी काला पड़ जाएगा, और स्वत: बीमार हो जाएगा! वहीं इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव, श्याम रजक ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि सुरेश पासवान जी को किसी भी परिस्थिति में आगे बढ़ाने के लिए धनकली देवी जी की बहुत बड़ी भूमिका थी, और मुझे जानकारी है कि बीमारी के रहते हुए, तबीयत खराब होते हुए भी सुरेश पासवान जी ने अपनी धर्मपत्नी, धनकली देवी जी को स्नेह और श्रद्धा देते हुए अंतिम समय तक सेवा की! इससे भी लोगों को बहुत बड़ी सीख लेने की आवश्यकता है! साथ ही समाज में जो सबसे अंतिम पंक्ति के लोग हैं! समाज के जो अपेक्षित है!
उनके लिए कृत संकल्पित हैं! सुरेश पासवान जी! इसलिए समाज में अच्छी व्यवस्था देने का काम करें, और सबको आज इस श्रद्धांजलि सभा में सामाजिक कार्य निर्वहन करने के लिए संकल्प लेना चाहिए, क्योंकि इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी धर्म के धर्म गुरुओं ने भी उपदेश देते हुए कहा है कि समाज को जोड़कर सेवा करना है! समाज में हम लोगों को सौहार्द, प्रेम के साथ रहना है, इर्ष्या दूर रहना है! प्रेम की धारा बढ़ाकर के इर्ष्या से दूर होकर के जो लोग समाज में आज अपेक्षित है! उन सबको आगे बढ़ाने का काम करें! इसके बाद बिहार सरकार के सूचना प्रावैधिकी मंत्री, मोहम्मद इसराइल मंसूरी ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आज सर्वधर्म प्रार्थना सभा में सभी जाति के लोग मौजूद हैं! यही हमारा भारत का इतिहास है! हिंदुस्तान की संस्कृति है, और धनकली देवी जी की हम लोग श्रद्धांजलि सभा में है!
यह निश्चित बात है कि किसी भी पुरुष का उसका अगर जीवन सफल है, और राज्य या देश में आगे बढ़ने का काम किया है, तो पुरुष की सफलता के पीछे का राज महिला होती है! खासकर धर्मपत्नी निश्चित तौर पर एक सामाजिक कार्यकर्ता का जीवन इतना कठिन होता है, कि हम तो मुखिया से सफर करके आज आप लोगों के बीच इस रूप में यहां आए हैं! इस कार्यक्रम में जितने भी सामाजिक कार्यकर्ता है!वह समझ सकते हैं! चुकी रात के 2:00 बजे भी यदि जानकारी हो जाए, की कोई हमारा साथी, सामाजिक, गांव इलाके के लोग का दुर्घटना हो गया है, तो रात चाहे जितनी भी हो! उस समय तुरंत निकल जाना पड़ता है!
सामाजिक कार्यकर्ता को तो काफी दिक्कत होती है! किसी भी सामाजिक और राजनीतिक व्यक्ति को! अगर उनकी धर्मपत्नी साथ नहीं दें, तो वह निश्चित तौर पर सफल राजनेता नहीं हो सकते हैं! सफल समाजसेवी नहीं हो सकते हैं! इसलिए वैसे आत्मा के प्रति श्रद्धांजलि सभा किये हैं! हम इसके लिए पूर्व मंत्री बड़े भाई माननीय सुरेश पासवान जी को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहते हैं, और हमको इन्होंने बुलाया! जितना आप किये हैं! चुकी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, आज के युग में! जो अपने माता-पिता को भूल जाते हैं! लेकिन इस युग में धर्मपत्नी को याद किये, और उनका पुण्यतिथि मना रहे हैं! इनका भाव से हमको लगा कि इनका जो भाव है! निश्चित तौर पर हमें उनके कार्यक्रम में जाना चाहिए, और आज हम पटना से चले, और अरवल होते हुए औरंगाबाद जिला आये! यहां का जो हमको प्यार और स्नेह लगा! रास्ता में भी लोगों से मिलता रहा है!
लोगों ने जो स्नेह और प्यार देने का काम किया है! इसलिए अरवल जिला शहरी क्षेत्र और औरंगाबाद जिले के तमाम साथियों को तहे दिल से हम धन्यवाद देना चाहते हैं, और इसी बीच में कार्यक्रम अपना विभाग का भी लगा दिए थे! विभाग के कार्यक्रम में हम कौशल विकास केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे, और देखिए कुछ आनंद जीवन में पैसा मिलता है, तो पैसे से नहीं लिया जा सकता है! धन, दौलत और शोहरत से भी नहीं कमाया जा सकता है! हमारी बच्चियां छात्रा थी, और बहुत ही उत्साह के साथ हमको राखी बांध दिया, राखी बांधी! सोचिए क्या संस्कृति है हमारे देश में! आज श्रद्धांजलि, शोक सभा हुआ!
सभी धर्म के लोग आज यहां मौजूद हैं! यहां पर बैठे हुए सभी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हुए होंगे, और हर समाज से हैं! अगर एक श्रद्धांजलि सभा हुआ है, तो कोई अच्छा कर्म किया है! तब हम लोग उसके लिए करते हैं, तो वह युवा पीढ़ी को भी जाता है, कि यदि हम जीवन में कोई अच्छा काम करेंगे! तब हम भी याद किए जाएंगे! एक ऐसे अच्छे समाजसेवी जो यहां सड़क से लेकर सदन तक सफर करने का काम किए हैं, तो वैसे व्यक्तित्व के लिए कोई जगह खाली रही है! अंत में सूचना प्रावैधिकी मंत्री ने कहा कि आप लोगों ने जिस प्रकार से मुझे औरंगाबाद में स्नेह - प्यार दिया है! इसके लिए मैं आप लोगों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं! इसी वाणी के साथ मैं अपना वाणी को विराम देता हूं!
वहीं बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक व दोनों टर्म से लगातार कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के विधायक बने राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, माननीय सुरेश पासवान ने जिस प्रकार से सेवा किया है, और आज भी आप सेवा कर रहे हैं! इससे मैं भी आपसे कुछ सीख ही रहा हूं! दूसरा बाद मै ये कहना चाहता हूं कि जब विधानसभा के लॉबी में जब इनकी पत्नी का जो है!
देहांत के कुछ दिन बाद एकाध साल बाद जब लॉबी में हमारी इनकी मुलाकात हुई! तब चलते हुए मैंने इनसे पूछा! सुरेश भाई को याद होगा, कि भाई जी और बाल - बच्चे कैसे हैं, तो इन्होंने बहुत ही पीड़ा से कहा कि देखिए बाल - बच्चे तो सभी अपने जगह पर ठीक है! लेकिन पत्नी नहीं है ना, तो घर में जाने में ना, कभी भी मुझे ऐसा महसूस होता है, कि मैं घर में नहीं रहूं! इसलिए मैं इनके सारी भावना के साथ हूं, और मैं एक बार पुनः कहूंगा, कि जिस प्रकार से इन्होंने अपना मुझे स्नेह और आशीर्वाद दिया है! मैं इनका मन से काफी बड़ा प्रशंसक हूं! इन्हीं चंद शब्दों के साथ में मैं पुनः सभी छुटे हुए लोगों को हार्दिक अभिनंदन और स्वागत करता हूं! इसके अलावे आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार - सरकार की पिछड़ा / अति पिछड़ा विभाग के कल्याण मंत्री, अनीता देवी भी शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की, और पूरे कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व राजद प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान भी काफी भावुक दिखे! लेकिन कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे सभी अतिथियों का सेवा करते रहे!
इस कार्यक्रम में रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जनता दल यूनाइटेड विधायक व वर्तमान जनता दल यूनाइटेड के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, अशोक कुमार सिंह, नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के राष्ट्रीय जनता दल विधायक, विजय कुमार सिंह उर्फ डबलू सिंह, ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व निर्दलीय विधायक, सोम प्रकाश यादव, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष, अरविंद कुमार सिंह, राजद जिलाध्यक्ष, नगर परिषद क्षेत्र औरंगाबाद के पूर्व चेयरमैन प्रत्याशी व राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश सचिव, मोहम्मद युसूफ आजाद अंसारी, सुबोध सिंह, शंकर कुमार यादव, शंकर कुमार याद बिंदु, डॉक्टर रमेश यादव, विनय गुप्ता, राघवेंद्र प्रसाद सिंह, कृष्णा पासवान, पूर्व प्रमुख, मनोज यादव सहित सभी गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे! साथ ही सर्व धर्म प्रार्थना सभा में धर्मगुरु के रूप में फादर मनीष जूलयस ओस्ता, पंडित मधुसूदन वैध, सरदार महेंद्र सिंह, भिक्षु भगवान, राष्ट्रीय बौद्ध महासभा की अंजुम बौद्ध, रमजान अली, आदिल आजाद भी मौजूद रहे, और काफी संख्या में कार्यकर्ता व प्रशंसक भी मौजूद रहे!