पूर्व सांसद एवं नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी

पूर्व सांसद एवं नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी
Virendra Kumar Singh consoled the family of victim

औरंगाबाद: (बिहार) औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद एवं नबीनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने शनिवार, 19 अक्टूबर 2024 को महुआंव पंचायत अंतर्गत माधे गांव में हुई दुखद घटनाओं के शोक-संतप्त परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और ईश्वर से प्रार्थना की कि वे उन्हें इस कठिन समय में सहनशीलता और शक्ति प्रदान करें।

माधे गांव में हाल ही में एक अत्यंत दुखद घटना घटी। 60 वर्षीय सहदेव साव की मृत्यु एक सर्पदंश के कारण हुई। इस दुखद घटना के एक दिन बाद, उनके बड़े भाई महादेव साव का भी निधन हो गया। यह एक असाधारण दुखद समय था जिसने पूरे गांव को प्रभावित किया। इसके अलावा, माधे गांव निवासी धर्मेंद्र सिंह के बड़े पुत्र, जो दिल्ली के विवेकानंद इंस्टीट्यूट में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे, की भी मृत्यु डेंगू से हुई। इन दुखद घटनाओं ने गांव के लोगों में शोक की लहर पैदा कर दी है।

वीरेंद्र कुमार सिंह ने इन घटनाओं को सुनकर पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “इस दुखद घड़ी में, मैं सभी परिजनों के साथ हूं। मृत आत्माओं की शांति के लिए हम सभी को प्रार्थना करनी चाहिए। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे इन परिवारों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करें।”

उन्होंने आगे कहा कि समाज को एकजुट होकर ऐसे मुश्किल समय में एक-दूसरे का सहारा बनना चाहिए। वीरेंद्र कुमार सिंह के साथ इस मौके पर उमेश सिंह ऊर्फ भंडारी जी, रामेश्वर सिंह और शंकर सिंह भी उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी और उनके साथ अपनी संवेदनाएं साझा कीं।

माधे गांव की घटनाओं ने यह दिखाया है कि जब भी कोई संकट आता है, तो समाज के लोगों को एकजुट होकर एक-दूसरे का सहारा बनना चाहिए। ऐसे समय में, स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वीरेंद्र कुमार सिंह जैसे नेता जब आगे बढ़कर लोगों के बीच आते हैं, तो यह न केवल पीड़ित परिवारों को सांतवना देता है, बल्कि समाज में एकजुटता और सहानुभूति का संदेश भी फैलाता है।

वीरेंद्र कुमार सिंह ने आगे कहा कि ऐसी घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि जीवन कितना अनिश्चित और मूल्यवान है। इसलिए हमें एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए और किसी भी संकट के समय में मदद के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि वे स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का पालन करें, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।

डेंगू जैसी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को समाप्त करें। यदि किसी को बुखार या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

समुदाय की भलाई के लिए जागरूकता फैलाने के साथ-साथ, समाज के सदस्यों को भी एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। जब हम मिलकर काम करते हैं, तो हम न केवल संकट से उबरने में सक्षम होते हैं, बल्कि हम अपने समाज को और भी मजबूत बनाते हैं।

इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि हमें एकजुट होकर सहानुभूति और समर्थन के साथ एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। वीरेंद्र कुमार सिंह की तरह नेताओं की भूमिका ऐसे समय में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने न केवल पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी, बल्कि समाज के अन्य सदस्यों को भी प्रेरित किया कि वे एकजुट होकर आगे बढ़ें और मिलकर इस कठिन समय का सामना करें। ऐसे ही समर्पण और एकजुटता से हम अपने समाज को मजबूत बना सकते हैं।