राहुल की भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस के लिए क्या चमत्कार साबित होगी?
प्रिय पाठको, आजकल हर जगह भारत जोड़ो यात्रा की चर्चा चल रही है. जनता राहुल गांधी के साहस की तारिफ कर रहे हैं. उनके अन्दर देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक योग्य प्रधानमंत्री की छवि देख रहे हैं. यह और बात है कि 2024 आते आते ऊंट किस तरफ करवट लेता है. राहुल गांधी ने कहा है कि यह यात्रा उनके लिए एक तपस्या है और इससे लोगों को ढंग से जानने, उनकी समस्याएं को समझने का बहुत अच्छा अवसर है. इस लंबे पैदल सफर से बहुत अनछुए सवाल सामने आ रहे हैं. देश, राज्य और समाज के वायदों को पूरा करने के लिए लोगों से जुमला नहीं पक्का वायदा का भरोसा दे रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा है कि किस तरह आज देश के लोग चंद मुट्ठी भर कॉरपोरेट घरानों के लिए मौजूदा शासन की एकाधिकारवादी नीतियों के कारण रोजगार खोते जा रहे हैं.
अपनी यात्रा के बीच में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए राहुल ने कहा, मैं कॉरपोरेट और कारोबार का विरोधी नहीं हूं, बस मोनोपॉली के खिलाफ हूं, जो सारी अर्थव्यवस्था और देश को बर्बाद कर रही है. हालही में हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव मल्लिकार्जुन खड़गे निर्वाचित हुए हैं. उन्होंने भारतीय रुपये में लगातार गिरावट को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और उस पर हमेशा चुनावी मोड में रहने और आर्थिक मुद्दों पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केवल बयानों से काम नहीं चलेगा, प्रधानमंत्री मोदी को इस मामले में डॉ सी रंगराजन, डॉ वाई वी रेड्डी, डॉ राकेश मोहन, डॉ रघुराम राजन और श्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया की बंद कमरे में बैठक बुलानी चाहिए और इस संकट को ध्यान में रखते हुए कोई समाधान ढूंढ़ना चाहिए. आज रूपया 83.12 के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि तुलनात्मक रूप से, यूपीए के दौरान, नरेंद्र मोदी के प्रधान मंत्री बनने की पूर्व संध्या पर मई 2014 में रुपया 58.4 रुपये प्रति डॉलर था। कांग्रेस नेता अविजीत ने कहा कि आरबीआई के अनुसार, रुपये के 5 प्रतिशत कमजोर होने से मुद्रास्फीति में 20 बीपीएस की वृद्धि होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि आयात, विशेष रूप से, ईंधन, उर्वरक और खाना पकाने का तेल, इतना महंगा हो जाता है. उन्होंने कहा कि ये वस्तुएं आम आदमी को सीधे प्रभावित करती हैं और कीमतों पर व्यापक प्रभाव डालती हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर देश में हर जगह नफरत और हिंसा फैलाने का आरोप लगाया, साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों की भगवा पार्टी सरकारों पर भी निशाना साधा. नोटबंदी और जीएसटी के कारण छोटे और मझोले व्यापारी और उद्योग खत्म हो गए हैं.
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को आप लोगों की शक्ति और समर्थन ने भारत को एकजुट करने की शक्ति मिली है. लगभग 3,500 किमी की कुल दूरी चलना कोई आसान नहीं है, लेकिन लोगों के समर्थन, ताकत और प्यार ने उनके लिए इसे थोड़ा आसान बना दिया है. यह तुम हो, जो मुझे आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा तीन कारणों से निकाली जा रही है - देश को एकजुट करने और नफरत को मिटाने के लिए, भाजपा और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को यह बताने के लिए कि उन्हें हर साल युवाओं के लिए दो करोड़ रोजगार पैदा करने के अपने वादे को पूरा करना चाहिए, और मूल्य वृद्धि के खिलाफ. राहुल गांधी हर रोज 7-8 घंटे लंबी पैदल यात्रा करने के बाद पार्टी के नेताओं, किसानों, मजदूरों, युवाओं और महिलाओं को सुनते हैं. सब लोग अपनी चिंताओं और कठिनाइयों को साझा करते हैं.
राहुल गांधी यह भी कह रहे हैं कि आज भारत अपने शिक्षित युवाओं को रोजगार देने में असमर्थ है लेकिन यह भी सच है कि दुनिया का दूसरा सबसे अमीर आदमी भारत से है. सोचें भारत में एक तरफ दुनिया के सबसे अमीर लोग हैं, जबकि दूसरी तरफ दुनिया के सबसे ज्यादा बेरोजगार हैं. यह सवाल करते हुए कि इन अमीरों की जेब में पैसा कहां से आ रहा है, उन्होंने आगे कहा, यह किसका पैसा है? यह भारत के किसानों, मजदूरों और आप (आम लोगों) का है.
इस तरह अगर राहुल गांधी की माने तो उन्हांेने इस यात्रा को एक तपस्या की तरह लिया है. यह 3500 किमी की लम्बी यात्रा सोचने भर से हिम्मत जवाब दे दे. पूरे विश्व से राहुल गांधी के लिए शुभकामनाए, दुआएं और बधाई के संदेश सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं. यह साफ है कि चुनाव चाहे कुछ भी रहे आज राहुल गांधी की छवि देश और दुनिया में एक स्वच्छ, ईमानदार, समझदार नेता के रूप में देखी जा रही हैं.
धन्यवाद,
-मोहम्मद इस्माइल, एडीटर