शाहीनबाग में मलेरिया रोकथाम अभियान
नई दिल्ली के शाहीनबाग क्षेत्र में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए एक विशेष अभियान का आयोजन किया गया. 6 अक्टूबर 2024 को ईसीएम ने एमसीडी मलेरिया विभाग के सहयोग से एक रैली का आयोजन किया. यह रैली ठोकर नंबर 7 से ठोकर नंबर 8 तक निकाली गई, जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों को इन बीमारियों से जागरूक करना और रोकथाम के उपायों को लागू करना था.
रैली की गतिविधियाँ :
रैली में विभिन्न सामाजिक और कानूनी कार्यकर्ता शामिल हुए. शाहीनबाग की जामा मस्जिद और अल हुदाया मस्जिद के आसपास विशेष रूप से धुआं और छिड़काव किया गया. मलेरिया विभाग के कर्मचारियों ने जैसे वेक्टर, राम सिंह, अमर सिंह, संजय सिंह आदि ने अपने अनुभवों और विशेषज्ञता के साथ इस अभियान में भाग लिया. इसके अलावा, ईसीएम के ईएस जेड आई हाशमी, मुहम्मद मुज़ककिर हाशमी एडवोकेट, अज़हर आलम एडवोकेट, अतहर आलम एडवोकेट, परवेज़ अख्तर और इंजीनियर सिबगतुल्लाह भी शामिल हुए.
स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय :
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों के बारे में जानकारी देना. रैली के दौरान, स्थानीय निवासियों को बताया गया कि मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया कैसे फैलते हैं और इनके लक्षण क्या होते हैं. साथ ही, इन बीमारियों से बचने के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में भी बताया गया.
स्थानीय जनता का सहयोग :
रैली में स्थानीय जनता का भी सक्रिय योगदान देखने को मिला. लोग बढ़-चढ़कर इस अभियान में शामिल हुए और स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों को अपनाने के प्रति अपनी जागरूकता दिखाई. इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ती है, बल्कि समुदाय के सदस्यों के बीच एकता और सहयोग की भावना भी विकसित होती है.
आप सभी को धन्यवाद ई सी एम के साथ सहयोग करने के लिए एमसीडी मलेरिया विभाग के अधिकारियों को विशेष धन्यवाद.
इस प्रकार के अभियान भविष्य में भी आयोजित किए जाने की आवश्यकता है ताकि अधिक से अधिक लोगों को बीमारियों की रोकथाम के प्रति जागरूक किया जा सके. शाहीनबाग में हुए इस अभियान ने न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा के उपायों को बढ़ावा दिया, बल्कि स्थानीय समुदाय को एकजुट भी किया. यह एक सकारात्मक कदम है, जो बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
आगामी दिनों में इस प्रकार के और भी कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है, जिससे कि हम सभी मिलकर एक स्वस्थ समाज की दिशा में आगे बढ़ सकें.