दिल्ली मेट्रो में सफर कर DMRC कर्मचारी ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज बुक में नाम दर्ज
डीएमआरसी के कर्मचारी प्रफुल्ल सिंह ने दिल्ली मेट्रो में सफर करके एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. इन्होंने सभी मेट्रो स्टेशनों की यात्रा करने का सबसे कम समय लेकर गिनीज बुक में भी अपना दर्ज करा लिया है.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के कर्मचारी प्रफुल्ल सिंह ने 16 घंटे दो मिनट में 348 किमी लंबे मेट्रो नेटवर्क की यात्रा पूरी की है। बता दें इस नेटवर्क पर 254 मेट्रो स्टेशन पड़ते हैं। उन्होंने मेट्रो में सबसे तेजी से यात्रा करने का कीर्तिमान तो स्थापित किया ही साथ में अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया। प्रफुल के इस उपलब्धि के लिए डीएमआरसी ने ट्वीट के ज़रिए उन्हें बधाई दी है।
पहले प्रयास में ही बनाया रिकॉर्ड
प्रफुल डीएमआरसी में करीब साढ़े चार साल से काम कर रहे हैं। यह रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने पिछले साल जनवरी में आवेदन किया था। इसकी अनुमति उन्हें अप्रैल में मिली थी इसके लिए उन्होंने 29 अगस्त को मेट्रो में यात्रा की था और पहले प्रयास में वह रिकॉर्ड बनाने में सफल रहें। यह प्रेरणा उन्हें लंदन मेट्रो में होने वाले ट्यूब चैलेंज से मिली। बता दें लंदन में होने वाले इस चैलेंज में दुनियाभर के लोग भाग लेते हैं। इस रिकार्ड के माध्यम से सभी को प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा इस मेट्रो में सफर करें। इससे पहले उन्होंने इन्डोर साइकिलंग में इंडिया बुक आफ रिकार्ड और एशिया बुक आफ रिकार्ड में भी अपना नाम दर्ज कराया है।
इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए प्रफुल्ल ने ग्रीन लाइन के ब्रिगेडियर होशियार सिंह स्टेशन से 29 अगस्त को सुबह 9 बजे यात्रा शुरू की थी. फिर उन्होंने रात को 12:30 बजे राजा नाहर सिंह स्टेशन पर यात्रा खत्म की. इस यात्रा में उन्होंने मेट्रों में ही खाना खाया और मेट्रों स्टेशनों पर ही टॉयलेट किया. प्रफूल ने गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है जिसके लिए उन्हें इसका प्रमाण पत्र मिला है। उन्होंने बताया की यह रिकॉर्ड बनाने के लिए उन्होंने लगभग डेढ़ माह तक इसकी तैयारी की था। 29 अगस्त को सुबह नौ बजे ग्रीन लाइन पर ब्रिगेडियर होशियार सिंह मेट्रो स्टेशन से यात्रा शुरू की थी यह यात्रा उन्होंने मध्य रात्रि रात 01.02 बजे वायलेट लाइन के राजा नाहर सिंह स्टेशन पर समाप्त की। रिकॉर्ड के दौरान वह प्रत्येक स्टेशन पर उतरकर लाग बुक में एंट्री करके वहां उपस्थित व्यक्ति से हस्ताक्षर कराते रहे।