स्वामी सहजानंद सरस्वती महाविद्यालय जहानाबाद का 67वा स्थापना दिवस धूमधाम से संपन्न
अजय कुमार पाण्डेय :
जहानाबाद: ( बिहार ) स्वामी सहजानंद सरस्वती महाविद्यालय, जहानाबाद में मंगलवार को महाविद्यालय का 67वा स्थापना दिवस समारोह काफी धूमधाम से मनाया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मगध विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रोफेसर डॉक्टर आर0 के0 सिंह , प्रति कुलपति प्रोफेसर, डॉक्टर जवाहर लाल एवं अरिस्टो फर्मास्युटिकल प्राईवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, उमेश शर्मा ( भोला बाबू ) एवं जहानाबाद जिला - परिषद् अध्यक्षा, रानी कुमारी ने पहुंचकर भाग लेते हुए कार्यक्रम की गरिमा को ऊंचाई प्रदान की! इस अवसर पर स्व0 शत्रुघ्न शरण सिंह व्याख्यान माला के अन्तर्गत शिक्षा और उद्योग के पारस्परिक संबंध पर भी व्याख्यान का आयोजन किया गया। अपने व्याख्यान में माननीय कुलपति, ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उद्योग की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।
इस क्रम में उपस्थित छात्र - छात्राओं को भरोसा दिलाया कि जल्द ही शैक्षणिक - सत्र नियमित कर लिया जाएगा। अपने संबोधन में प्रति कुलपति ने गुणवत्तापूर्ण एवं रोजगारपरक शिक्षा पर जोर दिया। भोला बाबू ने संबंधित विषय पर अपना व्याख्यान देते हुए शैक्षणिक क्षेत्र में उद्योग जगत के योगदान की चर्चा करते हुए महाविद्यालय के चातुर्दिक विकास में हर संभव मदद करने का भी भरोसा दिलाया। अन्य वक्ताओं में बी0आई0टी0 कॉलेज गया के निदेशक, ई0 अवधेश कुमार, मो0 इबरार अहमद , हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉक्टर अरूण कुमार ,मीडिया - समन्वयक नीरज कुमार आदि भी शामिल रहे। इस आयोजन की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉक्टर सुधीर कुमार मिश्र ने आगत अतिथियों को पुष्प - गुच्छ, अंग - वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश में विभिन्न उच्च - स्तरीय तकनीकी एवं शोध आधारित संस्थाओं के निमार्ण में उद्योगपतियों की मुख्य भूमिका रही है। हमारे देश के काफी संख्या में उद्योगपति चैरिटेबल ट्रस्ट और फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा की रौशनी को सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक फैला रहे हैं।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षक, शिक्षकेतर - कर्मी एवं मीडिया प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया! कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर विनोद कुमार रॉय तथा डॉ0 कुमारी निशा रानी ने संयुक्त रूप से किया। धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के वित्तेक्षक, डॉ० श्रीनाथ शर्मा ने की।