भारत जाड़ो यात्रा बन रहा है किसके लिए गले की हड्ड़ी?
प्रिय पाठको, कहते हैं कि हरकत में बरकत होती है. और अगर कोई ईमानदारी से मेहनत करेगा तो जरूर कामयाबी मिलेगी. हमें यह लग रहा है कि कांग्रेस को यह काम बहुत पहले करना चाहिए था. कांग्रेस की यह भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से लेकर जम्मू कश्मीर तक लगभग 3500 किलोमीटर 12 राज्यों में गुजरेगी. इस यात्रा में स्वराज पार्टी के योगेन्द्र यादव भी शामिल हैं और 200 से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ता जिनका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है लेकिन इस भारत जोड़ो यात्रा में भाग ले रहे हैं. मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ यह यात्रा 150 दिनों तक चलेगी.
मीडिया चैनल के एक साक्षात्कार में प्रशांत किशोर ने कहा कि कांग्रेस इस देश की बड़ी पार्टी है, विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है. लोकतंत्र में हर व्यक्ति, हर दल को अच्छे प्रयास करने का अधिकार है. वह जो यात्रा कर रहे हैं, उसका असर होगा या नहीं होगा, इसका मुझे कोई ज्ञान नहीं है. मैं बस इतना कह सकता हूं यात्रा का रूट ज्यादातर ऐसे राज्यों में है जहां कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला नहीं है. अगर आप बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ, या उनके राजनीतिक संगठन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं तो आपको बीजेपी शासित राज्यों से भी इस यात्रा को गुजरना चाहिए था.
मोदी सरकार के गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर हमला बोला है और कहा कि राहुल बाबा ने टी सर्ट विदेशी ब्रांड की पहनी है और उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस विकास के लिए काम नहीं कर सकती. यह केवल तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए काम कर सकता है.
भारत जोडो यात्रा को लेकर पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और भाजपा की बहुत चर्चा हो रही है और आरोप प्रत्यारोप भी लग रहे हैं. जहां तक इस लम्बी यात्रा का सवाल है उससे सत्ता पक्ष में खलबली है और इस यात्रा के बारे में यह कह रही है. यह यात्रा विफल हो गई, नेता इस यात्रा से हट रहे हैं और दूसरे बेतुके आरोप लगा रहे है. यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस की माना जाय तो सही नहीं है. क्यूंकि इस यात्रा में बहुत सारे सामाजिक कार्यकर्ता भी भाग ले रहे है. यह यात्रा भाजपा शासित राज्यों से नही गुजर रही है लेकिन यह माना जा रहा है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ अन्य सामाजिक संस्थाओं के कार्यकर्ता भी पूरे देश में छोटी और बड़ी यात्राएं निकालेंगे और भाजपा शासित राज्यों में भी भारत जोड़ो यात्रा से देश में जागृत अभियान चलाकर 2024 लोकसभा चुनाव में इससे फायदा उठाऐगी.
देश की जनता को यह समझ लेना चाहिए कि वोट विभाजन से एक पार्टी के लिए बहुत घातक है और सबको एकतरफा वोट करना चाहिए और अपने प्रिय दल को वोट दें. यह देखना होगा कि क्या आम आदमी पार्टी और भाजपा आने वाले लोकसभा चुनाव में काग्रेस को कितना नुकशान पहुंचा पाऐंगे.
यह भी कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी आने वाले समय में कांग्रेस की जगह ले लेगी. मगर जहां तक राजनीतिक विशेषज्ञों की राय का सवाल है तो कांग्रेस जैसे एक बड़े दल को कभी नकारा और छोटा नहीं समझा जा सकता है. कांग्रेस पार्टी आज भी सबसे बड़ा विपक्ष है और यह उम्मीद लगाई जा रही है कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों में अच्छा करेगी.
देश की जनता का रूख साफ बता रहा है कि यह भाजपा और अन्य कांग्रेस विरोधी दल इस 150 दिनों की लम्बी यात्रा से बहुत चिंतित है और इस यात्रा में विघ्न डालने का प्रयास कर रहे हैं.
यह आगे देखना है कि क्या कांग्रेस की इस भारत जोडो यात्रा से सबक लेकर केन्द्र में मोदी सरकार देश में जो जनता के बीच मंहगाई, बेरोजगारी को लेकर नाराजगी है उसे किस तरह सुलझा पाती है. रेल और बस यात्रियों, बाजार, नाई, चाय की दुकानों, धार्मिक स्थलों पर बस एक ही चर्चा का विषय है कि कौन बनेगा अगला प्रधानमंत्री? हम आशा करते है कि देश की जनता आगामी चुनाव में राम राज के लिए वोट करेगी.
-मोहम्मद इस्माइल, एडीटर