लोजपा (रामविलास) प्रदेश संगठन मंत्री का संपन्न हुआ जिला समीक्षा बैठक
District review meeting of LJP (Ram Vilas) State Organization Minister concluded
अजय कुमार पाण्डेय :
औरंगाबाद: (बिहार) जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित आईं0एम0ए0 हाल में शनिवार दिनांक 10 सितंबर 2022 को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश संगठन मंत्री, इंजिनियर रबिंद्र कुमार सिंह की मौजूदगी में संगठनात्मक जिला समीक्षा बैठक संपन्न हो गया, जिसमें लोजपा (रामविलास) के पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया.
इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम लोक जनशक्ति पार्टी संस्थापक, माननीय स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के तैलीय चित्रो पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने बारी बारी से माल्यार्पण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की. स्वर्गीय राम विलास पासवान अमर रहे.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) जिंदाबाद का जमकर नारा भी लगाया गया. इसके बाद कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथि एवं पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री, इंजिनियर रबिंद्र कुमार सिंह के साथ साथ मंच पर बैठे समस्त पार्टी पदाधिकारियों को भी परंपरा अनुसार बारी बारी से माला पहनाकर व अंग वस्त्र प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया. इस मौके पर औरंगाबाद जिला का संगठन देखने पहली बार पहुंचे प्रदेश संगठन मंत्री, इंजिनियर रबिंद्र कुमार सिंह ने भी बारी बारी से सभी लोगों से परिचय लेते हुए संगठन विस्तार के बारे में हाल पूछा, जिसमें सबसे अधिक उपस्थिति रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान टीम की ही रही, जिसके लिए प्रदेश संगठन मंत्री, इंजिनियर रबिंद्र कुमार सिंह ने रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान को भी स्वयं माला पहनाते हुए बधाई दिया.
इसके बाद लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश संगठन मंत्री, इंजिनियर रबिंद्र कुमार सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आज मेरा सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि भगवान भास्कर की नगरी देव की धरती पर औरंगाबाद जिला मुख्यालय में आप लोगों से मिलने आया हूं. साथ ही मैं आप लोगों का धैर्य, डिसिप्लिन (अनुशासन) बनाए रखने के लिए शुक्रगुजार हूं. आप लोगों को मालूम होना चाहिए कि हमारे देश के संविधान निर्माता, माननीय, बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी ने ही कहा था कि सर्वप्रथम शिक्षित बनो, संगठित बनो. जिन्होंने संविधान की रचना की. लेकिन क्या आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी शिक्षित हो सके? महान क्रांतिकारी नेता भगत सिंह आजाद, डॉक्टर सुभाष चंद्र बोस, अहिंसा के पथ पर चलने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों का आज भी भारत नही बना. जिसमें कहीं न कहीं सभी लोग दोषी हैं. लेकिन हमारा लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय, चिराग पासवान जी की जो सोच है. जो पार्टी के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है. यदि उस विजन डॉक्यूमेंट को कोई भी व्यक्ति एक बार अच्छी तरह से पढ़ लेगा, तो निश्चित तौर पर हमारे माननीय, राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, चिराग पासवान को 2025 में बिहार का मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहेगा, क्योंकि ऐसा विजन डॉक्यूमेंट किसी भी पार्टी के पास नहीं है. मैं उस टीम को भी बधाई देना चाहूंगा. जिन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के लिए इतना अच्छा बिजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है. किसी की भी सरकार आए. कोई भी नेता बने. लेकिन कोई भी नेता हमारा पेट नहीं भर सकता है. मगर एक इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा दे सकता है.
हमारे पार्टी के फाउंडर माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने दूरदर्शी सोच रखते हुए नियम बनाकर कोरोनाकाल के वक्त भी लॉकडाउन में घर घर राशन पहुंचाया. संविधान में शिक्षा, स्वास्थ्य सबका मौलिक अधिकार है. लेकिन इसके बारे में कभी भी किसी ने अपने नेता से पूछा क्या?
आप जान लीजिए कि एक परिवार में अमूमन तीन चार बच्चे होते हैं. यदि आप किसी भी प्राइवेट विद्यालय में अपने बच्चे का नामांकन कराकर पढ़ाते हैं, तो कम से कम एक बच्चा पर तीन हजार रुपया प्रति महिना खर्च है. यदि उसके हिसाब से आप जोड़ेंगे, तो लगभग 40 लाख रुपया पढ़ाई में खर्च होगा, परंतु आपके द्वारा बच्चे की पढ़ाई पर इतना खर्च करने के बावजूद भी सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी? सरकारी विद्यालयों में एक शिक्षक का जितना वेतन मिलता है. उससे भी कम वेतन पर बदहाली का जीवन जीते हुए प्राइवेट विद्यालय के शिक्षक मात्र 10 से 12 हजार रुपया पर ही काम करते हैं. लेकिन सरकारी विद्यालयों में आज शिक्षा का क्या हाल है?
आप लोगों ने यह कभी जानने की कोशिश की? हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी के साथ साथ अन्य नेता भी आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात करते हैं? आत्मनिर्भर भारत की भाषणबाजी खूब होती है? मगर आप यह भी जान लीजिए कि भारत में नीति आयोग द्वारा जारी डाटा के मुताबिक ही पुरे भारतवर्ष के 29 स्टेटो में कुल 01 करोड़ 80 लाख लोग ही नौकरी कर रहे हैं. डाटा के मुताबिक 1.3% ही नौकरी मिला है. इसके बावजूद भी हमारे माननीय प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि आत्मनिर्भर भारत बने, क्या संभव है?
इसलिए आप जान लीजिए कि एक मात्र नेता है सोचने वाला, तो माननीय, चिराग पासवान. इसीलिए माननीय, चिराग पासवान ने अपना जारी बिजन डॉक्यूमेंट में ही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण विषयों पर जिक्र किया है. यदि इन दोनों मामले में सरकार उचित निर्णय ले ले, तो पढ़ाई में हीं सिर्फ यदि एक बच्चा का खर्च 40 लाख रुपया बचेगा, तो नौकरी नहीं भी मिलेगी. तब बिजनेस करके भी तो अवश्य खड़ा हो ही जाएगा? तभी वास्तविक में आत्मनिर्भर भारत बन सकता है. सारा इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, नौकरी होगा. तभी सचमुच में आत्मनिर्भर भारत बन सकता है, अन्यथा संभव नहीं.
आज आप लोग देख लीजिए कि बिहार में ही पड़ने वाली विश्व विख्यात नालंदा विश्वविद्यालय का शिक्षा कहां चला गया? महिलाओं का भी साक्षरता दर बिहार में ही सबसे कम है. पुरुषों का एजुकेशन रेट भी 63% बिहार का है. लेकिन वो भी दूसरे राज्यों के प्राइवेट स्कूल में जाकर पढ़ाई करने पर ही हुआ है. आज भी भारतवर्ष में सबसे अधिक बिहार ने हीं 452 आई0एस0,आई0पी0एस0 देने का काम किया है. लेकिन दुःख की बात है कि बिहार के लोग बिहार में ही नहीं आना चाहते हैं. दूसरे राज्यों में लोग पलायन किए हुए हैं. बिहार के प्रत्येक स्थानों पर लोग कुपोषण के भी शिकार है. पिछड़ा हुआ बिहार का यह डाटा नीति आयोग द्वारा ही जारी किया गया है.
इसके बावजूद बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार कहते हैं कि 17 सालों में हमने चौमुखी विकास किया है. तब आखिर बिहार के लिए यह डाटा नीति आयोग ने कैसे जारी किया है? बिहार के मुजफ्फरपुर में ही कितने लोगों का आंख ख़राब हुआ? यह मामला सत्य है. जो सब लोग जानते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री ही अपना आंख बनवाने के लिए दिल्ली जाते है. इसलिए आप लोग खुद ही समझ रहे हैं कि बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है? क्या आप लोगों को पता है, कि स्वास्थ्य की बजट क्या है? स्वास्थ्य की बजट 2022 में 69 हजार करोड़ रूपया है, जिसमें पिछड़ा हुआ बिहार के लिए सिर्फ स्वास्थ्य का बजट 16 हजार करोड़ रुपया निति आयोग द्वारा जारी डाटा के मुताबिक है. उस हिसाब से भारतवर्ष के सभी 29 स्टेटो में सिर्फ स्वास्थ्य का ही बजट कितना है? यदि बिहार के स्वास्थ्य बजट के हिसाब से भी आप मल्टीप्लाई करके देखिएगा, तो खुद समझ में आ जाएगा कि पूरे भारतवर्ष में स्वास्थ्य का बजट कितना है? पूरे भारतवर्ष की जनसंख्या 140 करोड़ है. जिसमें सिर्फ स्वास्थ का बजट ही पूरे भारतवर्ष में साढ़े पांच लाख करोड़ रुपया है. फार्मा उद्योग का भी बजट 05 लाख 82 हजार करोड़ रूपया है.
यदि सरकार ईमानदारी पूर्वक चाह ले, तो सभी लोगों को घर में भी बैठाकर इलाज करा देगी. इसीलिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद माननीय, चिराग पासवान चाहते हैं कि हम मल्टी स्पेशलिस्ट चिकित्सा व्यवस्था कराएं. माननीय, चिराग पासवान को यदि मंत्री बनना होता, तो 2020 के पहले एन0डी0ए0 में रहकर ही मंत्री बन जाते. मगर इन्होंने मंत्री पद को ठुकरा दिया. लेकिन उन्हीं के चाचा ने केंद्र में मंत्री बनने के लिए लोक जनशक्ति पार्टी को ही तोड़ दिया. मगर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद माननीय, चिराग पासवान ने सन् 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में अपने मिशन पर अड़े रहकर पूरे बिहार में अकेले दम पर ही चुनाव चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए. जो 135 सीट पर चुनाव लड़े. तब बिहार में यह हाल हुआ.
बिहार में दो गठबंधन ने मिलकर चुनाव लड़ा. इसके बावजूद भी बिहार की महान जनता ने सबसे ज्यादा वोट हमारे पार्टी को दिया, और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय, चिराग पासवान ने भी सबसे अधिक वोट लाने का काम किया. इसलिए यदि बिहार के पूरे सीट पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ती. तब बिहार में और क्या हाल होता? इसलिए आप लोग इसे गंभीरता से सोच कर भी देखिए, कि माननीय, चिराग पासवान ने इतना बड़ा त्याग करके भी क्या सिर्फ अपने लिए ही सोचा? या पूरे बिहार वासियों के हित में सोचा? इसलिए आने वाला बच्चे का भविष्य बनाना है, तो माननीय, चिराग पासवान को लाना ही होगा. यह लड़ाई पूरे बिहार वासियों के लिए है. इसलिए आप सभी लोग मान सम्मान के लिए चिराग पासवान बनकर ही इस लड़ाई को लड़े.
हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद, माननीय, चिराग पासवान भी प्रत्येक स्थानों पर ही सभी लोगो से बार बार अनुरोध करके कहते हैं कि आप सभी लोग चिराग पासवान बनकर ही इस लड़ाई को लड़िए. इसके बाद प्रदेश संगठन मंत्री ने महिला सेल जिलाध्यक्ष, रंजू वर्मा को भी मंच से ही सलाह देते हुए कहा कि यदि पलटू चाचा को भेजना है. बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट, मिशन पूरा करके माननीय, चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाना है, तो सप्ताह में कम से कम पार्टी के लिए 04 घंटा काम करना होगा, अन्यथा पद दूसरा को ही दे दीजिए. साथ ही आज आई0टी0 सेल का जमाना है. जो माननीय, चिराग पासवान का भी सोच है.
आई0टी0 सेल को आगे बढ़ाने की. अंत में प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान ही जब संवाददाता ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश संगठन मंत्री, इंजीनियर रविंद्र कुमार सिंह से सवाल पूछा कि आप संगठन विस्तार करने की बात करते है. लेकिन औरंगाबाद में तो आपके पार्टी में ही फूट है? जो हमेशा यह बात लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के कार्यक्रम में प्रमुखता से उठती है, और अभी भी आपको मंच पर पहुंचने से पूर्व ही यह बात प्रमुखता से उठी है? इसलिए आप इस संबंध में क्या कहना चाहेंगे? तब संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश संगठन मंत्री ने अपने पार्टी का ही बचाव करते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. घरेलू मामले में हल्की फुल्की बातें होते रहती है. यहां औरंगाबाद का संगठन मेरा काफी मजबूत है. यदि मेरा पार्टी का संगठन यहां मजबूत नहीं होता, तो आज के कार्यक्रम में इतनी संख्या कहां से होती? लेकिन ज्ञात हो कि औरंगाबाद में यह भी बात सत्य है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अंदर फूट तो है ही. भले ही पार्टी के शीर्ष नेता इसे माने या ना माने.
इसलिए पार्टी के वरीय नेताओ को भी चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पार्टी हित में मंथन अवश्य करें, अन्यथा आगे की मर्जी तो पार्टी के वरीय नेताओं पर ही निर्भर करती है? वही जब इसी कार्यक्रम में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश सचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी, रह चुके मनोज कुमार सिंह को मंच पर बोलने का मौका मिला, तो मंच से संबोधित करते हुए कहा कि औरंगाबाद जिले में कमिटी जैसे गठन हुआ है. उसी प्रकार जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक विंग को ले जाना चाहिए. पार्टी में सबको कुछ न कुछ जिम्मेवारी दे दिया जाना चाहिए.
हर व्यक्ति का दूसरे जाति में भी कोई न कोई दोस्त होता है, तो हम चाहते हैं कि उसको भी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) में लाएं, और उसको भी जिम्मेवारी दे दीजिए. कार्य करने पर उसी अनुसार पद बढाकर भी फिर जिम्मेवारी दे दीजिए. सब लोग को जिम्मेवारी देकर एक से ग्यारह तक बढ़ाइए. नीतीश कुमार से लोग उब चुके हैं. माननीय, चिराग पासवान जी को लोग सी0एम0 के रूप में देख रहे हैं. हम लोग कहीं कमजोर नहीं है.
इसके बाद जब कुटुंबा देव विधानसभा क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी के सीट पर ही पूर्व में चुनाव लड़ चुकी महिला नेत्री, कुसुम देवी (कुसुम पासवान) को मंच पर बोलने का मौका मिला, तो कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भी देव क्षेत्र से सन् 2005 में चुनाव लड़ी थी. लेकिन मैं अध्यक्ष जी, माननीय संगठन मंत्री जी आप लोगों को बता देना चाहती हूं कि मेरे पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है, त्रुटि है.
हम लोग को भी विजन माननीय, चिराग पासवान जी, माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी का विचारधारा देखना है. मैं उस वक्त भी जब चुनाव लड़ी थी. तब 18,000 वोट लाई थी, जबकि उस वक्त वर्तमान जैसा संगठन भी नहीं था, और ना ही सोशल मीडिया का जमाना था. अध्यक्ष जी आप महीना में कम से कम एक बार मीटिंग अवश्य दीजिए, फील्ड में जाइए. आप भी अपना जिम्मेवारी लीजिए. तभी 2025 में माननीय, चिराग पासवान जी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएंगे. इसलिए विचारों का आदान प्रदान कीजिए. कारवां निश्चित बढ़ता जाएगा.
पहले के जमाने में लोग विचारधारा देखकर पार्टी को वोट देते थे. मगर फिर जाति पार्टी के नाम पर वोट हो गई. लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) सबका पार्टी है. पार्टी हमारा बगीचा है. हर तरह का फूल खिलना चाहिए. इसके बाद जब गोह प्रभारी, विजय कुमार अकेला को मंच पर बोलने का मौका मिला, तो कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में 15 साल बनाम 17 साल यानी कि कुल 32 साल की दोनों सरकार में भी पलायन या अपराध रुका? नहीं रुका.
इसलिए यदि दोनों सरकार में सबसे बड़ा पीड़ित है, तो युवा वर्ग. जो युवाओ को रिजल्ट तक भी नहीं मिला. बिहार में क्या बदलाव हुआ? इसलिए मेरा कहना है कि आप अपने पार्टी के पद का सम्मान देने का काम कीजिए, नहीं तो आप अपना पद दूसरे को ही दे दीजिए, तो बेहतर होगा. इसी कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष, महेंद्र पासवान ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि हम 1987 में दलित सेना से ज्वाइन किए थे. प्रखंड अध्यक्ष सिर्फ कागज के पन्नों पर ही कार्य न करें, अन्यथा कभी भी पहचान नहीं होगी.
इसके बाद मंतोष पासवान ने भी संगठन विस्तार करने की बात कही. वही बिहार प्रदेश सचिव एवं नवीनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी रह चुके, विजय कुमार सिंह उर्फ विजय कुमार यादव ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि हमारा लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की समीक्षा बैठक को देखकर ही अन्य पार्टीयों का भी समीक्षा बैठक पूरे बिहार में हो रहा है.
हम लोगों की पार्टी संस्थापक माननीय, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी काफी लंबे समय तक केंद्र सरकार में रहकर कई विभागों के मंत्री रहे. इसके बावजूद भी उन पर कभी एक रुपया घोटाला का दाग नहीं लगा. उन्हीं का सुपुत्र माननीय, चिराग पासवान 08 तारीख को अपने बाप का मुखाग्नि देने वाला बेटा घर में एक दिन भी समय न देकर पूरे बिहार का दौरा किया. जो पूरे बिहार वासियों को भी काफी सोचने वाली बात है.
इसके बाद कार्यक्रम में प्रदेश महासचिव एवं कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी रह चुके, सरूण पासवान ने भी मंच से संबोधित करते हुए राजद तथा जदयू दोनों पार्टीयों पर निशाना साधा. मगर संगठन विस्तार के बारे में मंच से कोई चर्चा ही नहीं किया. जो पार्टी के लोगों में कार्यक्रम समाप्ति पश्चात भी इस बात की चर्चा होती ही रही. वही हाल ही में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ज्वाइन करने वाला नवनियुक्त युवक, सौरभ कुमार ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आप में से कितने ऐसे लोग हैं. जो पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट को पढे हैं? जो काफी महत्वपूर्ण बात है. कोविड संकट की तो बात छोड़िए. विगत 32 वर्षों से बिहार में विकट राजनीतिक संकट से गुजर रहे हैं. सन् 1950 में पहली बार सरकार बनी. उस वक्त औसत आय 30% था. नीतीश कुमार के वक्त 33% आय था. आज भी औसत आय 34% है. जो दुर्भाग्य है.
आज विकास के जितने भी पैरामीटर है. यह देश का सबसे बड़ा नीति आयोग का डाटा है. इसमें सबसे कमजोर बिहार है. इसलिए जैसे कोविड के वक्त इंजेक्शन आया था. ठीक उसी प्रकार कोविड इंजेक्शन जैसा ही काम करना होगा. आज यदि बिहार को बचाना है, तो बिहार का मुख्यमंत्री माननीय, चिराग पासवान को बनाना होगा. कहने से सिर्फ नहीं होगा. इसके लिए आपको चिराग बनना होगा, जलना होगा. हमारा एक ही लक्ष्य है.
बिहार में माननीय, चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाना. आप लोग जान लीजिए कि यदि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) विजन डॉक्युमेंट को 80% लागू कर दिया जाए, तो पलायन, बेरोजगारी बहुत रुक सकता है. जो लोग पढ़ नहीं सकते. उनको पढ़कर भी सुनाएंगे. इसके बाद कार्यक्रम में प्रदेश संसदीय बोर्ड उपाध्यक्ष, चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू कुमार सिंह ने भी मंच से संबोधित करते हुए कहा कि आज हम लोगों का यह मीटिंग घरेलू है. आज जो प्रत्येक लोग घर में स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी, महंगाई की मार झेल रहे हैं.
उसे ध्यान में रखते हुए माननीय, चिराग पासवान जी के मिशन को देखकर कम से कम प्रतिदिन 05 लोगों को अवश्य जोड़ें. वही प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ओबरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी, डॉक्टर प्रकाश चंद्रा ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि संगठन समीक्षा बैठक के बारे में आज ही हमने वास्तविक में माननीय, इंजीनियर रविंद्र भैया से सीखा है. सबसे पहले तो प्रत्येक प्रखंडों में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का अपना कार्यालय होना चाहिए, क्योंकि हमारे पार्टी का जो भी कार्यकर्ता है, या जिसने भी संपन्न चुनाव में लोजपा को वोट दिया है. वो पार्टी में अपना समस्या रख सके. आप लोग हमारे क्षेत्र में भी काम कीजिए.
पार्टी हमारा व्यवहार, सहृदयता से मजबूत होगी. सभी लोगों की मदद करें. पार्टी मजबूत होगी. बाकी पार्टियों का जाति के आधार पर जनाधार हैं. मगर माननीय, चिराग पासवान जी की पार्टी सभी जाति, मानवता की पार्टी है. जब मैं पिछले चुनाव में भी किसी के साथ कहीं जाने के लिए कहता था. तब कुछ लोग कहते थे कि वहां वोट नहीं देगा. तब मैं भी कहता था कि कम से कम चलिए तो. कोई भी जाति के लोग मुझे वोट देंगे, या नहीं. मुझे क्या फर्क पड़ेगा? इसके बावजूद भी मुझे हम पिछला चुनाव में 42 हजार वोट लाए थे. प्रखंड अध्यक्ष भी जनता के पसंद का ही होना चाहिए.
सभी लोगों का ही देन है कि हमारी पार्टी की समीक्षा को देखते हुए दूसरी पार्टी समीक्षा करती है. नेता का ग्राफ ऊपर नीचे जाता है. लेकिन कार्यकर्ता का ग्राफ कभी नहीं गिरता है. हम लोग अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक सेमिनार टाइप का काम करेंगे, जिसमें पंचायत अध्यक्ष कम से कम 11 लोगों को अपने साथ लेकर लाएंगे. नेता पार्टी में आते जाते रहेंगे. लेकिन कार्यकर्ता वही के वही रहेंगे.
इसके अलावे इस कार्यक्रम में कई लोगों को नई नियुक्ति पत्र भी दिया गया. जैसे: पूर्व से भी औरंगाबाद जिले में संगठन महामंत्री के रूप में रणधीर कुमार सिंह कार्यरत थे. मगर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश संगठन मंत्री, इंजीनियर रविंद्र कुमार सिंह को बनने के बाद औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, अनूप कुमार ठाकुर के मुताबिक सारा कमेटी रद्द कर दिया गया था. इसके बाद औरंगाबाद में यह पहली बार नया नियुक्ति पत्र प्रदेश संगठन मंत्री, इंजीनियर रविंद्र कुमार सिंह के हाथों दिया गया है.
ध्यातव्य हो कि इस कार्यक्रम में इसके अलावे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिकित्सा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष, डॉक्टर रामविलास पासवान, निखिल कुमार सिंह, महिला सेल जिलाध्यक्ष, रंजू वर्मा, मीडिया प्रभारी, रोहित कुमार, आई0टी0 सेल अध्यक्ष, बबलू कुमार, नबीनगर प्रखंड कार्यकारी अध्यक्ष, बलवंत कुमार सिंह प्रखंड अध्यक्ष, आर्य, बारुण प्रखंड अध्यक्ष, सतीश सिंह यादव, दाउदनगर प्रखंड अध्यक्ष, धर्मेंद्र कुमार, प्रधान महासचिव, विभीषण पासवान, जिला सचिव, नागवंश सिंह, जिला सदस्यता प्रभारी, अयोध्या सिंह चंद्रवंशी, महिला सेल प्रखंड अध्यक्ष रिंकी जिला सचिव, सावित्री देवी, जिला सचिव, मंशा देवी, भाजपा छोड़कर न्यू एरिया निवासी, ज्वाइन करने वाला संतोष कुमार, उमेश प्रसाद, आलोक कुमार, हसपुरा प्रखंड अध्यक्ष, गंगा दयाल पासवान, रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष, राजेश पासवान, सदर प्रखंड अध्यक्ष, दिलीप कुमार सिंह, नवनियुक्त मदनपुर प्रखंड अध्यक्ष, शंभू कुमार सिंह, ओबरा प्रखंड अध्यक्ष, अशोक पासवान सहित अन्य कार्यकर्ता भी शामिल हुए.